चीन के विध्वंसक के विरोध में जापान-ताइवान की संयुक्त गश्त

china-japan-taiwan-patrolतैपेई – मियाको की खाड़ी और सेंकाकू के सागरी क्षेत्र में प्रवास करनेवाले चीन के विध्वंसक के विरोध में, जापान और ताइवान के विध्वंसको ने संयुक्त गश्त करने की जानकारी सामने आई है। जापान और ताइवान ने इस संयुक्त गश्त के बारे में खुलासा करना टाला है। लेकिन देश की सुरक्षा के लिए चीन के विरोध में गश्त जारी रहनेवाली है और उसके लिए कुछ देशों के साथ सहयोग किया गया है, यह ताइवान के रक्षा मंत्री ने घोषित किया। लेकिन संबंधित देशों की जानकारी सार्वजनिक करने का यह उचित समय नहीं है, ऐसा ताइवान के रक्षा मंत्री ने कहा।

पिछले हफ्ते चीन की नौसेना ने अपने विमानवाहक युद्धपोत के साथ बड़ा अभ्यास किया था। साथ ही, जापान, ताइवान और फिलीपीन्स के सागरी क्षेत्र में गश्त भी की थी। इनमें से पश्चिमी पेसिफिक महासागर क्षेत्र से प्रवास करनेवाले चीन के ‘टाईप ०५४ए’ अर्थात ‘बिंझोउ’ इस विध्वंसक ने ताइवान और जापान के सागरी क्षेत्र के नजदीक से प्रवास किया था। जापान के रक्षा मंत्रालय ने चीन के बिंझोउ विध्वंसक की इस गश्त की जानकारी दी थी।

सेंकाकू और ओकिनावा द्वीपों के बीच की मियाको की खाड़ी में से चीन के विध्वंसक ने प्रवास किया, ऐसा जापान के रक्षा मंत्रालय ने घोषित किया था। बिंझोउ पर नजर रखने के लिए जापान ने ‘अबुकूमा’ श्रेणी के विध्वंसक और दो गश्ती जहाज भी रवाना किए थे। साथ ही जापान ने ‘कावासाकी पी-१’ और ‘पी-३ ओरियन’ यह दो निगरानी विमान भी तैनात किए थे। लेकिन सागरी परिवहन पर नजर रखनेवाली वेबसाइट ने जारी किए सेटेलाइट फोटोग्राफ के अनुसार, इनके विध्वंसक पर नजर रखने के लिए जापान के साथ ताइवान के विध्वंसक भी सहभागी होने की बात सामने आई है।

बिंझोउ विध्वंसक के पीछे से लगभग दो किलोमीटर की दूरी रखकर जापान का विध्वंसक प्रवास कर रहा था। वहीं, जापानी विध्वंसक से समांतर रेखा में लगभग पाँच किलोमीटर की दूरी पर ताइवान का ‘कि लूंग’ श्रेणी का विध्वंसक प्रवास कर रहा था। चीन के विध्वंसक के विरोध में जापान और ताइवान की यह पहली संयुक्त गश्त है, ऐसा ताइवानी अख़बार ने कहा है। लेकिन ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने, चीनी विध्वंसक के विरोध में की इस संयुक्त गश्त के बारे में बात करना डाला।

china-japan-taiwan-patrolचीन के विध्वंसक ने ताइवान के किलूंग और अन्य शहरों के नजदीक से की गश्त के बारे में अपने देश के लष्कर को पूरी जानकारी है, ऐसा ताइवान के रक्षा मंत्री चियू कुओ-चेंग ने कहा है। ‘अपने सागरी अथवा हवाई क्षेत्र के नजदीक से जानेवाली चीन की हर गश्त पर ताइवान की नजर होगी। चीन की ऐसी आक्रमक गश्त के जवाब में ताइवान भी युद्धपोत और विमान रवाना करेगा’, ऐसी घोषणा रक्षा मंत्री चेंग ने की। चीन की इस आक्रामकता के विरोध में क्या ताइवान ने जापान के साथ सहयोग किया है, इस सवाल का ठेंठ जवाब देना रक्षा मंत्री चेंग ने टाला।

‘देश की सुरक्षा के लिए जब जरूरत महसूस होगी, तब इस प्रकार की गश्त की जाएगी। किसी भी देश के साथ के विशेष सहयोग के रूप में इसकी ओर देखा नहीं जा सकता और उस देश का नाम सार्वजनिक करने का यह उचित समय नहीं है’, ऐसा रक्षा मंत्री चेंग ने कहा। जापान ने भी ताइवान के साथ की इस संयुक्त गश्त के बारे में प्रतिक्रिया नहीं दी है। कुछ दिन पहले अमरीका के दौरे पर रहते हुए जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे शुगा ने ताइवान की सुरक्षा का मसला उपस्थित करके चीन को झटका दिया था। उसके कुछ ही दिन बाद जापान और ताइवान के विध्वंसकों की संयुक्त गश्त की यह खबर सामने आई है।

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