कमला मिल कंपाउंड मे भीषण आग; पालिका के ५ अधिकारी निलंबित; पब मालिक पर केस दर्ज

मुंबई: गुरुवार देर रात लोअर परेल के कमला मिल कंपाउंड में एक पब को लगी भीषण आग में १४ लोगों की जान गई है। तथा ३५ से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। आग का मुख्य कारण अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है। फिर भी ‘फायर सेफ्टी’ के सभी नियमों का पालन न होने से पब चालकों का गैर जिम्मेदाराना बर्ताव इस मौत के लिए जिम्मेदार होने की बात स्पष्ट हो रही है। इस के सिवाय, कमला मिल कंपाउंड में हुए गैर कानूनी निर्माण तथा वहां शुरू होने वाले होटल्स को अनुमति कैसे मिली? ऐसा प्रश्न पूछा जा रहा है।

 कमला मिल

इस मामले में नगरपालिका के पांच अधिकारियों को निलंबित किया है। तथा राज्य सरकार ने इस घटना के लिए जिम्मेदार पब के मालिक के साथ सभी दोषीयों पर कठोर कार्यवाही की जाएगी, ऐसा स्पष्ट किया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना के बारे में तीव्र दुख व्यक्त किया है। तथा इस के बाद मुंबई के साथ देश भर में शोक व्यक्त किया जा रहा है।

लोअर परेल में सेनापति बापट मार्ग पर होने वाले कमला मिल कंपाउंड के व्यवसायिक संकुल में अनेक होटल्स एवं पब्स है। यह सभी रेस्टोरेंट मे गुरुवार को भीड़ होती है। रात साढ़े बारा के आस-पास वहां के ‘वन अबव्ह’ में आग भड़की और यह आग पड़ोसी रेस्टोरेंट में पहुंची। आग से खुद का बचाव करने के लिए इन होटल में आए ग्राहकों को जहां राह मिली वहां दौड़ने लगे। वन अबव्ह में फायर सेफ्टी के सभी नियम को नजरअंदाज किया गया था। इसकी वजह से सुरक्षित तौर पर बाहर निकलने के लिए दूसरा दरवाजा नहीं था। कुछ लोगों ने जान बचाने के लिए यहां के बाथरूम का आधार लिया था, यह बात उनके लिए घातक ठहरी है।

वन अबव्ह पब यह इमारत के टेरेस पर होकर उस पर बाम्बू की सहायता से प्लास्टिक का छप्पर बांधा गया था। यह प्लास्टिक का छप्पर बारिश के समय के लिए निर्माण किया गया था। बारिश खत्म होने पर भी उसे निकाला नहीं गया था। प्लास्टिक और बांबू की वजह से यह आग जल्द गति से फैली और उसका धुंआ फैलने लगा। आग से बचाव करने के लिए बाथरूम में छुपे लोगों को सांस लेना मुश्किल हुआ था। इस घटना में मृत्यु हुए १४ लोगों में से अधिकतम लोगों की जान घुटन के हुए वजह से होने की बात कही जा रही है।

इसकी वजह से यहां एक सिलेंडर का विस्फोट होने से यह आग अधिक भड़की, ऐसा कहा जा रहा है। अनेक लोग आग लगने के बाद हुए भगदड़ में जख्मी हुए हैं। इमारत के दो सुरक्षा रक्षकों ने इस भीषण आग में भी धैर्य दिखाकर ऊपरी मंजिल पर फंसे हुए लगभग २०० लोगों को आपतकालीन मार्ग से बाहर निकाला है।

इन दो सुरक्षा रक्षकों के इस धैर्य पर उनकी प्रशंसा हो रही है। तथा जले हुए छप्पर को नीचे गिरने की वजह से नीचे की मंजिल के कुछ ऑफिस के कर्मचारी भी फंसे पड़े हुए थे। उन्हें भी सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया है। अग्निशामक दल के जवानों के बड़े प्रयास के बाद, यहां की आग नियंत्रण में आई है। पर इस आग के बाद अनेक प्रश्न पूछे जा रहे हैं।

कमला मिल कंपाउंड और इस आजूबाजू के परिसर में निर्माण हुए व्यवसाय के संकुल और उसमें हुए गैर कानूनी निर्माण एवं किसी भी अनुमति के सिवाय शुरू हुए रेस्टोरेंट्स इन सभी पर अब प्रश्न पूछे जा रहे हैं। इससे पहले ऐसी दुर्घटना का खतरा होने की बात कहकर उसके विरोध में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ध्यान केंद्रित किया था। पर उसे नजरअंदाज किये जाने की बात सामने आई है। उसकी वजह से अब वह सभी निर्माण ऑडिट होने वाला है और गैर कानूनी निर्माण को तत्काल गिराया जाएगा, ऐसा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है। तथा इस घटना के लिए जिम्मेदार होने वाले सभी पर कठोर कार्रवाई होगी ऐसा मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है।

पिछले महीने के कालखंड में मुंबई, नवी मुंबई में अनेक जगह आग की घटनाएं हुई है। उस में २६ लोगों की जान गई है। इसकी वजह से प्रशासन द्वारा सभी इमारत एवं व्यवसायिक जगहों का ऑडिट किया जाए, ऐसी जोरदार मांग हो रही है।

दौरान वन अबव्ह पब के मालिक हरतेश सिंघवी, जिगर सिंघवी और इस पब के व्यवस्थापक अभिजीत मंका एवं अन्य अधिकारियों पर जुर्म दाखिल किया गया है और इस मामले में दोनों लोगों को कब्जे में लिया गया है।

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