‘ओआयसी’ की बैठक में ‘यूएई’ ने दिए समर्थन पर भारत ने व्यक्त किया आभार

नई दिल्ली – संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने ‘ऑर्गनायज़ेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन’ (ओआयसी) की बैठक में भारत की भूमिका समझकर किए गए सहयोग के लिए भारत के विदेशमंत्री एस.जयशंकर ने ‘यूएई’ के विदेशमंत्री शेख अब्दुल्लाह बिन ज़ईद अल नह्यान को फोन पर आभार व्यक्त किया। साथ ही दोनों देशों के बीच व्यापार, आर्थिक सहयोग बढ़ाने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। इसी बीच ओआयसी की बैठक में भारत को प्राप्त हो रहे सहयोग पर पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ रही है।

india-uaeकश्‍मीर का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेश करके भारत को अलग-थलग करने की पाकिस्तान बड़ी कोशिश कर रहा है। विश्‍वभर के इस्लामी देशों की संगठन बनी ‘ओआयसी’ में भी भारत के खिलाफ़ प्रस्ताव रखने की कोशिश पाकिस्तान कर रहा था। इसके लिए ‘ओआयसी’ की बैठक आयोजित करने की माँग भी पाकिस्तान ने रखी थी। लेकिन, सौदी अरब, यूएई जैसे अरब देशों के साथ ही मालदीव जैसे देशों ने भी पाकिस्तान की यह माँग ठुकराई थी। यूएई से प्राप्त हुए इस समर्थन के लिए सोमवार के दिन हुई ‘वर्च्युअल जॉर्इंट कमिशन’ की बैठक के दौरान विदेशमंत्री जयशंकर ने यूएई के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही, भविष्य में भी ‘ओआयसी’ के मंच का इस्तेमाल भारत के विरोधी प्रस्तावों के लिए नहीं करने दिया जाएगा, यह उम्मीद भारत के विदेशमंत्री ने व्यक्त की। साथ ही विदेशमंत्री जयशंकर ने सीधा नाम ना लिया फिर भी इस दौरान पाकिस्तान की जारी भारतविरोधी हरकतों को लक्ष्य किया हुआ दिखाई दे रहा है।

दोनों देशों की इस 13वीं ‘जॉर्इंट कमिशन’ की बैठक में व्यापार, आर्थिक और सामाजिक सहयोग पर खास चर्चा हुई। भारत ने ‘यूएई’ को लॉजिस्टिक, ऊर्जा, रक्षा, राजमार्ग, बंदरगाह, हवाईअड्डा, फुड पार्क के क्षेत्र में निवेश करने के लिए निवेदन किया है। इस वजह से देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, यह विश्‍वास विदेशमंत्री जयशंकर ने व्यक्त किया। साथ ही भारत और यूएई के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग में बढ़ोतरी हो रही है, यह कहकर इस पर वर्णित बैठक में संतोष व्यक्त किया। साथ ही दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग के मुद्दे पर भी इस दौरान चर्चा हुई। इसके अलावा पाकिस्तान में मौजूद आतंकवाद, ईरान, लीबिया के मुद्दे पर भी भारत ने इस चर्चा के दौरान अपनी भूमिका रखी। तभी, बीते सप्ताह में यूएई और इस्रायल के बीच किए गए ऐतिहासिक सहयोग का भी जयशंकर ने स्वागत किया। इस्रायल और यूएई इन दोनों देशों के साथ भारत रक्षा सहयोग कर रहा है, यह बात भी जयशंकर ने कही।

तभी संयुक्त अरब अमीरात में बड़ी मात्रा में भारतीय समुदाय रह रहा है। कोरोना वायरस के संकट काल में भी यूएई ने भारतीय समुदाय का हर तरह से ध्यान रखा। इसके लिए विदेशमंत्री जयशंकर ने यूएई के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया। भारत के लिए यूएई अहम साझेदार देश है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किए गए भाषण में भी प्रधानमंत्री मोदी ने खाड़ी देशों के साथ बने विशेष संबंधों की अहमियत रेखांकीत की थी। इसका सकारात्मक असर इस बैठक में देखा गया। दोनों देशों की चर्चा अच्छे माहौल में हुई और यह सहयोग अधिक मज़बूत करने के लिए दोनों देशों की सहमति हुई है। अगले वर्ष दोनों देशों की यह बैठक अबुधाबी में आयोजित की जाएगी।

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