अफ़गानिस्तान में तालिबान के साथ लड़ रहा पाकिस्तानी सेना अधिकारी गिरफ्तार

काबुल – पाकिस्तान का तालिबान के साथ संबंध ना जोड़ें, ऐसा बयान पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने कुछ दिन पहले ही किया था। लेकिन, तालिबान के पक्ष में लड़ रहे पाकिस्तानी लष्करी अधिकारी को हिरासत में लेकर अफ़गानिस्तान ने पाकिस्तान की पोल खोली है। अफ़गानिस्तान में दाखिल होने से पहले इस पाकिस्तानी अधिकारी ने यह बात भी कबूली है कि, वह अफ़गानिस्तान जाने से पहले जम्मू-कश्‍मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल था। इस पाकिस्तानी सेना अधिकारी के कबूलनामे की वजह से अफ़गानिस्तान के साथ भारत में जारी आतंकी गतिविधियों में भी पाकिस्तान अब तक शामिल होने का आरोप नए से साबित हो रहा है।

afghan-taliban-pak-army-1अफ़गानिस्तान के राष्ट्रीय गुप्तचर और सुरक्षा विभाग ने मंगलवार के दिन पाकिस्तानी सीमा के पास स्थित पाकतिया प्रांत में कार्रवाई करके तालिबान का अड्डा तबाह किया। वहां के दंड पतान जिले में की गई कार्रवाई के दौरान अफ़गान गुप्तचर यंत्रणाओं ने तालिबानी आतंकी को गिरफ्तार किया। अफ़गान सुरक्षा यंत्रणा ने कड़ी पूछताछ करने के बाद पकड़ा गया यह आतंकी पाकिस्तानी सेना का अधिकारी होने की बात स्पष्ट हुई। इस पाकिस्तानी सेना अफसर का नाम ‘अज़ीम अख्तर’ है और उसकी पहचान उससे बरामद किए ‘आयकार्ड’ से स्पष्ट हुई है।

अज़ीम अख्तर के पिता और चाचा भी पाकिस्तानी सेना में कार्यरत थे, यह जानकारी अफ़गान वृत्तसंस्था ने प्रदान की। पाकिस्तानी सेना में डेढ़ वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद हमें जम्मू-कश्‍मीर में आतंकी कार्रवाई करने के लिए भेजा गया था। इसके बाद पेशावर और वहां से खैबर-पख्तूनख्वा के पारचिनार स्थित अड्डे पर हमें रखा गया और इस लष्करी अड्डे पर अन्य आतंकी भी मौजूद थे, यह बात अज़ीम ने माध्यमों के सामने कबूली है।

afghan-taliban-pak-army-2अफ़गानिस्तान के संघर्ष में तालिबान के ओर से संघर्ष के लिए और बड़ी मात्रा में आतंक फैलाने के आदेश हमें प्राप्त हुए थे। साथ ही इस संघर्ष में पाकिस्तानी सेना अधिकारी एवं सैनिक तालिबान के साथ लड़ने की जानकारी वरिष्ठ लष्करी अफसरों ने पहले ही साझा की थी, ऐसा बयान अज़ीम ने माध्यमों के सामने किया। लेकिन, अफ़गानिस्तान के कौनसे हिस्से में पाकिस्तानी सेना अधिकारी संघर्ष कर रहे हैं, यह जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।

अफ़गानिस्तान की अस्थिरता के लिए पाकिस्तान ज़िम्मेदार है। पाकिस्तान ही तालिबान और अन्य आतंकी संगठनों को अड्डे उपलब्ध करके सहायता प्रदान कर रहा है, ऐसे आरोप अफ़गान सुरक्षा यंत्रणा लगा रही है। इसके साथ ही पाकिस्तान लगातार अफ़गानिस्तान द्वारा लगाए गए आरोप ठुकराता रहा है। दो दिन पहले पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरेशी ने माध्यमों के साथ बातचीत करते समय कहा था कि, पाकिस्तान और तालिबान के संबंध ना जोड़ें। साथ ही हमने तालिबान का वकालत नामा स्वीकारा नहीं है, यह कहकर कुरेशी ने पाकिस्तान पर लगाए जा रहे आरोपों को अनदेखा किया।

लेकिन, अफ़गान सुरक्षा यंत्रणा ने तालिबान के साथ लड़ रहे पाकिस्तानी सेना अधिकारी को माध्यमों के सामने लाकर पाकिस्तान की पोल खोल दी है। इस आरोप का इन्कार करना पाकिस्तान के लिए कठिन होगा। इसके अलवा इस अधिकारी की गिरफ्तारी की वजह से अफ़गानिस्तान के आतंकवाद की जड़ें पाकिस्तान से ही मिली हुई होने के भारत और अफ़गानिस्तान द्वारा लगाया जा रहा आरोप फिर से साबित हुआ है। इसकी गूंज इस बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उठ सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.