ईंधन की कीमतों से छेड़खानी करने के अमरीका की कोशिशों पर सौदी अरब की आलोचना

रियाध/वॉशिंग्टन –  आपात्काल के लिए आरक्षित रखा ईंधन भंड़ार खत्म हुआ तो आनेवाले समय में संबंधित देशों को कठिन संकटों का सामना करना पड़ सकता है, ऐसी कड़ी चेतावनी सौदी अरब के ईंधन मंत्री प्रिन्स अब्दुलअझिझा बिन सलमान ने दी। इस बार उन्होंने अमरीका के बायडेन प्रशासन ने ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ खुले करने की अपनाई नीति पर भी आलोचना की। ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ ईंधन की कीमतें कम करने के लिए नहीं बल्कि ईंधन की सप्लाई मे उभरी बाधाएँ दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, ऐसी फटकार भी सौदी के मंत्री ने लगाई।

ईंधन की कीमतईंधन उत्पादक देशों के ‘ओपेक प्लस’ गुट ने नवंबर महीने से कच्चे तेल का उत्पादन प्रतिन २ करोड़ बैरल्स कम करने का निर्णय किया है। इस निर्णय पर अमरीका के साथ यूरोपिय देशों ने तीव्र बयान किया था। अमरीका के बायडेन प्रशासन के साथ सांसदों ने भी यह आरोप लगाया था कि, यह निर्णय सौदी अरब ने रशिया के पक्ष में किया है। अमरीका अब सौदी में तैनात सेना हटाएँ एवं रक्षा सहयोग तोड़ दे, ऐसी माँगे भी सांसदों ने रखी थी। इसके जवाब में सौदी ने ईंधन उत्पादन की यह कटौती राजनीतिक नहीं बल्कि आर्थिक निर्णय हैं, ऐसा कहकर संभावित वैश्विक मंदी के संकट का अहसास भी कराया था।

लेकिन, अमरीका में सौदी को लेकर बनी नाराज़गी अभीतक कायम हैं। साथ ही सौदी ने भी अपनी भूमिका से पीछे हटने से स्पष्ट इन्कार किया हैं। उल्टा अमरीका के साथ मित्रदेशों ने आपाद समय के लिए आरक्षित रखे ईंधन भंड़ार खुले करने की अपनाई नीति को लक्ष्य किया है। अमरीका और मित्रदेशों ने यही नीति कायम रखी तो भविष्य में उन्हें अधिक कठिन का सामना करना हो सकता है, ऐसी चेतावनी सौदी अरब के ईंधन मंत्री प्रिन्स अब्दुलअझ्ािझ्ा बिन सलमान ने दी है। सौदी की यह चेतावनी भविष्य में ईंधन उत्पादन मे अधिक कटौती होने के संकेत दर्शाती है।

ईंधन की कीमतअमरीका ने अपने ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ से १८ करोड़ बैरल्स कच्चे तेल का इस्तेमाल किया है। इसके बाद फिर से डेढ़ करोड़ बैरल्स ईंधन भंड़ार खुला करने का ऐलान भी किया गया हैं। इस वजह से आपाद समय के लिए आरक्षित रखा अमरीका का ईंधन भंड़ार सबसे निचले स्तर पर पहुँचा हैं। भविष्य में ईंधन उत्पादक देशों ने फिर से कटौती का निर्णय किया तो मौजूदा आरक्षित भंड़ार फिर से पहले के सामान्य स्तर पर लाना अमरीका के साथ अन्य मित्रदेशों के लिए भी आसान नहीं होगा, इसका अहसास सौदी के ईंधन मंत्री कराते दिख रहे हैं।

इसी बीच, ओपेक प्लस ने ईंधन उत्पादन की कटौती करने का निर्णय करने से पहले अमरीका और सौदी अरब की ‘सिक्रेट डील’ हुई थी, लेकिन, सौदी ने इसका पालन नहीं किया, यह जानकारी भी सामने आयी है। अमरीका के ‘द न्यूयॉर्क टाईम्स’ अखबार ने यह वृत्त जारी किया है। सौदी के साथ डील तय हुआ था और इसी कारण राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने सौदी का दौरा करके प्रिन्स मोहम्मद सलमान से मुलाकात की थी, ऐसा अमरिकी अखबार ने अपने वृत्त मे कहा हैं।

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