अफ्रीका के ‘डीआर कांगो’ में ‘ब्युबॉनिक प्लेग’ की महामारी में ३१ की मौत

– कोरोना और एबोला के बाद अफ्रीका पर तीसरी महामारी का संकट


dr-congo-blubonicकिन्शासा – अफ्रिका के ‘डीआर कांगो’ में कोरोना वायरस और एबोला के बाद अब ‘ब्युबॉनिक प्लेग’ की महामारी ने हाहाकार मचाया है। इस महामारी से अब तक ३१ की मौत हुई है और कुल ५०० से अधिक लोगों को इस महामारी ने चपेट में लिया है। देश के ईशान कोण हिस्से के ‘इतुरी’ प्रांत में इस महामारी का संक्रमण शुरू हुआ है। यह प्रांत युगांड़ा और दक्षिणी सूड़ान से जुड़ा होने से इन देशों में भी ‘ब्युबॉनिक प्लेग’ का फैलाव होगा, यह ड़र व्यक्त किया जा रहा है।

बीते वर्ष नवंबर और दिसंबर के दौरान इतुरी प्रांत में ‘ब्युबॉनिक प्लेग’ के कुछ मरीज़ देखे गए थे। लेकिन, बीते महीने से इस महामारी का संक्रमण बड़ी मात्रा में होना शुरू हुआ है। इतुरी प्रांत में अब तक ‘ब्युबॉनिक प्लेग’ के ५२० से अधिक मरीज़ देखे गए हैं और इनमें से ३१ संक्रमितों की मौत होने की जानकारी स्थानीय स्वास्थ्यमंत्री पैट्रिक कारामुरा ने साझा की। ‘इकोहेल्थ अलायन्स’ नामक अमरीका स्थित स्वयंसेवी गुट ने यह नई महामारी काफी घातक होने के संकेत दिए हैं। इस महामारी के संक्रमितों के लगभग ८० प्रतिशत लोग १७ वर्ष से कम उम्र के होने की ओर इस गुट ने ध्यान आकर्षित किया है।

dr-congo-blubonic‘डीआर कांगो’ में कोरोना और एबोला का संक्रमण भी जारी होने की जानकारी सूत्रों ने साझा की। इस देश में २५ हज़ार से अधिक कोरोना संक्रमित देखे गए हैं और ७०० से अधिक संक्रमित मृत हुए हैं। इसी बीच बीते हफ्ते से यहां पर एबोला का संक्रमण भी बढ़ रहा है और इससे चार की मौत होने की बात कही गई है। इसी बीच अब ‘ब्युबॉनिक प्लेग’ का संक्रमण होने से डीआर कांगो की सरकार के सामने खड़ी चुनौतियाँ अधिक बढ़ी हैं।

बीते वर्ष जुलाई में चीन के इनर मंगोलिया इलाके में ‘ब्युबॉनिक प्लेग’ का संक्रमण हुआ था। इस महामारी के चार संक्रमित देखे जाने के बाद चीनी यंत्रणाओं ने इन संक्रमितों के संपर्क में होनेवाले डेढ़ सौ से अधिक लोगों को ‘क्वारंटाईन’ किया था। dr-congo-blubonicबीमार प्राणियों का मांस और मानवी संक्रमण द्वारा इसका फैलाव होने से स्थानीय यंत्रणा ने ‘लेवल ३ इमर्जन्सी’ का ऐलान किया था। लेकिन, इसके बाद चीनी यंत्रणाओं ने इस संक्रमण से संबंधित कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है।

जीवाणुं के कारण संक्रमित हो रही ‘ब्युबॉनिक प्लेग’ की बीमारी ‘ब्लैक डेथ’ नाम से भी पहचानी जाती है। पिसवा के काँटने से और संक्रमित हुए प्राणी का माँस सेवन करने से इस प्लेग का संक्रमण होता है। मध्ययुग के दौर (मिडल एजेस) में ‘ब्युबॉनिक प्लेग’ का संक्रमण होने से यूरोपिय देशों में कम से कम पांच करोड़ लोगों की मौत होने का इतिहास है।

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