इराक, सीरिया, ईरान, सुदान, लीबिया, सोमालिया, यमन इन सात देशों की जनता को अमरीका में प्रवेशबंदी : राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प का ‘एक्झिक्युटिव्ह ऑर्डर’

वॉशिंग्टन, दि. २८ : अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने नया अध्यादेश जारी किया है| इराक, सीरिया, ईरान, सुदान, लीबिया, सोमालिया एवं यमन इन सात देशों की जनता को अमरीका में प्रवेश करने पर पाबंदी लगानेवाले ‘एक्झिक्युटिव्ह ऑर्डर’ पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने हस्ताक्षर किए| लेकिन यह प्रवेशबंदी करते समय, इन देशों के ख्रिश्चनधर्मियों को अमरीका में प्रवेश दिया जाएगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने स्पष्ट किया| अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने किए इस फैसले पर फ्रान्स और जर्मनी ने चिंता जताते हुए, ‘इससे स्थिति खराब ना हों, इसलिए अमरीका सावधानी बरतें’ ऐसी प्रतिक्रिया दी है|

trump-@NBCराष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने, अमरीका की कमान संभालने से पहले, निर्वासित और शरणार्थियों के खिलाफ़ सख़्त नीति अपनाने की घोषणा की थी| ‘अमरीका पर होनेवाले आतंकी हमले रोकने के लिए, साथ ही युरोपीय देशों जैसी अमरीका की सुरक्षा को भी चरमपंथियों द्वारा चुनौती ना मिलें इसलिए, इन देशों से अमरीका में दाखिल होनेवाले शरणार्थियों को रोकने के लिए ये आदेश दिये गए’ ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा|

इन आदेशों के कारण इराक, सीरिया, ईरान, सुदान, लीबिया, सोमालिया और यमन इन सात अरब-इस्लामी देशों के शरणार्थियों को अमरीका में प्रवेश निषिद्ध होगा| फिलहाल यह प्रवेशपाबंदी ९० दिनों के लिए मर्यादित होगी, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा| साथ ही, अमरीका ने शरणार्थियों के लिए चलाई हुई मुहिम अगले चार महीनों के लिए तहकूब करने के आदेश भी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने दिए| इससे, आनेवाले तीन से चार महीनों में अमरीका में दाखिल होनेवाले शरणार्थियों की तादात ५० हज़ार से कम होगी, ऐसा दावा किया जाता है|

anti-refugees-ban-trump-@APराष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने घोषित किए आदेशों के नुसार, संबंधित सात देशों के ख्रिश्चनधर्मियों को इस पाबंदी में शामिल नहीं किया गया है| साथ ही, अमरीका को ‘दुश्मन देश’ समझनेवाले देशों के नागरिकों को प्रवेश देते समय कड़ी जाँच की जाएगी, ऐसा भी इन आदेशों में कहा गया है| इससे आनेवाले समय में पाकिस्तान जैसे देशों से दाखिल होनेवालों की भी कठोरता से जाँच की जायेगी, ऐसे संकेत मिल रहे हैं|

साथ ही ‘आयएस’ और अन्य आतंकी संगठनों का खात्मा करने के लिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अमरीका के रक्षामंत्रालय को नये अधिकार बहाल किये हैं| अमरीका की सेना का नये से गठन करने की घोषणा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने की पेंटॅगॉन की मुलाक़ात में की| इनमें अमरीका की सेना का संख्याबल बढ़ाने की, साथ ही, युद्धपोत और परमाणुबम की संख्या में वृद्धि करने की योजना भी है|

इसी दौरान, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की उपस्थिति में पेंटॅगॉन में, अमरिकी सेना के भूतपूर्व जनरल ‘जेम्स मॅटिस’ ने अमरीका के रक्षामंत्रीपद की शपथ ग्रहण की| ‘जेम्स मॅटिस’ अफगाणिस्तान में अमरीका एवं नाटो की सैनिकी मुहिम के प्रमुख थे| इतने महत्त्वपूर्ण पद पर उनकी नियुक्ति होना, यह पाकिस्तान जैसे देश के लिए ख़तरे की घंटी मानी जा रही हैं|

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