उत्तर कोरिया की परमाणु गतिविधियों में बढ़ोतरी

सेउल – उत्तर कोरिया ने योंगब्यॉन प्रकल्प में परमाणु गतिविधियाँ बढ़ाई हैं। अमरीका स्थित अभ्यासगुट ने जारी किए सैटेलाईट फोटो से यह बात स्पष्ट हुई है। इससे उत्तर कोरिया ने परमाणु अस्त्र के निर्माण के लिए आवश्‍यक प्लुटोनियम पर प्रक्रिया शरू की होगी, ऐसा दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं। बीते हफ्ते में चार मिसाइलों का परीक्षण करके उत्तर कोरिया ने अमरीका के बायडेन प्रशासन की मुश्‍किलें बढ़ाई थीं।

north-koreaकोरियन क्षेत्र की गतिविधियों पर नज़र रखनेवाले ‘सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक ऐण्ड इंटरनैशनल स्टडीज’ नामक अमरिकी अभ्यासगुट ने मंगलवार के दिन सैटेलाईट फोटो जारी किए। इनमें उत्तर कोरिया के योंगब्यॉन शहर की रेडियोकेमिस्ट्री लैब और थर्मल प्लांट के फोटो हैं। इस इलाके में एक चिमनी से निकल रही बाफ पर इस अभ्यासगुट ने ध्यान आकर्षित किया है। इस वजह से यह लैब कार्यरत है और वहां पर प्लुटोनियम पर प्रक्रिया होने का दावा इस अभ्यासगुट ने किया है।

इस प्रयोगशाला में जारी यह प्रक्रिया देखकर उत्तर कोरिया फिर से परमाणु अस्त्र का निर्माण करने में जुटी होने की संभावना अमरिकी विश्‍लेषकों ने जताई है। यदि ऐसा हो रहा है तो, उत्तर कोरिया के खिलाफ अमरीका प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई कर सकती है। एक अमरिकी समाचार चैनल ने बीते महीने ही, उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु केंद्र में बड़े बदलाव करने की खबर प्रसिद्ध की थी। अपने परमाणु अस्त्र छुपाने के लिए उत्तर कोरिया ने योंगदोक्ताँग का अड्डा बंद करने की बात अमरिकी समाचार चैनल ने कही थी।

north-koreaउत्तर कोरिया ने बीते हफ्ते में ही चार मिसाइल परीक्षण किए थे। इस दौरान छोटी दूरी के एवं बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया गया था। इन मिसाइल परीक्षणों के ज़रिये उत्तर कोरिया की किम जाँग उन की हुकूमत अमरीका और दक्षिण कोरिया को इशारा दे रही है, ऐसा कहा जा रहा था। अमरीका और दक्षिण कोरिया के युद्धाभ्यास के विरोध में उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण किए थे।

अमरीका और दक्षिण के लष्करी सहयोग अपने विरोध में होने का आरोप उत्तर कोरिया कर रहा है। साथ ही दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष मून जे-ईन अमरीका का तोता होने की आलोचना उत्तर कोरियन तानाशाह की बहेन किम यो जाँग ने की।

इसी बीच, उत्तर कोरिया के इन परीक्षणों के वजह से बने तनाव पर बातचीत के लिए दक्षिण कोरिया के विदेशमंत्री चीन के दौरे पर जा रहे हैं। ऐसे में शुक्रवार के दिन अमरीका, जापान और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की विशेष बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस बैठक में भी कोरियन क्षेत्र की शांति और स्थिरता पर चर्चा होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.