आतंकवाद के खिलाफ भारत और ब्रिटेन का एकमत

नई दिल्ली – सभी तरह के आतंकवाद के खिलाफ पुख्ता भूमिका अपनाकर आतंकवाद बर्दाश्त ना करनेपर भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का एकमत हुआ हैं| ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन की भारत यात्रा के दौरान आतंकवाद के विरोध में अपनाई गयी यह पुख्ता भूमिका ही इस दौरे की विशेषता बनी हैं| आतंकवाद के विरोध में भारत और ब्रिटेन की टास्क फोर्स का गठन करने पर भी दोनों देशों के प्रधानमंत्री की सहमति हुई हैं|

भारत के विरोध में आतंकवाद एवं अतिरेक बर्दाश्त ना करने पर ब्रिटेन की भूमिका बिल्कुल स्पष्ट हैं| इसपर ब्रिटेन में सहमति हैं, यह भी प्रधानमंत्री जॉन्सन ने प्रधानमंत्री मोदी से हुई चर्चा के बाद आयोजित वार्तापरिषद में स्पष्ट किया था| इसके लिए भारत के साथ आतंकवाद एवं चरमपंथ के खिलाफ ब्रिटेन टास्क फोर्स का निर्माण करेगा, यह जानकारी प्रधानमंत्री जॉन्सन ने साझा की| इसका लाभ भारत को प्राप्त होगा, यह विश्‍वास ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया|

आतंकवाद ही नहीं, बल्कि आतंकियों को अलग अलग मार्ग से सहायता एवं बढ़ावा देने की कोशिश और आतंकियों के सेंच्युरिज् के खिलाफ भारत और ब्रिटेन पुख्ता भूमिका अपनाएँगे, यह दावा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने किया| मुंबई पर हुए २६/११ के आतंकी हमले का एवं पठानकोट में वायुसेना के अड्डे पर हुए आतंकी हमले का प्रधानमंत्री जॉन्सन और मोदी के संयुक्त निवेदन में सख्त शब्दों में निषेध किया गया था|

यह पाकिस्तान की आतंकी नीति को दिया इशारा होने की बात स्पष्ट दिख रही हैं| इसी के साथ भारत तानाशाही विचारधारा के देशों से काफी अलग देश हैं और भारत में हर एक को संविधान के माध्यम से सुरक्षा प्रदान होती हैं, इसका ज़िक्र करके प्रधानमंत्री जॉन्सन ने महान जनतांत्रिक देश के तौर पर भारत को गौरव किया हैं|

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