अमरिका-चीन व्यापार चर्चा की पृष्ठभूमि पर ‘हुवेई’ का मुद्दा और जटिल होने के संकेत

Third World Warशेन्झेन/वॉशिंगटन: अमरिका और चीन में शुरू व्यापारी चर्चा अंतिम चरण में होने के दावे शुरू होते हुए ही ‘हुवेई’ के मामले की उलझन अधिक बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं| ‘हुवेई’ कंपनी ने अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की कंपनी पर लगाए प्रतिबंध गलत और संविधान के विरोध में होने के दावा करने वाली कानूनी याचिका अमरिका के न्यायालय में दाखिल की है| यह याचिका दाखिल होते हुए ही अमरिका के आंतरिक सुरक्षा विभाग ने ‘५जी’ तंत्रज्ञान से संबंधित खतरों की अनुभूति कराना शुरू करने की जानकारी अधिकारियों से दी गई हैं|

दूरसंचार क्षेत्र में क्रांतिकारी बदल करने वाली प्रौद्योगिकी के रूप में ‘५जी’ का उल्लेख होते हुए सन २०२० में यह प्रौद्योगिकी विश्व भर में उपलब्ध होना शुरू हो जाएगी, ऐसा माना जाता हैं| अमरिका, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, चीन, रशिया जैसे प्रमुख देशों के साथ यूरोपीय देशों में भी इसलिए प्रौद्योगिकी और मूलभूत सुविधाएं निर्माण करने का काम शुरू हो गया हैं| इनमें से कई देशों में चीन के ‘हुवेई’ कंपनी को प्रौद्योगिकी के विषय में सुविधाएं निर्माण करने का काम सौंपा गया हैं| ‘हुवेई’ यह दुनिया में दूसरे क्रमांक की कंपनी होते हुए चीन के आर्थिक और औद्योगिक प्रभाव क्षेत्र के महत्वपूर्ण घटक के रूप में जानी जाती हैं|

अमरिका, चीन, व्यापार चर्चा, पृष्ठभूमि, हुवेई, मुद्दा, जटिल, संकेत, शेन्झेन, वॉशिंगटनइस कंपनी के चीन के सत्ताधारी शासन से तथा लष्कर और जासूसी यंत्रणा से संबंध होने का खुलासा होते हुए उस पर अमरिका ने तीव्र आक्षेप लिया था| ‘५जी’ प्रौद्योगिकी के लिए अनेक देशों में सक्रिय ‘हुवेई’ चीन के सत्ताधारी शासन को संवेदनशील और गुप्त जानकारी प्रदान करेगी, ऐसा आरोप भी अमरिका ने किया हैं| इन आरोपों को चीन से अमरिका पर लगातार होने वाले ‘सायबर हमलें’ तथा व्यावसायिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जानकारी चोरी करने की घटनाओं की पृष्ठभूमि हैं| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने व्यापार के साथ ही चीन से होने वाले यह हमलें और बौद्धिक संपदा की चोरी के मुद्दे पर आक्रमक भूमिका ली हैं|

चीन के साथ व्यापारी घाटा कम करने के लिए चीन के उत्पादनों पर कर लगाने वाले ट्रम्प ने, चीन की अमरिका में शुरू कार्रवाईयों को झटका देने के लिए सीधा चीनी कंपनियों को और निवेश को लक्ष्य करना शुरू कर दिया हैं| ‘हुवेई’ जैसी कंपनी के अमरिका के प्रौद्योगिकी पर और संबंधित उत्पादन पर डाले प्रतिबंध यह उसकी शुरुआत मानी जाती हैं| ‘हुवेई’ पर डाले प्रतिबंधों की चर्चा शुरू होते हुए ही पिछले वर्ष ‘हुवेई’ के कार्यकारी संचालक वँगझाऊ मेंग को कनाडा में गिरफ्तार किया गया था| यह कार्रवाई अमरिका के निर्देशों पर से होने का माना जाता है|

उसके साथ-साथ अमरिका ने अपने मित्र देशों को हुवेई कंपनी के ‘५जी’ प्रौद्योगिकी पर प्रतिबंध डालने का आव्हान किया हैं| ऑस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड ने ‘हुवेई’ पर प्रतिबंध की घोषणा करते हुए कनाडा, ब्रिटेन, और जर्मनी ने इस विषय में कदम उठाए है| यूरोप के कुछ देशों ने ‘हुवेई’ के पास स्पष्टीकरण मांगा है और सेवा स्थगित करने के संकेत दिए| अमरिका की कार्रवाई के पश्चात यह प्रतिक्रियाओं को चीन के सत्ताधारी शासन के साथ ‘हुवेई’ में बहुत बड़ी अस्थिरता निर्माण हो गई हैं| इस कारण ट्रम्प के कार्रवाई को उत्तर देने के लिए ‘हुवेई’ अमरिका के न्यायालय में याचिका दाखिल करने का जाहिर किया हैं|

इस संदर्भ में चीन ने ली पत्रकार परिषद में ‘हुवेई’ के अधिकारियों ने ‘टेक्सास’ प्रांत के न्यायालय में याचिका दाखिल करने की जानकारी दी हैं| इस याचिका में अमरिका के ‘नेशनल डिफेंस ऑथरायझेशन ऍक्ट’ के ‘सेक्शन ८८९’ को आव्हान दिया गया हैं| कंपनी के प्रौद्योगिकी और उत्पादनों पर डाले गए प्रतिबंधों के समर्थन में अमरिकी यंत्रणा कोई भी सबूत नहीं दे सका हैं, इस कारण कार्रवाई गलत और संविधान के विरोध में होने का दावा याचिका में किया गया हैं|

‘हुवेई’ से याचिका दाखिल होते हुए ही अमरिका के आंतरिक सुरक्षा विभाग ने ‘५ जी’ प्रौद्योगिकी से संबंधित खतरों का अभ्यास शुरू करने की जानकारी अधिकारियों ने दी हैं| अमरिका में इस प्रौद्योगिकी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाली मूलभूत सुविधाएं और संबंधित घटकों का इस अभ्यास में समावेश होते हुए आने वाले कुछ ही महीनों में रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाएगा, ऐसा आंतरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया हैं|

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