…तो यूरोप की ‘५ जी’ कंपनियों को भी परिणाम भुगतने होंगे – चीन ने फ्रान्स को धमकाया

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरपैरिस/बीजिंग: फ्रान्स और अन्य यूरोपिय देशों ने हुवेई कंपनी को लेकर व्यापारी बचावात्मक नीति अपनाकर भेद किया तो इसके परिणाम चीन में मौजूद यूरोपिय कंपनियों को भी भुगतने होंगे, यह धमकी चीन ने फ्रान्स को दी है| फ्रान्स ने अप्रैल महीने में ‘५ जी’ तकनीक के मुद्दे पर निविदा निकालने का तय किया है और ‘ऑरेंज’ इस मुख्य फ्रेंच कंपनी ने ‘हुवेई’ की सहायता ना लेने का ऐलान पहले ही किया है| इस वजह से गुस्सा हुए चीन ने सीधा धमकाने की बात दिख रही है|

चीन की ‘हुवेई’ कंपनी ‘५ जी’ तकनीक के क्षेत्र में शीर्ष कंपनी के तौर पर जानी जाती है| इस कंपनी के संस्थापक चीन के भूतपूर्व लष्करी अधिकारी रहे है और शासक कम्युनिस्ट पार्टी से उनके काफी नजदिकी संबंध है| इस वजह से यह कंपनी चीन की हुकूमता का ही हिस्सा होने का आरोप अमरिका जैसे देश कर रहे है| अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प समेत वरिष्ठ नेताओं ने ‘हुवेई’ के विरोध में आक्रामक मुहीम शुरू की है और यूरोपिय देशों समेत अन्य देशों ने ‘हुवेई’ को ठुकराने के लिए आक्रामकता से दबाव बनाया है|

पर, यूरोपिय देशों ने ‘हुवेई’ के मुद्दे पर अमरिका का दबाव ठुकराकर निर्णय करना शुरू किया है, यही बात पिछले कुछ महीनों की गतिविधियों से सामने आ रही है| जर्मनी ने ‘हुवेई’ को ‘५ जी’ तकनीक के लिए देश के अन्य कंपनियों समेत शामिल किया है| ब्रिटेन ने भी ‘५ जी’ तकनीक के विकास केलिए चयन की हुई कंपनीयों में हुवेई का समावेश किया है| यूरोपिय महासंघ ने कुछ दिन पहले की घोषणा में सुरक्षा के मुद्दे पर कुछ कंपनियों का समावेश सीमित रहेगा, यह बात स्ष्ट की थी|

फ्रान्स की सायबर सुरक्षा यंत्रणा ने ‘हुवेई’ के बारे में किसी भी प्रकार का इशारा दिया नही है, फिर भी ‘ऑरेंज’ इस शीर्ष दूरसंचार कंपनी ने ‘हुवेई’ को दूर रखने का निर्णय किाय है| इसके अलावा यूरोप में नोकिया, और एरिक्सन कंपनीयों की सहायता ‘५ जी’ के लिए लेने की बात फ्रेंच कंपनी ने स्पष्ट की है| ‘ऑरेंज’ के अलावा अन्य फ्रेंच कंपनी ने निर्णय करना अभी शेष है और इस पृष्ठभूमि पर चीन का इशारा ध्यान आकर्षित करता है|

फ्रान्स में चीन के दूतावास ने एक स्वतंत्र निवेदन जारी करके फ्रान्स सरकार और कंपनीयों को इशारा दिया है| इसमें फ्रान्स के प्रसार माध्यमों ने ‘हुवेई’ के विरोध में दी गई समाचारों का जिक्र किया है| पर, फ्रान्स सरकार ने इस ओर नजरअंदाज करके ‘५ जी’ तकनीक के बारे में पारदर्शीता से प्रक्रिया एवं निकष तय करें, यह सलाह चीन से दी गई है| साथ ही चीन की कंपनियों से अलग बर्ताव करने की कोशिश हुई तो इससे चीन में मौजूद यूरोपिय कंपनियों को नुकसान होगा, इन शब्दों में धमकाया गया है|

निवेदन में यूरोप की नोकिया और एरिक्सन कंपनी का जिक्र किया गया है और इस वजह से नजदिकी दिनों में चीन इन यूरोपिय कंपनियों को लक्ष्य करेगा, यह संकेत भी प्राप्त हुए है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.