जापान ने चीन के बॉम्बर्स विमानों को भगाया

Third World Warटोकिओ: ‘ईस्ट चाइना सी’ क्षेत्र में चीन के लडाकू एवं बॉम्बर विमानों में उडानों की तादाद में बढोतरी करके उकसाना शुरू किया है| दो दिन पहले ही चीन के बॉम्बर्स और गश्ति विमानों ने जापान की हवाई सीमा में प्रवेश करके ओकिनावा द्विपों की सुरक्षा के लिए खतरा बनाया था| चीन की इस हवाई घुसपैठ को जवाब देते समय जापान ने अपने लडाकू विमानों को रवाना किया और इन विमानों ने चीन के विमानों को अपनी सीमा से बाहर भगाया था| पिछले सप्ताह से चीन ने जापान की हवाई क्षेत्र में की घुसपैठ की यह दुसरी घटना है|

चीन के ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी, नेव्ही, एअर फोर्स’ (पीएलएएनएएफ) ने दो दिन पहले ही दो ‘शियान एच-६ जी’ बॉम्बर्स और ‘इलेक्ट्रॉनिक’ युद्ध में उपयोगी एवं गश्त के लिए इस्तेमाल किए जा रहे ‘शांक्सि वाय-९ जेबी’ विमानों को जापान की हवाई सीमा में घुसपैठ करने के लिए रवाना किया था| इन विमानों ने ‘ईस्ट चाइना सी’ में सफर करके जापान की सीमा में घुसपैठ की| साथ ही जापान के ओकिनावा और मियाको द्विपों के क्षेत्र में भी खतरनाक तरीके से उडान भरी है, यह आरोप जापान के रक्षा मंत्रालय ने किया है|

जापान, चीन, बॉम्बर्स विमानों, भगाया, टोकिओ, ईस्ट चाइना सीओकिनावा और मियाको द्विपों के सरहदी क्षेत्र तक बॉम्बर्स विमान रवाना करके चीनने अपनी सार्वभौमता को चुनौती दी है, यह आड़ोप जापान के रक्षा मंत्रालय ने किया है| रविवार के दिन भी चीन ने चार बॉम्बर्स और दो गश्ति विमानों को मियाको द्विपों की क्षेत्र में रवाना किया था| इस वजह से चीन लगातार जापान की हवाई सुरक्षा को उकसा रहा है, यह आलोचना जापान ने की है| चीन की इस उकसानेवाली कार्रवाई को जवाब देने के लिए जापान ने वायुसेना के विमान रवाना किए थे|

पिछले चार दिनों में चीन ने ‘मियाको’ की सामुद्री क्षेत्र में अपने विमान भेजकर ‘ईस्ट चाइना सी’ में तनाव में बढोतरी की है, यहा दावा हो रहा है| जापान के ओकिनावा और मियाको द्विपों का हिस्सा करनेवाले मियाको की खाडी का क्षेत्र इस इलाके में सबसे अहम क्षेत्र माना जाता है| चीन की नौसेना के विध्वंसकों को ‘ईस्ट चाइना सी’ से पैसिफिक महासागर में जाने के लिए यह एकही समुद्री मार्ग उपलब्ध है| चीन की नौसेना इसी सागरी क्षेत्र में युद्धाभ्यास करीत है| इस वजह से चीन ने लगातार दुसरी बार ‘मियाको’ की खाडी में बॉम्बर्स रवाना करके जापान को उकसाया है|

चीन ने ‘ईस्ट चाइना सी’ पर भी अपना हक जताया है| ‘ईस्ट चाइना सी’ क्षेत्र में सेंकाकू द्विपों पर भी अपना मालिकाना हक जताने की चीन की कोशिश है| लेकिन, इन द्विपों पर जापान का सार्वभौम अधिकार होने की बात अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने स्वीकारी है| फिर भी चीन की युद्धपोत एवं लडाकू विमानों की इन द्विपों के क्षेत्र में घुसपैठ होती रहती है| लेकिन, पिछले कुछ दिनों में चीन ने मियाको की खाडी में बॉम्बर्स एवं लडाकू विमान रवाना करके जापान के साथ ही अमरिका को भी उकसाया दिख रहा है|

मियाको की खाडी के उत्तरी हिस्से में ओकिनावा द्विपों पर अमरिका का लष्करी एवं हवाई अड्डा कार्यरत है| चीन के विमानों ने इसके पहले भी ओकिनावा द्विपों के निकट उडान भरी थी| लेकिन, तीन दिनों में दो बार बॉम्बर्स रवाना करके चीन अमरिका को इशारा दे रहा है, यह दावा जापान एवं अमरिकी माध्यम कर रहे है|

दौरान, अमरिका ने ओकिनावा द्विपों पर बने ‘कदेना’ हवाई अड्डे पर ‘आरसी-१३५एस’ अर्थात ‘कोब्रा बॉल’ विमान तैनात किए है| बैलस्टिक मिसाइल एवं परमाणु शस्त्रों की गतिविधियां खोजने के लिए इस विमान का इस्तेमाल होता है| पिछले हफ्तें में यह विमान हिंद महासागर में ‘दिएगो गार्सिया’ पर तैनात थे| लेकिन, उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षण करने की संभावना होने की पृष्ठभूमि पर यह विमान जापान में तैनात किया गया है, ऐसी जानकारी अमरिका ने प्रसिद्ध की है| तभी, ईस्ट चाइना सी में चीन के लडाकू और बॉम्बस विमानों की घुसपैठ में हो रही बढोतरी की पृष्ठभूमि पर अमरिका के ‘कोब्रा बॉल’ विमानों की तैनाती की ओर देखा जा रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.