‘तृतीय विश्‍वयुद्ध शुरू करने के बजाय अमरीका की रक्षा के लिए अपनी ताकत खर्च करें’ : राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प का आलोचनाकर्ताओं पर हमला

वॉशिंग्टन, दि. ३० :   राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सात देशों के लोगों पर लगायी प्रवेशबंदी पर अमरीका में शुरू हुए प्रदर्शन अब तक रुके नहीं हैं| इन प्रदर्शनों समेत अमरीका के प्रतिष्ठित नेतागण भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के अध्यादेश का तीव्रता से विरोध कर रहे हैं| ‘यह अध्यादेश यानी आतंकवादविरोधी जंग चलते, खुद पर ही हमला करने जैसा है’ ऐसी आलोचना रिपब्लिकन पार्टी के सिनेटर जॉन मॅक्केन और सिनेटर लिंडसे ग्रॅहम ने की| उनकी इस आलोचना का क़रारा जवाब देते हुए, ‘इन दोनों ने अपनी ताकत तृतीय विश्‍वयुद्ध शुरू करने के लिए इस्तेमाल करने के बजाय अमरीका की रक्षा के लिए इस्तेमाल करनी चाहिए’ ऐसी सलाह राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दी|

pg06सीरिया, ईरान, इराक, यमन, लिबिया, सोमालिया और सुदान इन सात देशों के लोगों को अमरीका में प्रवेशबंदी करने का अध्यादेश राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने जारी किया| इसपर तीव्र आलोचना करते हुए सिनेटर जॉन मॅक्केन और सिनेटर लिंडसे ग्रॅहम ने, ‘इससे अमरीका का बड़ा नुकसान होगा’ ऐसी चिंता जतायी| अमरीका के विदेशमंत्रालय, रक्षामंत्रालय, न्याय और अंतर्गत रक्षाविभाग से बातचीत किए बिना यह अध्यादेश जारी किया गया| हेतु चाहे कुछ भी हो, लेकिन इस अध्यादेश से, ‘इस्लामधर्मियों को अमरीका में स्वीकारा नहीं जायेगा’ ऐसा संदेश सारी दुनिया में गया है| ऐसे ग़ैरज़िम्मेदाराना आदेश के परिणाम गंभीर हो सकते हैं, ऐसे मॅक्केन और ग्रॅहम ने संयुक्त निवदेन में नमूद किया|

‘अमरीका की आतंकवादविरोधी जंग के चलते, यह अपने पर ही घाव करने जैसा है| इससे अमरीका ज़्यादा सुरक्षित नहीं होगी, बल्कि आतंकी संगठनों में होनेवाली भर्ती को अधिक बढ़ावा मिलेगा’ ऐसा डर इस संयुक्त निवेदन में जताया गया है| मॅक्केन और ग्रॅहम ने की इस आलोचना पर और जताये ऐतराज़ों का राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कुछ ही घंटो में जवाब दिया| सोशल नेटवर्किंग साईट पर इस संदर्भ में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अपनी प्रतिक्रिया जतायी। साथ ही, मीडिया के कुछ चॅनेल्स पर ट्रम्प की इस संदर्भ की भूमिका दिखाई गयी|

सबसे पहले, अमरीकी राष्ट्राध्यक्ष ने सात देशों के लोगों पर लगाया हुआ प्रवेशबंदी का फैसला यानी इस्लामधर्मियों पर लगाई प्रवेशबंदी नही, ऐसा स्पष्टीकरण ट्रम्प ने फिर से इस बारे में दिया| यह प्रवेशबंदी ९० दिनों के लिए है, ऐसा कहते हुए, इस कालावधि में सुचारु रूप से नीति बनाकर इस संदर्भ में फ़ैसला किया जायेगा, ऐसे ट्रम्प ने कहा| साथ ही, मीडिया इस अध्यादेश को ‘इस्लामधर्मियों को प्रवेशबंदी’ इस रूप में देख रही है, इसपर राष्ट्राध्यक्ष ने नाराज़गी जतायी| साथ ही, ‘मुझपर आलोचना करनेवाले सिनेटर मॅक्केन और सिनेटर ग्रॅहम इनकी निर्वासितसंबंधित नीति दुर्बल है, ऐसी टिप्पणी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने की|

‘इन दोनो सिनेटर्स ने, इस विषय पर अपनी ताकत खर्च करने के बजाय, ‘आयएस’विरोधी संघर्ष, अमरीका में होनेवाली अवैध घुसपैंठ और सीमासुरक्षा पर अधिक ध्यान देना चाहिए| तृतीय विश्‍वयुद्ध शुरू करने के लिए ये दोनों कोशिश ना करें’ ऐसा ताना भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने मारा| इससे पहले भी, रिपब्लिकन पार्टी के वरिष्ठ लीडर जॉन मॅक्केन और डोनाल्ड ट्रम्प में गंभीर मतभेद हैं, ऐसे सामने आया था| कुछ ही दिन पहले, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प रशिया पर थोंपे हुए आर्थिक प्रतिबंध हटाने की गलती ना करें, ऐसी चेतावनी जॉन मॅक्केन ने दी थी| ऐसे हुआ तो अमरिकी संसद उनका यह फ़ैसला रद करेगी, ऐसी चेतावनी मॅक्केन ने दी थी|

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