कीपैड जिहादी के विरोध में कार्रवाई तीव्र करेंगे – गृह मंत्रालय ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई

नई दिल्ली: सोशल मीडिया से प्रक्षोभक विधान भेजकर देश के विरोध में शुरु कार्यवाहियों को भडकाने वाले कीपैड जिहादीयों को रोकने के लिए सरकार एवं यंत्रणा काम में लगी है। कीपैड जिहादीयों पर कार्रवाई तीव्र करने के लिए गृह मंत्रालय ने वरिष्ठ अधिकारियों की तत्काल बैठक बुलाई है। केवल जम्मू कश्मीर ही नहीं तो सम्पूर्ण देश में ऐसे कीपैड जिहादी कार्यरत होकर आभासी युद्धभूमि पर भड़काऊ शब्दों से देश विरोधी युद्ध खेला जा रहा है, ऐसा दावा अधिकारियों ने किया है।

पिछले महीने में सोशल मीडिया पर गुमराह करनेवाले विधान डालकर नौजवानों के दिमाग भड़का रहे लोगों के विरोध में जम्मू कश्मीर में पुलिस की मुहिम शुरू हुई थी। समाज में विवाद निर्माण करके तथा हिंसाचार को भडकानेवाले संदेश सोशल मीडिया पर डाले जा रहे हैं। उसका उपयोग नौजवानों को आतंकवाद के मार्ग पर खींचने की तैयारी के लिये होने की बात कही जा रही है।

ऐसे जहरीला प्रचार करनेवाले संदेश डालनेवालों के विरोध में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपराध दाखिल करके उन पर कार्रवाई की थी। पर अब देशभर में ऐसे कीपैड जिहादियों के विरोध में व्यापक कार्रवाई शुरू होने के संकेत मिल रहे हैं।

गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने दिए जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृहसचिव राजीव गौबा इनकी अध्यक्षता में एक तत्काल बैठक बुलाई गई है। इस बैठक को सूचना एवं तंत्रज्ञान मंत्रालय और दूरसंचार मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विविध सुरक्षा यंत्रणा के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित होंगे। जम्मू कश्मीर से संबंधित सुरक्षा यंत्रणा के अधिकारी भी इस बैठक में शामिल होनेवाले हैं।

सूचना एवं तंत्रज्ञान कानून में प्रावधान को कार्यान्वित करके ऐसे कीपैड जिहादीयों को लगाम लगाना, उनपर अपराध दाखिल करके कानूनन कार्यवाही को गति देना, यह इस बैठक का मुख्य उद्देश्य होने की बात अधिकारी ने स्पष्ट की है। तथा इसके लिए विविध विभाग में समन्वय बढ़ाया जाएगा, इसके लिए सभी संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया गया है।

कंप्यूटर, स्मार्टफोन्स का शस्त्र की तरह उपयोग किया जा रहा है। गलत एवं सिर भड़काने वाले संदेश सोशल मीडिया पर अपलोड किए जा रहे हैं। झूठे फोटो पोस्ट करके वह वायरल करके नौजवानों को गुमराह किया जा रहा है, ऐसा एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है। परंपरा के अनुसार शस्त्रों के बदले तंत्रज्ञान का उपयोग करके देश के विरोध में युद्ध पुकारा जा रहा है। यह नयी युद्धभूमि है और इस आभासी युद्धभूमि का परिणाम नौजवानों पर हो रहा है और उन्हें आतंकवाद के मार्ग पर धकेला जा रहा है, ऐसा एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है।

ऐसे कीपैड जिहादी केवल जम्मू-कश्मीर में ही कार्यरत नहीं है बल्की पूरे देश में फैले हैं। इस वजह से अब कीपैड जिहादियों के विरोध में व्यापक कार्रवाई हाथ में लेना आवश्यक होने की बात अधिकारी ने स्पष्ट की है।

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