झिंजियांग के उइगरवंशियों के मुद्दे पर चीन द्वारा यूरोपिय महासंघ की आलोचना

ब्रुसेल्स/बीजिंग – झिंजियांग के उइगरवंशियों से भेंट करने के विषय पर यूरोपिय महासंघ ने शर्ते अन्यायी है और इस विषय पर महासंघ की भूमिका दोगली है, ऐसी आलोचना चीन ने की है। संयुक्त राष्ट्र संगठन के साथ अमरीका और यूरोपिय देश यह माँग रख रहे हैं कि, निष्पक्ष निरीक्षकों को चीन झिंजियांग में प्रवेश करने की अनुमति प्रदान करे। लेकिन, चीन ने जाँच की माँग ठुकराई है और यह भेंट मित्रता से भरी हो, यह इशारा भी दिया है।

china-xijiang-uyghur-eu-1संयुक्त राष्ट्र संगठन ने कुछ वर्ष पहले झिंजियां के उइगरवंशियों के विषय में एक रपट जारी की थी। इसमें चीन की शासक कम्युनिस्ट हुकूमत ने कुल ११ लाख उइगरवंशियों को उत्पीड़न शिविरों में रखा होने का आरोप लगाया था। इसके बाद विश्‍व के अधिक से अधिक देश झिंजियांग में जारी चीन की हरकतों के खिलाफ खुलेआम आवाज़ उठा रहे हैं। अमरीका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाड़ा जैसे देशों ने चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत के उइगरों पर हो रहे अत्याचार यानी नरसंहार होने का आरोप लगाया है। अन्य देशों में भी इस प्रकार का रुख होने से चीन की काफी बेचैनी हुई है।

जिनेवा में कुछ दिन पहले हुई संयुक्त राष्ट्र संगठन के मानव अधिकार आयोग की बैठक में उइगरवंशियों पर हो रहे अत्याचारों के विषय पर तीव्र चिंता जताकर इस मामले की जाँच करने के लिए चीन संयुक्त राष्ट्र संगठन के अफसरों के साथ निष्पक्ष निरीक्षकों को झिंजियांग में प्रवेश दे, यह माँग बड़े आग्रह से रखी गई थी। इस मामले में जारी किए गए निवेदन का ४० से अधिक देशों ने समर्थन किया था। इसके बाद यूरोपिय महासंघ के विदेश विभाग ने झिंजियांग के मुद्दे पर स्वतंत्र निवेदन भी जारी किया था।

china-xijiang-uyghur-eu-2इस निवेदन में, झिंजियांग के मुद्दे पर महासंघ की भूमिका अधिक सख्त करने के संकेत दिए गए थे। झिंजियांग में स्थित कंपनियाँ उइगरवंशियों का गुलामों जैसा इस्तेमाल करने के कई मामले सामने आए थे। इन कंपनियों को लेकर यूरोपिय महासंघ ने सख्त नियमों की सूचि जारी की जाएगी, ऐसा महासंघ के विदेश विभाग द्वारा कहा गया था। इस निवेदन में चीन द्वारा उइगरवंशी कार्यकर्ताओं पर हो रहे अत्याचारों का ज़िक्र भी किया गया था। इस पर चीन बहुत बौखलाया हुआ है और इसी में चीन ने यूरोपिय महासंघ की आलोचना की है।

झिंजियांग की यात्रा के विषय पर चीन संयुक्त राष्ट्र संगठन और यूरोपिय देशों से संपर्क बनाए होने का दावा चीन ने किया है। लेकिन, यूरोपिय महासंघ ने झिंजियांग की यात्रा के मुद्दे पर स्वीकारना मुमकिन ना होनेवाली शर्तें रखी हैं, यह आरोप चीन ने लगाया है। ऐसी शर्तें किसी भी सार्वभौम देश को मंजूर नहीं हैं और महासंघ की भूमिका दोगली है, ऐसी तीव्र नाराज़ी चीन ने व्यक्त की है। महासंघ पर चीन के अंदरुनि कारोबार में दखलअंदाज़ी करने का आरोप भी चीन ने लगाया है।

चीन में हो रहे मानव अधिकारों के हनन को इसके आगे अनदेखा नहीं किया जा सकता, यह इशारा अमरीका और यूरोपिय महासंघ चीन को दे रहे हैं। तभी, इस मुद्दे पर हम पश्‍चिमी देशों से टकराने के लिए तैयार होने का संदेशा चीन दे रहा है। इस वजह से यूरोपिय महासंघ के साथ जारी चीन के व्यापारी सहयोग को खतरा है, इसकी हमें परवाह नहीं है, ऐसा चीन का कहना है।

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