दुश्मानी और दोगलेपन का त्याग किया तो उत्तर कोरिया दक्षिण कोरिया से वार्ता करने के लिए तैयार – किम यो जाँग का दावा

प्योनगैन्ग/सेऊल – दक्षिण कोरिया ने शत्रुता की नीति और पूर्वग्रह दूषित नज़रिया एवं दोगलापन का त्याग किया तो उत्तर कोरिया फिर से दक्षिण कोरिया से बातचीत करने के लिए तैयार है, ऐसा बयान उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन की बहेन किम यो जाँग ने किया  है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष मून जाए-इन ने संयुक्त राष्ट्र संघ में किए भाषण के दौरान यह प्रस्ताव रखा था कि, दोनों कोरिया के बीच की जंग खत्म होने का अधिकृत ऐलान करें। इस पर प्रतिक्रिया दर्ज़ करते हुए किम यो जाँग ने कहा है कि, सिर्फ युद्ध खत्म होने का ऐलान पर्याप्त नहीं है और दक्षिण कोरिया ने अपनी नीति और नज़रिया भी बदलने चाहिएं।

south-korea-ready-north-korea-talksमार्च में उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी के क्रूज़ मिसाइल एवं बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। इसके बाद उत्तर कोरिया की परमाणु गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की रपट अमरिकी अध्ययन मंड़ल ने जारी की थी। बीते महीने में ‘प्रिएम्प्टिव स्ट्राईक’ की क्षमता अधिक बढ़ाने का इशारा भी उत्तर कोरिया ने दिया था। इसके दो हफ्तों के भीतर उत्तर कोरिया ने नए मिसाइल परीक्षण करके अमरीका और दक्षिण कोरिया पर दबाव बढ़ाने की कोशिश की थी। इन परीक्षणों की पृष्ठभूमि पर उत्तर कोरिया से धमकाया भी जा रहा था।

तो दूसरी ओर अमरीका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के साथ शांतिवार्ता शुरू करने की कोशिश भी जारी रखी थी। कुछ दिन पहले अमरीका के दूत जापान और दक्षिण कोरिया के दौरे पर आए हुए थे। उस समय अमरीका, जापान, दक्षिण कोरिया और चीन के बीच कोरियन क्षेत्र में शांतिवार्ता शुरू होने के उद्देश्‍य से बातचीत भी हुई थी। लेकिन, इस पर भी उत्तर कोरिया ने ज्यादा रिस्पान्स नहीं दिया था। इस पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने दो देशों के बीच का युद्ध खत्म होने की माँग के लिए पेश किया हुआ प्रस्ताव ध्यान आकर्षित करता है।

इस प्रस्ताव पर शुरू में उत्तर कोरिया ने नकारात्मक बयान किया था। उत्तर कोरिया के वरिष्ठ मंत्री ने इस प्रकार का प्रस्ताव असामयिक है और अमरीका की शत्रुता से भरी नीति की वजह से ऐसा प्रस्ताव बेमतलब होने का इशारा दिया था। लेकिन, इसके कुछ ही घंटों बाद उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन की बहेन किम यो जाँग ने बातचीत के लिए तैयार होने की जानकारी साझा की। लेकिन, इसके लिए दक्षिण कोरिया को अपनी शत्रुता की नीति त्यागनी पड़ेगी, यह शर्त भी उन्होंने रखी है। युद्ध का अन्त करने का ऐलान नए संघर्ष का बीज साबित हो सकता है, यह इशारा किम यो जाँग ने दिया।

दो वर्ष पहले अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन के बीच बैठक असफल साबित हुई थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच संपर्क पूरी तरह से रुक गया है। अमरीका ने कई बार बातचीत करने की तैयारी दर्शायी है। लेकिन, इसके लिए उत्तर कोरिया की शर्तों को स्वीकारने से इन्कार किया है।

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