२६/११ का आतंकी हमला करनेवाले पाकिस्तान का दुनियाभर में निषेध

मुंबई/वॉशिंग्टन/टोकिओ – मुंबई पर हुए २६/११ के हमलें को ११ वर्ष पूरे हुए है| देश भर में इस हमले में मारे गए लोगों के साथ शहीद हुए सैनिकों को एवं पुलिस को श्रद्धांजली अर्पित की गई| इसके साथ ही इस कायराना हमलें की साजिश करनेवाले अभी भी पाकिस्तान में खुलेआम घुम रहे है, इस पर भारतीय लोगों ने बडा गुस्सा व्यक्त किया| सीर्फ भारतीय ही नही, बल्कि अमरिका और जापान जैसे देश में भी २६/११ के गुनाहगारों पर कार्रवाई ना करने के लिए पाकिस्तान का निषेध किया जा रहा है| अमरिका और इस्रायल ने इस आतंकी हमले के साजीश कर्ताओं को सजा देने की मांग पाकिस्तान के सामने रखी है

अमरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टेगस ने २६/११ के कायराना हमले में भारतीयों के साथ छह अमरिकी नागरिक भी मारे गए थे, यह याद दिलाई| इस आतंकी हमले की साजिश करनेवाले पाकिस्तान में है और पाकिस्तान को इनपर कार्रवाई करनी होगी एवं इन हमलों में मारे गए लोगों को न्याय देना होगा, ऐसा ऑर्टेगस ने कहा है| अमरिका की राजधानी वॉशिंग्टन में पाकिस्तानी दूतावास के सामने अमरिका में बसे भारतीय लोगों ने प्रदर्शनों का आयोजन किया| मुंबई पर आतंकी हमलें करनेवाले अभी भी पाकिस्तान में खुलेआम घुम रहे है, यह नारे भी इस दौरान भारतीय लोगों ने दिए|

२६/११ के हमले में मुंबई के छाबड हाउस को लक्ष्य करके आतंकियों ने ज्यूवंशियों की भी हत्या की थी| वहां पर हुए हमले में छह लोग मारे गए थे| इस वजह से इस्रायल भी इस भीषण आतंकी हमलें का लगातार निषेध व्यक्त करता रहा है| २६/११ के हमले को ११ वर्ष पूरे हुए है, तभी इस्रायल ने फिर एक बार इस हमले का निषेध व्यक्त किया| हम भारतीय लोगों के साथ होने की बात कहकर इस्रायल ने इस हमले को जिम्मेदार होनेवाले आतंकियों पर कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान को कहा है|

इस्रायल के विदेश मंत्रालय के डेप्युटी डायरेक्टर जनरलगिलार्ड कोहेन ने पाकिस्तान के सामने यह मांग रखकर इस हमलें में मारे गए लोगों से न्याय करें, यह निवेदन किया है| तभी जापान की राजधानी टोकिओ में पाकिस्तान के दुतावास के सामने मानवअधिकार कार्यकर्ताओं ने २६/११ के हमले की कडे शब्दों में निंदा की| इस कायराना हमले के लिए जिम्मेदार बने हफीद सईक को मृत्युदंड देने की मांग इन कार्यकर्ताओं ने की है| आतंकी प्रतिसा साफ करके अपना लौकीक बढाने की तैयारी कर रहे पाकिस्तान को इससे काफी बडा झटका लगने की बात इस अवसर पर सामने आयी है| पाकिस्तान आतंकवादी देश नही बल्कि अपना देश आंतकवाद का शिकार बना है, यह दावा पाकिस्तान कर रहा है| पर, २६/११ के हमलावर आतंकी पाकिस्तान से ही भारत पहुंचे थे| उन्हें प्रशिक्षण भी पाकिस्तान के आयएसआय ने ही दिया था| यह जानकारी भारत ने सबुतों के साथ रखी थी|

अमरिका और अन्य देशों ने भी इसे समर्थन दिया था| इस वजह से पाकिस्तान ने ही यह हमला करवाने की बात दुनिया के सामने स्पष्ट हुई है और इससे दुनियाभर में पाकिस्तान का नाम मिट्टी में मिल चुका है|

अमरिका ने २६/११ का साजिशकर्ता हफीज सईद के सर पर एक करोड डॉलर्स का इनाम घोषित किया था| ऐसा होते हुए भी पाकिस्तान में हफीज सईद खुलेआम घुम रहा है| इसके साथ ही भारत में नए आतंकी हमलें करने की साजिश करने में भी वह जुटा होने की बात स्पष्ट हुई थी| २६/११ को ११ वर्ष पूरे हो रहे है, तभी यह पुरी जानकारी नए से दुनिया के सामने आ रही है और इस वजह से पाकिस्तान का नाम दुनियाभर में खराब हो रहा है|

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