भारतीय प्रधानमंत्री का इस्रायल में शानदार स्वागत

तेल अविव, दि. ४ (पीटीआय)- ‘पिछले ७० सालों से हम इस भेंट की राह देख रहे थे’, इन बयानों में इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यानाहू ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का असाधारण उत्साह में स्वागत किया| ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप और अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष के सन्मानार्थ इस्रायल में विशेष स्वागत समारोह का आयोजन किया जाता है| भारत के प्रधानमंत्री को यह सम्मान देकर, इस्रायल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक यात्रा का महत्त्व अधोरेखित किया है|

भारतीय प्रधानमंत्री‘आपका स्वागत है, मेरे दोस्त!’ इन बयानों में प्रधानमंत्री नेत्यानाहू ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया| ‘पिछले ७० सालों से इस्रायल भारतीय प्रधानमंत्री की भेंट की राह देख रहा है| हमारी भारत से प्रेम करते हैं| भारतीय संस्कृति, भारत का इतिहास, लोकतंत्र और उज्ज्वल भविष्य के लिए भारत की प्रतिबद्धता ये सारीं इस्रायल को प्रभावित करनेवालीं बातें हैं| भारत और इस्रायल का उद्देश्य एकसमान है’, ऐसा कहते हुए प्रधानमंत्री नेत्यानाहू ने भारत की खुले दिल से प्रशंसा की| साथ ही, ‘भारत से आये इस्रायल के एक लाख ज्यूवंशीय नागरिक दोनों देशों को जोड़नेवाले मानवीय पुल का काम कर रह हैं’ ऐसा दावा इस वक्त प्रधानमंत्री नेत्यानाहू ने किया|

संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मेरी मुलाक़ात हुई थी| ‘भारत और इस्रायल के संबंधों के लिए आसमान खुला है’ ऐसा आश्‍वासन उन्होंने उस समय दिया था| लेकिन सच ही में, भारत और इस्रायल का सहयोग आसमान में भी आगे गया होकर, अंतरिक्ष क्षेत्र में दोनो देश आपस में सहयोग कर रहे हैं, इसकी मिसाल इस समय प्रधानमंत्री नेत्यानाहू ने दी| ‘जलव्यवस्थापन, खेती, रक्षा और ऊर्जा क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग करने के लिए इस्रायल उत्सुक है| प्रधानमंत्री मोदी भारत में ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम कर रहे हैं| यह कार्यक्रम हमारी ‘मेक विथ इंडिया’ के नीति से सुसंगत है’ ऐसे इस्रायली प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया|

बतौर भारतीय प्रधानमंत्री इस्रायल की प्रथम भेंट पर आने का अवसर उन्हें मिला, इसपर प्रधानमंत्री मोदी ने खुशी जतायी| उसी समय, बहुत ही मुश्किल दौर में विकास करनेवाले इस्रायल की प्रशंसा करते हुए, ‘इस देश ने अपने सामने की चुनौतियों का अवसर में रूपांतरण किया’ ऐसे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा| कठीण समय में भी इस्रायल ने लोकतंत्र पर आधारित समाज का निर्माण किया, इसकी प्रधानमंत्री मोदी ने सराहना की| साथ ही, आतंकवाद यह दोनो देशों के सामने खडी रही समान चुनौती है, इसकी याद दिलाते हुए, ‘भारत और इस्रायल का सहयोग आगे चलकर अधिक विकसित होगा’ ऐसा भरोसा प्रधानमंत्री मोदी ने जताया| भारत से इस्रायल आये ज्यूवंशीय दोनो समाजों को अधिक समृद्ध कर रहे हैं, ऐसे भी प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा| प्रधानमंत्री मोदी की इस ऐतिहासिक इस्रायल यात्रा से दोनो देशों के संबंध अधिक ही दृढ होंगे और आगे चलकर इन संबंधों का बड़ा लाभ भारत को मिलेगा, ऐसा दावा विशेषज्ज्ञों द्वारा किया जा रहा है| दोनो देशों में राजनैतिक संबंध प्रस्थापित होकर २५ साल पूरे हुए हैं|

इस्रायल यह भारत को रक्षासामग्री की आपूर्ति करनेवाला महत्त्वपूर्ण देश बन गया होकर, भारत को जलव्यवस्थापन, खेती और तकनिकीसंबंधित सहयोग देने के लिए इस्रायल ने हमेशा उत्सुकता दिखायी है| प्रधानमंत्री मोदी की इस भेंट की वजह से दोनो देशों के संबंधो के बीच आनेवालीं बचीकुचीं दीवारें भी गिर पड़ीं हैं, ऐसे सूचक शब्द कहते हुए इस्रायली प्रधानमंत्री ने, दोनो देश आगे चलकर आपस के विकास में बड़ा योगदान दे सकते हैं, ऐसा भरोसा जताया है|

भारतीय प्रधानमंत्री की इस इस्रायल भेंट पर पाकिस्तान बहुत ध्यान से देख रहा होकर, पाकिस्तान की मीडिया और विशेषज्ज्ञ इस भेंट से भारत की रक्षासंबंधित ताकत बड़ी मात्रा में बढ़ जायेगी, ऐसा दावा कर रहे हैं| इतना ही नहीं, बल्कि इस्रायल यह भी पाकिस्तान का शत्रुदेश होकर, भारत और इस्रायल का एकत्रित हो जाना, यह पाकिस्तान के लिए चेतावनी साबित होती है, ऐसी चिंता पाकिस्तान के विशेषज्ज्ञों ने जतायी है|

सौदी अरेबिया और सौदी के प्रमुख खाडी मित्रदेश इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं| ऐसी परिस्थिति में, भारत और इस्रायल के संबंध दृढ़ हो रहे हैं; ऐसे में, उनको मात देने के लिए पाकिस्तान को जल्द से जल्द कदम उठाने पड़ेंगे, ऐसा इन विशेषज्ज्ञों का कहना है|

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