रशिया में सात लोग ‘बर्ड फ्लू’ संक्रमित हुए

– मनुष्य ‘बर्ड फ्लू’ संक्रमित होने की विश्‍व की पहली घटना


मास्को – रशिया के एक ‘पोल्ट्री फार्म’ पर काम कर रहे सात लोग ‘बर्ड फ्लू’ संक्रमित होने से सनसनी फैली है। मनुष्य ‘बर्ड फ्लू’ संक्रमित होने की यह विश्‍व की पहली घटना समझी जा रही है। रशिया की स्वास्थ्य यंत्रणा ‘रॉस्पोट्रेबनाद्जोर’ की प्रमुख ऐना पोपोवा ने इस संक्रमण की जानकारी साझा की। ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन’ (डब्ल्यूएचओ) को इस मनुष्य संक्रमण के विषय में ‘अलर्ट’ दिया गया है, ऐसा रशिया ने कहा है।

bird-flu-russiaबीते वर्ष अगस्त से रशिया के एक फार्म से ‘बर्ड फ्लू’ का नया संक्रमण शुरू हुआ और यह संक्रमण अब तक यूरोप और एशियाई देशों में फैल चुका है। इस संक्रमण के कारण अब तक करोड़ों पक्षियों का कत्ल करना पड़ा और कुछ देशों में इस महामारी का प्रभाव फिर से बढ़ने की बात कही जा रही है। इस पृष्ठभूमि पर ‘एच5एन8’ वर्ग के ‘बर्ड फ्लू’ का मनुष्य में संक्रमण होने की बात सामने आना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

दिसंबर में दक्षिणी रशिया के पोल्ट्री फार्म में ‘बर्ड फ्लू’ का तेज़ी से संक्रमण होने की बात सामने आयी थी। इसी इलाके के एक पोल्ट्री फार्म पर काम करनेवाले कुछ लोगों में फ्लू के लक्षण दिखाई देने से उन्हें तुरंत अस्पताल में दाखिल करके उनका इलाज़ शुरू किया गया था। इनकी बिमारी का कारण स्पष्ट ना होने से इन लोगों के नमुने ‘साइबेरिया’ की ‘वेक्टर लैब्रटॉरी’ में भेजे गए। इस लैब ने दिए रपट में इनकी बीमारी का कारण ‘बर्ड फ्लू’ के विषाणु होने की बात स्पष्ट की गई है।

‘रशियन वैज्ञानिकों ने इस विषाणु की जनुकिय रचना को अलग करने में सफलता हासिल की है। संक्रमित सात लोगों के स्वास्थ्य को फिलहाल किसी भी तरह का खतरा नहीं है। इनकी बीमारी ‘पोल्ट्री फार्म’ की मुर्गियों में हुए बर्ड फ्लू के संक्रमण से ही फैली होने की बात सामने आयी है। लेकिन, एक व्यक्ति से दूसरे को संक्रमण नहीं हुआ है। यह एक काफी अहम खोज़ हुई हैं। इस विषाणु में और भी कुछ बदलाव होते हैं या नहीं, यह बात अगले दिनों में स्पष्ट होगी’, यह बात भी रशियन स्वास्थ्य यंत्रणा की प्रमुख ऐना पोपोवा ने कही है।

‘डब्ल्यूएचओ’ ने रशिया में हुए संक्रमण की जानकारी प्राप्त होने की बात कबूली है। इसके साथ ही संगठन ने इस मुद्दे पर अन्य देशों की यंत्रणाओं से संपर्क करने की बात भी स्पष्ट की। रशिया के पोल्ट्री फार्म पर काम करनेवाले कर्मचारियों में देखा गया यह संक्रमण ‘असिम्प्टोमैटिक’ वर्ग का होने का खुलासा भी स्वास्थ्य संगठन ने किया है।

bird-flu-russiaबीते दशक के दौरान चीन में पहली बार बड़ी मात्रा में ‘बर्ड फ्लू’ का संक्रमण हुआ था। इसके बाद रशिया के साथ यूरोप एवं एशियाई महाद्विप को ‘बर्ड फ्लू’ के संक्रमण ने तीन झटके दिए हैं। वर्ष 2015-16 और 2016-17 लगातार दो वर्षों में यूरोपिय देशों में हुए ‘बर्ड फ्लू’ के संक्रमण के दौरान तीन करोड़ से पक्षियों का कत्ल करना पड़ा था। बीते वर्ष रशिया से शुरू हए इस संक्रमण का फैलाव अब तक यूरोप और एशिया के 20 से अधिक देशों में हुआ है और इस वजह से पोल्ट्री उद्योग को अरबों डॉलर्स का नुकसान उठाना पड़ा है।

इसी बीच, फ्रान्स में स्थित नामांकित वैज्ञानिक ग्वेनेल वोर्श ने ‘इन्फ्ल्युएन्ज़ा’ प्रकार के विषाणुं में जनुकिय बदलाव जल्दी हो सकते हैं, यह दावा करके रशिया के अलावा अन्य देशों में भी मानवी संक्रमण के उदाहरण मौजूद हो सकते हैं, ऐसी संभावना जताई है। रशिया में देखा गया मानवी संक्रमण हिमशैल की नोक हो सकती है, यह इशारा भी उन्होंने दिया है।

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