‘एससीओ’ की बैठक के दौरान पाकिस्तान भारत से करेगा बातचीत की माँग – पाकिस्तानी पत्रकार का दावा

नई दिल्ली – ‘शांघाइ को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेश’ (एससीओ) की बैठक के लिए विदेशमंत्री एस.जयशंकर उज़बेकिस्तान जाएँगे। २८ और २९ जुलाई को हो रही इस परीषद में विदेशमंत्री जयशंकर अन्य देशों के विदेशमंत्रियों से चर्चा करेंगे। लेकिन, इसमें पाकिस्तान के विदेशमंत्री बिलावल भुट्टो का भी समावेश होगा या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन, भारत पाकिस्तान से चर्चा करे और सहयोग स्थपित करके हमारे देश को बचाए, इसके लिए बिलावल भुट्टो भारत के विदेशमंत्री से गुहार लगाएँगे, ऐसे दावे पाकिस्तान के पत्रकारों ने किए हैं।

पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति काफी बिगडी हुई है और डॉलर के सामने पाकिस्तानी रुपये का मूल्य भारी गिरावट से २३६ तक पहुंचा है। भीषण महंगाई के साथ ही पाकिस्तान को अब किल्लत का भी सामना करना पड़ रहा है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष एवं अन्य वित्तसंस्थाओं से कर्ज़ पाने की पाकिस्तान की कोशिशें नाकाम हो रही हैं। तथा अब तक पाकिस्तान को कर्ज़ मुहैया करा रहे मित्रदेश भी पाकिस्तान के पीठ दिखाने लगे हैं। ऐसी स्थिति में सिर्फ भारत ही पाकिस्तान को बचा सकता है, ऐसा इशारा कुछ ज़िम्मेदार पत्रकार और विश्लेषक दे रहे हैं।

जीवनावश्यक सामान भारत से पाकिस्तान लाना काफी आसान है और इससे पाकिस्तान में भीषण महंगाई को काबू किया जा सकता है। इससे आम लोगों का जीवन आसान होगा। साथ ही जीवनावश्यक दवाईयों की किल्लत महसूस नहीं होगी, इस ओर यह पत्रकार और विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। भारत से कच्चे समान की आपूर्ति शुरू होने के बाद पाकिस्तान के उद्योग क्षेत्र के भी अच्छे दिन आएंगे, पत्रकार एवं विश्लेषक यह विश्वास व्यक्त कर रहे हैं।

भारत ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्ज़ा बहाल करनेवाली धारा ३७० हटाने के बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान ने भारत के साथ व्यापार बंद करने का निर्णय किया था। इन निर्णयों में सुधार किए बिना भारत से चर्चा और व्यापार मुमकिन नहीं हैं, ऐसा ऐलान इम्रान खान ने किया था। लेकिन,अब इसी से हमारे देश का काफी नुकसान हुआ है, इसका अहसास पाकिस्तान के माध्यमों को भी होने लगा है।

इसी लिए उज़बेकिस्तान में ‘एससीओ‘ की बैठक के दौरान पाकिस्तान के विदेशमंत्री बिलावल भुट्टो भारत के विदेशमंत्री से चर्चा करने के लिए उत्सुक होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन, कुछ हफ्ते पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पाकिस्तान जब चाहिये तब सहयोग या युद्ध शुरू नहीं कर सकता, यह भारत की शर्तों पर होगा, यह इशारा दिया था।

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