ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के निवास के सामने पैलेस्टिनी समर्थकों ने किए जोरदार प्रदर्शन – इस्रायल के खिलाफ सख्त भूमिका अपनाने की की मांग

लंदन – जॉर्डन की नदी से भूमध्य समुद्र तक का क्षेत्र जल्द ही स्वतंत्र किया जाएगा, ऐसे नारे लगाकर पैलेस्टिन समर्थकों ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के निवास ‘१० डाउनिंग स्ट्रीट’ के सामने जाम लगाया था। करीबन २० हजार प्रदर्शनकारियों के कारण वहां की सुरक्षा के लिए खतरा बना था। लेकिन, गाजा पट्टी में जारी इस्रायल की सैन्य कार्रवाई जब तक रुकती नहीं तब तक ब्रिटेन में प्रदर्शन शुरू रहेंगे, ऐसा इशारा इन प्रदर्शनकारियों ने दिया है। ब्रिटेन में इस्रायल विरोधी नेता जेरेमी कॉर्बीन भी इन प्रदर्शनों में शामिल हुए थे।

इस्रायल का द्वेष और पैलेस्टिन का समर्थन करने वाले ब्रिटेन स्थित नागरिकों ने शनिवार को यह प्रदर्शन किए। लंदन के जाने माने पोर्टलैण्ड पैलेस, रिजंट स्ट्रीट, हेमार्केट, पिकैडली सर्कस, व्हाइटहॉल इलाके में प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली। इस्रायल ने गाजा पट्टी में सैन्य कार्रवाई शुरू करने के साथ ही ब्रिटेन में पैलेस्टिन समर्थकों ने दर्जन से अधिक प्रदर्शनों का आयोजन किया था। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के निवास के सामने पैलेस्टिनी समर्थकों ने किए जोरदार प्रदर्शन - इस्रायल के खिलाफ सख्त भूमिका अपनाने की की मांगपिछले हफ्ते अंतरराष्ट्रीय अदालत ने इस्रायल के विरोध में नतीजा सुनाने के बाद लंदन में फिर से इस्रायल विरोधी प्रदर्शनों का आयोजन किया गया। इस्रायल ने गाजा पट्टी में वंशसंहार शुरू करने का ऐलान इन प्रदर्शनकारियों ने किया है।

पैलेस्टिन का निर्माण करें, स्वतंत्र पैलेस्टिन की जीत हो, इस्रायल का विनाश हो, ऐसे बैनर लेकर पैलेस्टिन समर्थक इस रैली में शामिल हुए थए। प्रधानमंत्री ऋषी सुनाक इस्रायल को समर्थन देना रोक दे और पैलेस्टिनियों का वंशसाहर कर रहे इस्रायल के विरोध में सख्त भूमिका अपनाएं, ऐसी मांग इन प्रदर्शनकारियों ने की। यह प्रदर्शन शांति से होने का दावा लंदन पुलिस कर रही हैं। इससे पहले ब्रिटेन में आयोजित प्रदर्शनों में पैलेस्टिन समर्थकों ने भारी मात्रा में आगजनी, तोड़फोड़ करके ऐतिहासिक धरोहार को नुकसान पहुंचाने की जानकारी सामने आयी थी। इसके साथ ही ज्यूधर्मियों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटना भी सामने आयी थी। ब्रिटेन की अदालत ने इस मामले में संज्ञान लेकर संबंधित आरोपियों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इसके बाद लंदन में पहली बार प्रदर्शनों का आयोजन किया गया था।

इस्रायल गाजा में शुरू सैन्य कारवाई रोककर पुरी फौज वहां से नहीं हटाता तब तक ब्रिटेन में प्रदर्शन शुरू रहेंगे, ऐसा इशारा इन प्रदर्शनकारियों ने दिया है। इस बीच, शनिवार को पैलेस्टिन के समर्थन में आयोजित इन प्रदर्शनों में ईरान समर्थक भी शामिल होने की जानकारी सामने आयी है। ब्रिटेन में इस्रायल के विरोध में सुनाई दे रही आवाज आगे अधिक से अधिक तीव्र होगी। यह मुद्दा सिर्फ इस्रायल विरोध तक सीमित नहीं रहेगा, आगे ब्रिटेन में मौजूद हमास समर्थक इस्रायल विरोध के आगे जाकर ब्रिटेन की अंदरुनि सुरक्षा को चुनौती देंगे, ऐसा इशारा इस देश के कुछ राजनीतिक नेताओं ने दिया था। साथ ही हमास के समर्थन में आयोजित ब्रिटेन के इन प्रदर्शनों में उतरे प्रदर्शनकारियों को ब्रिटेन का जनतंत्र, मूल्य और संस्कृति को लेकर बिल्कुल भी आदर नहीं हैं, ऐसी आलोचना भी यह नेता कर रहे हैं।

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