मुसलाधार बारिश से मुंबई समेत कोंकण क्षेत्र प्रभावित – कोल्हापुर में पंचगंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी

मुंबई – मुसलाधार बारिश ने लगातार दूसरे दिन मुंबई समेत ठाणे, सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी और कोल्हापूर को धो ड़ाला। मुसलाधार बारिश की वजह से कोंकण क्षेत्र की कुछ नदियों का बहाव खतरे के स्तर से ऊपर है और इससे मुंबई-गोवा महामार्ग की यातायात प्रभावित हुई है। तभी कोल्हापुर में पंचगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से भीषण बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है।

Mumbai-Konkan-Rainअरब सागर और बंगाल के उपसागर में एक ही समय पर कम दबाव का क्षेत्र निर्माण होने से मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्र में मुसलाधार बारिश शुरू हुई। बुधवार के दिन मुंबई शहर, उपनगर, ठाणे, पालघर, रायगड समेत कोल्हापुर को बारिश ने बड़ा झटका दिया। मुंबई में कई इलाकों में पानी जमा होने से यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ। इसी बीच मरिन लाईन्स और चर्नी रोड़ के बीच ओवरहेड वायर पर पेड़ गिरने से और भायखला से मस्जिद बंदर के बीच रेल मार्ग पर पानी भरने से लोकल ट्रेनें प्रभावित हुईं। इससे लॉकडाउन के दिनों में आवश्‍यक सेवाओं के लिए काम कर रहे नागरिकों को बड़ी परेशानी हुई। नवी मुंबई में हुई बारिश के दौरान डी.वाय.पाटील स्टेडियम का भी बड़ा नुकसान हुआ और इसी बीच जेएनपीटी में तीन क्रेन गिरने की घटनाएं हुईं।

कोंकण क्षेत्र में रायगड ज़िले में बारीश की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ। बीते चौबीस घंटों में हुई मुसलाधार बारीश में पेड़ गिरने की, पानी जमा होने की और बिजली की सप्लाई प्रभावित होने की घटनाएं हुई हैं। ज़िले में हुई बारिश में नदी-नाला उफान पर है। सावित्री नदी में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है और महाड का क्षेत्र पानी से भरा हुआ है। इस दौरान घोणसे की घाटी में पत्थर गिरने से माणगाव से श्रीवर्धन जानेवाली यातायात प्रभावित हुई है।

Mumbai-Konkan-Rainकोंकण में हो रही मुसलाधार बारीश की वजह से कई नदियां उफान पर हैं और इससे गणेशोत्सव के लिए कोंकण जा रहे लोगों को बड़ी परेशानी हुई है। माणगाव के करीब घोड नदी का पानी पुल के ऊपर आने से मुंबई-गोवा राष्ट्रीय महामार्ग की यातायात कुछ देर के लिए रोकी गई। इससे मुंबई-गोवा मार्ग पर बड़ा जाम लगा। तभी सिंधुदुर्ग ज़िले में भी जोरदार बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ। कणकवली-खारेपाटण में सुखनदी से बाढ की स्थिति बनने से बाज़ार के साथ नज़दिकी इलाकों में पानी भरा हुआ है। सावंतवाडी के बांदा बाज़ार समेत करीबी गांवों को सावधानी बरतने की चेतावनी दी गई है।

कोल्हापूर में भी मुसलाधार बारिश ने हड़कंप मचाया है और पंचगंगा नदी खतरे के स्तर से ऊपर बहने लगी है। इससे नज़दिकी गांवों को खतरे का इशारा दिया गया है। इस नदी के किनारे पर रहनेवालों को सुरक्षित ज़गह पर स्थानांतरित किया गया है। शहर में पुराने पुल पर पानी जमा होने से यह पुल यातायात के लिए बंद किया गया है।

इसी बीच, मंगलवार के दिन मुंबई के करीबी गोराई के सागरी क्षेत्र में 40 मील दूरी पर एक बोट डूब गई। इस बोट पर मौजूद 11 लोगों को तटरक्षक बल ने बचाया, पर दो लोग अभी लापता है। इसी बीच मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों में मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्र में जोरदार बारीश होने का इशारा दिया है।

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