सौदी के ‘राष्ट्रीय दिवस’ पर भारतीय विदेशमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी उपस्थित

नई दिल्ली – दिल्ली स्थित दूतावास में सौदी अरब का ‘राष्ट्रीय दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर भारतीय विदेशमंत्री एस.जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल की विशेष उपस्थिती रही। इनकी मौजूदगी से भारत और सौदी के बीच बढ़ रहा सहयोग, अधिक मज़बूत हुए संबंध रेखांकित हुए हैं। पाकिस्तान और सौदी के संबंधों में पडी दरार के बीच भारत और सौदी की यह गतिविधियां ध्यान आकर्षित कर रही हैं। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सौदी के राजा सलमान ने फोन पर बातचीत की थी।

Saudi-Indiaबुधवार के दिन सौदी अरब का ९० वां ‘राष्ट्रीय दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर भारत स्थित सौदी अरब के दूतावास ने विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम के लिए विदेशमंत्री जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोवल और भारत के अल्पसंख्यांक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी उपस्थित थे। भारतीय विदेशमंत्री ने किसी देश के दूतावास में उनके ‘राष्ट्रीय दिवस’ पर उपस्थित रहने का यह दूसरा अवसर है। इससे पहले वर्ष २०१८ में भारत के उस समय के विदेशमंत्री सुषमा स्वराज रशिया के ‘राष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई थीं।

भारत सौदी का करीबी मित्र और अहम साझेदार देश है, ऐसा बयान सौदी अरब के भारत में नियुक्त राजदूत डॉ.सौद बिन मोहम्मद अल सती ने किया। भारत के सौदी के साथ सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक संबंध समान सम्मान और एक-दूसरे के हितसंबंधों पर आधारित होने की बात सती ने इस दौरान कही। सौदी भारत का चौथा बड़ा व्यापारी साझेदार देश है। साथ ही भारत सौदी से १८ प्रतिशत क्रूड़ ऑईल आयात करता है, यह बात कहकर सती ने सौदी और भारत के संबंधों की अहमियत रेखांकित की। सौदी का भारत में निवेश बढ़ रहा है, यह बात भी उन्होंने कही।

दोनों देशों के बीच ३४ अरब डॉलर्स द्विपक्षीय व्यापार हो रहा है। इसे बढ़ाने के लिए दोनों देश जोर दे रहे हैं। वर्ष २०१९ में सौदी के राजा सलमान ने भारत की यात्रा की थी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सौदी का दौरा किया था। इसके बाद दोनों देशों के संबंध अधिक मज़बूत हो रहे हैं, ऐसा कहा जा रहा है। बुधवार के दिन विदेशमंत्री जयशंकर ने सौदी के विदेशमंत्री को ‘राष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर शुभकामनाएं प्रदान कीं। साथ ही सभी क्षेत्रों में भारत और सौदी के संबंध अधिक मज़बूत होंगे, यह विश्‍वास भी विदेशमंत्री जयशंकर ने व्यक्त किया।

कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सौदी के राजा सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद ने फोन पर बातचीत की थी। इस बातचीत की अधिक जानकारी प्रसिद्ध नहीं हुई थी। लेकिन, उससे पहले ही पकिस्तान और सौदी के बीच तनाव निर्माण हुआ। ‘ओआयसी’ की बैठक में जम्मू-कश्‍मीर का मुद्दा उपस्थित करने से सौदी ने इन्कार किया था। इसके बाद पाकिस्तान ने सौदी अरब के खिलाफ़ अपना स्वतंत्र गुट तैयार करने के संकेत दिए थे। इसकी वजह से सौदी अरब पाकिस्तान पर काफी गुस्सा हुआ हैं और इस पृष्ठभूमि पर दृढ़ हो रहे भारत-सौदी संबंध ध्यान आकर्षित करनेवाले साबित हो रहे हैं।

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