अफ़गान जनता के साथ सेना में भी तालिबान का आतंक बढ़ा

मात्र २४ घंटों के दौरान १३ जिलों पर तालिबान का कब्ज़ा

सुरक्षा के लिए सैंकड़ों ने किया कंधार में स्थानांतरण

३०० से अधिक अफ़गान सैनिक ताजिकिस्तान की ओर भागे

 

afghan-people-taliban-threat-2काबुल – बीते २४ घंटों के दौरान तालिबान के १४३ आतंकियों को ढ़ेर करने का ऐलान अफ़गान रक्षा मंत्रालय ने किया है। लेकिन, अफ़गान जनता और सेना में तालिबान की दहशत बढ़ने की बात सामने आ रही है। बीते चौबीस घंटों के दौरान तालिबान ने अफ़गानिस्तान के १३ जिलों पर कब्ज़ा किया है। इस दौरान हुए हमलों में बड़ी संख्या में जान का नुकसान नहीं हुआ हैं, फिर भी तालिबान के आतंक की वजह से सैंकड़ों नागरिकों ने कंधार, कुंदूज़, जोवज़ान प्रांतों में स्थानांतरण करने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। इसी बीच, तालिबान के हमलों से ड़रकर ३०० से अधिक अफ़गान सैनिक भागकर ताजिकिस्तान पहुँचे है।

अंतरराष्ट्रीय एवं अफ़गान संगठनों ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार अफ़गानिस्तान के करीबन १५ प्रांतों में सेना और तालिबान के बीच जोरदार संघर्ष जारी है। अफ़गानिस्तान के दक्षिण, पूर्व एवं ईशान कोण ओर के हिस्सों में तालिबान को बड़ी कामयाबी प्राप्त हो रही है, ऐसा स्थानीय माध्यमों का कहना है। अमरीका और नाटो के फौजों की वापसी की गति से साथ ही तालिबान के हमलों की तीव्रता बढ़ने का दावा किया जा रहा है। अफ़गानिस्तान के ईशान कोण हिस्से में तालिबानी आतंकी आक्रामकता से आगे बढ़े हैं।

बीते चौबीस घंटों के दौरान तालिबान ने पूरे अफ़गानिस्तान के कुल १३ जिलों पर कब्ज़ा किया है। इनमें से ११ जिले ईशान कोण हिस्से के होने की जानकारी अफ़गान वृत्तसंस्था ने जारी की है। सिर्फ बादखशान प्रांत के नौं जिलों पर अब तालिबान का नियंत्रण स्थापित हुआ है। इनमें से कुछ जिलों का कब्ज़ा किसी भी तरह के संघर्ष के बगैर ही प्राप्त होने का ऐलान तालिबान ने किया है। साथ ही अफ़गानिस्तान के कुल २४१ जिलों में से लगभग आधे जिलों पर तालिबान ने अपना नियंत्रण बनाया होने का दावा किया जा रहा है।

afghan-people-taliban-threat-1कुछ जिलों में तालिबान का आतंक महसूस होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। तालिबान ने कंधार प्रांत के पंजवाई जिले पर कब्जा करने के बाद वहां के सैंकड़ों नागरिकों ने राजधानी कंधार समेत आसपास के जिलों में स्थानांतरण किया है। आतंकी इन इलाकों का तालिबानीकरण करने की कोशिश में होने का ड़र स्थानियों में बढ़ रहा है। इस ड़र से स्थानीय लोग अफ़गान सरकार के नियंत्रण में वाले इलाकों में आश्रय लेने पहुँच रहे हैं, यह दावा किया जा रहा है। दो दिन पहले कुंदूज़ प्रांत में भी ऐसी ही घटना हुई थी।

ऐसे में तालिबान के हमलों से ड़रकर अफ़गानी सैनिक अपने ठिकाने छोड़कर भाग खड़े होने की और एक घटना सामने आयी है। अफ़गानिस्तान के ईशान कोण हिस्से में तालिबान ने हमला करने से पहले ही अफ़गानी सेना के ३०० से अधिक सैनिकों ने ताजिकिस्तान की सीमा पार करके आश्रय की माँग की है। ताजिक सेना ने यह जानकारी सार्वजनिक की है। कुछ दिन पहले कुंदूज़ प्रांत में भी ऐसी ही घटना घटी थी। इसकी वजह से ताजिकिस्तान को जोड़नेवाला व्यापारी मार्ग तालिबान के हाथों में चला गया है।

इसी बीच, अफ़गानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए पाकिस्तान तालिबान से बातचीत करे, वरना अस्थिर अफ़गानिस्तान और वहां की तालिबानी हुकूमत की वजह से पाकिस्तान का ही बड़ा नुकसान होगा, यह इशारा अंतरराष्ट्रीय अभ्यासगुट एवं विश्‍लेषक दे रहे हैं।

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