सौदी अरब और सीरिया में दूतावास शुरू करने पर सहमति

रियाध/दमास्कस – अरब-खाड़ी देशों की संगठन ‘अरब लीग’ में सीरिया का समावेश होने के बाद सौदी अरब ने इस देश के साथ राजनीतिक संबंध पुनः स्थापित करने के संकेत दिए हैं। मंगलवार को सौदी अरब ने सीरिया में अपना दूतावास फिर से शुरू करने का ऐलान किया। सौदी के इस ऐलान के बाद सीरिया के विदेश विभाग ने भी सीरिया में सौदी अरब का दूतावास सक्रिय करने का ऐलान किया। 

दूतावासपिछले दशक के ‘अरब स्प्रिंग’ प्रदर्शनों में खाड़ी और अफ्रीकी देशों में कई हुकूमतों का तख्तापलट किया गया था। सीरिया में भी राष्ट्राध्यक्ष बशर अल-अस्साद की हुकूमत हटाने की कोशिश हुई। अस्साद हुकूमत के विरोध में लड़ रहे गुटों को सौदी समेत अन्य खाड़ी और अरब देशों ने सहायता भी मुहैया की थी। राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ने सीरियन जनता पर किए अत्याचारों की वजह आगे करके ‘अरब लीग’ ने सीरिया को संगठन से निष्कासित किया था। 

वर्ष २०१२ में सौदी अरब ने सीरिया के राजनीतिक संबंध तोड़ने का निर्णय करके दूतावास बंद किया था। राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ईरान और रशिया की सहायता से अपनी हुकूमत बचाने में सफल हुए थे। पिछले कुछ सालों में खाड़ी में भू-राजनीतिक गणित बदलना शुरू हुआ था। चीन की मध्यस्थता के बाद खाड़ी के प्रतिद्वंद्वी सौदी और ईरान ने अपने ताल्लुकात सामान्य करने की दिशा में कदम बढ़ाए थे। सौदी और ईरान के ताल्लुकात सामान्य होने के साथ ही सीरिया को फिर से अरब लीग में शामिल करने की गतिवधियां शुरू हुई। 

कुछ महीनों की चर्चा के बाद अरब लीग ने सीरिया को फिर से संगठन की सदस्यता बहाल करने का ऐलान किया। इसके बाद अरब लीग के सदस्य देशों ने सीरिया के ताल्लुकात पुनः स्थापित करने की कोशिश शुरू की है और सौदी अरब ने अपना दूतावास शुरू करने का निर्णय करना उसी का हिस्सा बनता है। अमरीका और यूरोपिय देशों का अस्साद हुकूमत के लिए जारी विरोध अभी भी कायम है। इस पृष्ठभूमि पर अरब-खाड़ी देश और सीरिया के संबंध पुनः स्थापित होना अमरीका के साथ यूरोपिय देशों के लिए बड़ा तमाचा है। 

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