हिंद महासागर क्षेत्र में चीन एवं पाकिस्तान की हरकतें रोकने के लिए ‘रॉ’ की पहल

नई दिल्ली: हिंद महासागर क्षेत्र में चीन और पाकिस्तान की गुप्तचर संगठन से हो रही भारतविरोधी हरकतें नाकाम करने के लिए भारतीय गुप्तचर संस्था ‘रॉ’ ने अपना समुद्री नेटवर्क मजबूत करने का कदम उठाया है| मालदीव में पाकिस्तान और चीन ने भारत के विरोध में की कोशिश ‘रॉ’ ने नाकाम की है, यह बात एक अहवाल से स्पष्ट हुई है| लेकिन, भारत के प्रभाव क्षेत्र में अन्य जगहों पर चीन और पाकिस्तानी गुप्तचर यंत्रणा की हरकतें नाकाम करने के लिए समुद्री नेटवर्क मजबूत करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है|

हाल ही में रिसर्च ऍण्ड एनालिसिस विंग (रॉ) प्रमुख के तौर पर सामंत गोयल की नियुक्ती केंद्र सरकार ने की है| यह नियुक्ती पाकिस्तान और चीन का खतरा पहचान कर होने की बात कही जा रही है| बालाकोट का हवाई हमला, सर्जिकल स्ट्राईक के साथ भारतीय सुरक्षा यंत्रणा एवं गुप्तचर यंत्रणा की कई मुहीम की प्लैनिंग करनेवाले सामंत के हाथों में हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री गुप्तचर यंत्रणा और भी मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई है, ऐसा समाचार है|

मालदीव में अब्दुल्ला यामीन सरकार के दौर में चीन की गुप्तचर यंत्रणा ‘एमएसएस’ ने और पाकिस्तान की ‘आईएसआई’ ने अपने पैर जमाए है| भारत विरोधी हरकतों के लिए वहां के पाकिस्तानी दूतावास का इस्तेमाल किया जा रहा था| पाकिस्तानी और चीन की गुप्तचर यंत्रणा मिलीभगत करके इन भारतविरोधी हरकतों को अंजाम दे रही थी, यह बात एक खुफिया अहवाल से स्पष्ट हुई है|

वर्ष २०१३ से २०१९ के दौरान राष्ट्राध्यक्ष यामीन के दौर में चीन का लष्करी, आर्थिक एवं राजनयिक प्रभाव मालदीव पर बढा था| इसका इस्तेमाल भारतविरोधी हरकतों के लिए किया गया| चीन समर्थक नीति पर अमल कर रहे यामीन ने इसी के लिए भारत के हितों को झटका लगेगा, ऐसे निर्णय किए है, यह दावे भी हो रहे है| चीन ने कर्ज के जरिए मालदीव में काफी निवेष किया है और इस दौरान यामीन ने सामरिक नजरिए से अहम साबित होनेवाले कई बंदरगाह चीन को पेश किए थे|

लेकिन, इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की सरकार बनने पर स्थिति में बदलाव हुआ है| प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दुसरे कार्यकाल के दौरान पहली विदेशयात्रा करते समय मालदीव को भेंट दी थी| इस यात्रा के साथ ही उन्होंने पाकिस्तान और चीन के लिए जरूरी संदेशा भी दिया था| राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने इन गतिविधियों में अहम भूमिका निभाई|

मालदीव में चीन और पाकिस्तान की भारतविरोधी हरकतें ‘रॉ’ ने नाकाम की है| इस वजह से वहां की स्थिति में बदलाव होने का वृत्त खुफिया अहवाल के आधार पर दिया गया है|

लेकिन, मालदीव का तजूर्बा देखे तो पाकिस्तान की ‘आईएसआई’ और चीन की ‘एमएसएस’ ने एक होकर हिंद महासागर क्षेत्र में शुरू की हुई हरकतें नाकाम करने के लिए समुद्री गुप्तचर यंत्रणा को मजबूती दी जा रही है, यह दावा भी संबंधित समाचार में किया गया है|

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