इस्रायली बनावट की ‘अंडरवॉटर’ निगरानी यंत्रणा मुंबई में कार्यान्वित

मुंबई, दि. ४ : पणडुब्बी से लेकर छोटे आकार की नाव तथा पानी के नीचे किसी भी प्रकार की संशयित वस्तुओं को दूर से भी जान सकनेवाली आधुनिक निगरानी यंत्रणा मुंबई बंदरगाह में कार्यान्वित की गई है| इस वजह से किसी भी प्रकार के ख़तरे का जवाब देने की नौसेना की क्षमता में बढ़ोतरी हुई है और इस्रायलनिर्मित यह यंत्रणा, नौसेना की मालमत्ता, जहाज़ तथा बंदरगाह की रक्षा की दृष्टि से अहम साबित होनेवाली है, ऐसा दावा नौसेना ने किया है|

pg01-Indian-Navyनौसेना के पश्‍चिम कमांड के प्रमुख व्हाईस ऍडमिरल गिरिश लुथ्रा के हाथों मुंबई में इस यंत्रणा का उद्घाटन किया गया| इस यंत्रणा का नाम, ‘इंटीग्रेटेड अंडर वॉटर हार्बर डिफेन्स ऍण्ड सर्व्हिलन्स’ (आययुएचडीएसएस) है| २६/११ के मुंबई हमले के समय आतंकवादी, सागरी मार्ग से दाखिल हुए थे| उसके बाद समुद्री सुरक्षा अधिक मज़बूत बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं| समुद्री निगरानी के लिए देशभर में समुद्री तटवर्ती इलाक़े में जगह-जगह पर रडार यंत्रणा खड़ी करने का काम शुरू हुआ है| इसके साथ ही, अब ‘आययुएचडीएसएस’ यह आधुनिक निगरानी यंत्रणा मुंबई नौसेना के अड्डे पर शुरू की गई है|

इससे पहले केरल के कोची और आंध्र प्रदेश के विझाग नौसेना बेस पर ‘आययुएचडीएसएस’ यह यंत्रणा कार्यान्वित की गई है| देशभर में नौसेना के अन्य अड्डों पर भी यह यंत्रणा जल्द ही लगायी जानेवाली है|

pg01-Cइस्रायल एरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आयएआय) एल्टा ने यह यंत्रणा विकसित की है| समुद्री सतह से लेकर पानी के नीचे होनेवाली गतिविधियों पर इस यंत्रणा के जरिये कड़ी नज़र रखी जा सकती है|

इस यंत्रणा को रडार, इलेक्ट्रिक कॅमेरा और सेंसर की मदद से जोड़ा जानेवाला है और ये सेंसर्स पुरे मुंबई बंदरगाह क्षेत्र में बिठाए गए हैं| इस सेंसर के माध्यम से मिलनेवाली जानकारी को टटोलकर, उसका विश्‍लेषण करके, यदि किसी भी प्रकार की संदेहजनक गतिविधियाँ नजर आती हैं, तो कारवाई करना आसान होगा, ऐसी जानकारी नौसेना के प्रवक्ता ने दी|

इस वजह से, व्यूहरचनात्मक दृष्टि से अत्यधिक महत्त्वपूर्ण ऐसे मुंबई बंदरगाह की सुरक्षा कड़ी और मज़बूत हुई है| देश के पश्‍चिम छोर में मुंबई नौसेना का प्रमुख बेस है| इस वजह से नौसेना की कई विनाशिका, युद्धपौत और पणडुब्बियाँ नौसेना के बेस पर खडी रहती हैं| इनकी सुरक्षा की दृष्टि से मुंबई में इस यंत्रणा का कार्यान्वित होना यह अहम बात है|

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