इस्रायल का सहयोग कर रहे यूएई और बहरीन परिणामों के लिए तैयार रहें – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी

abraham-accordतेहरान – संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरीन ने इस्रायल के साथ हाथ मिलाकर अपने लष्करी अड्डे भी इस्रायल को देने की तैयारी की है। यूएई और बहरीन के इस सहयोग का इस्तेमाल करके इस्रायल ने कोई उकसानेवाली हरकत की तो उसके परिणामों के लिए यह दोनों देश भी तैयार रहें, ऐसी धमकी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने दी है। साथ ही इस्रायल ने गाज़ापट्टी में किए हवाई हमलों पर ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने आलोचना की।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की मध्यस्थता से दो दिन पहले ही इस्रायल, यूएई और बहरीन ने ऐतिहासिक अब्राहम समझौता किया। इस समझौते के अनुसार इस्रायल, यूएई और बहरीन के बीच राजनयिक एवं व्यापारी स्तर पर सहयोग स्थापित किया जाएगा। इस्रायल और अरब देशों में शांति स्थापित करने के लिए यह समझौता किया गया है और इससे पैलेस्टिन के मसले को या द्विराष्ट्रवाद के मुद्दे को छोड़ा नहीं है, यह बात यूएई और बहरीन ने स्पष्ट की। इस समझौते की वजह से पैलेस्टिन के मसले पर इस्रायल से सीधे चर्चा करना संभव होने का दावा इन दोनों देशों ने किया है।

hassan-rouhani-iranलेकिन, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने यूएई और बहरीन ने इस्रायल के साथ किए इस समझौते पर बड़ा प्रहार किया। ‘इस क्षेत्र के कुछ देशों के शासकों को पैलेस्टिनी बंधुओं से संबंधित कृतज्ञता और अपने धर्म का विस्मरण हुआ है। इसी कारण इन देशों ने इस्रायल से हाथ मिलाया है। अब यही शासक अपने देश के लष्करी अड्डे भी इस्रायल को देने के लिए तैयार हुए हैं। इस गलती की वजह से इस्रायल ने कोई भी उकसानेवाली हरकत की तो उसके परिणामों के लिए यह दोनों देश तैयार रहें’, यह धमकी रोहानी ने दी है।

इसके बाद ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की भी आलोचना की। ट्रम्प ने ईरान के साथ किए गए परमाणु समझौते पर अपनाई भूमिका की वजह से अमरीका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग हुई है। यूरोपिय देश ईरान के साथ हैं और उन्होंने पहले ही अमरीका की भूमिका का विरोध किया है। मात्र, इस्रायल और अन्य कुछ छोटे देशों का ही अमरीका को समर्थन प्राप्त हो रहा है और अमरीका के प्रतिबंधों का ईरान पर कोई असर नहीं होगा, ऐसा दावा भी रोहानी ने किया।

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