उत्तर कोरिया के गोपनीय प्रक्षेपास्त्र डिपो अब भी शुरू – अमरिकी अभ्यासकों के प्रख्यात गुट का दावा

Third World Warसेऊल/वॉशिंग्टन: उत्तर कोरिया के ‘किम जॉंग उन’ सल्तनत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को फसाकर प्रक्षेपास्त्र रखने के लिये बनाये १३ गोपनीय डिपो अब तक शुरू रखे है| अमरिकी अभ्यासकों के गुट ने उत्तर कोरिया की मिसाईल डिपो की फोटो सैटलाईट के जरिये प्राप्त की है| यह फोटो प्रकाशित करके अभ्यासकों की इस गुट ने उत्तर कोरिया ने अब भी मिसाईल डिपो शुरू रखे है, यह जानकारी सामने लायी है| इस की वजह से कुछ महिने पहले अमरिका के साथ हुई बातचीत के साथ एटमी और प्रक्षेपास्त्र निर्माण करने का कार्यक्रम बंद करने का वादा करने वाले उत्तर कोरियन सल्तनत ने अपनी दाहक लष्करी गतिविधियां शुरू रखी है, यह स्पष्ट हुआ है|

अमरिका के ‘सेंटर फॉर स्ट्रॅटेजिक अँड इंटरनैशनल स्टडिज्’ (सीएसआयएस) इस प्रख्यात अभ्यासकों के गुट के वरिष्ठ विश्‍लेषक जोसेफ बर्मुडेझ इन्होंने सोमवार के दिन एक रपट घोषित किया| इस रपट में बर्मुडेझ इन्होंने उत्तर कोरिया के संदिग्ध ठिकानों के सैटेलाईट ने लिये फोटोग्राफ्स शामिल है| इस में उत्तर कोरिया के गोपनीय स्थानों पर शुरू मिसाईल डिपो के फोटोग्राफ्स है, ऐसा बर्मुडेझ इन्होंने कहा है| उत्तर कोरिया की ‘सकनमोल’ में गोपनीय मिसाईल डिपो में गतिविधियां शुरू है, ऐसा बर्मुडेझ इन्होंने अपनी रपट में दर्ज किया है|

उत्तर कोरिया, गोपनीय प्रक्षेपास्त्र डिपो, शुरू, अमरिकी अभ्यासकों, प्रख्यात गुट, दावा, सेऊल, वॉशिंग्टनउत्तर कोरिया ने अमरिका और दक्षिण कोरिया के सामने अपने एटमी अड्डों की जानकारी रखी है, लेकिन इन २० गोपनीय मिसाईल डिपो का इस जानकारी में समावेश नही किया है| इन २० में से १३ ठिकानों पर मिसाईल डिपो का फिरसे निर्माण करने का काम शुरू है, ऐसा इन फोटोग्राफ्स से सामने आ रहा है, ऐसा दावा इस अमरिकी अभ्यासकों के गुट ने किया है| यह मिसाईल डिपो मध्यम दूरी के बैलेस्टिक मिसाईल और अंतर खंडिय मिसाईल रखने के लिये उपयुक्त है, यह बर्मुडेझ इनका कहना है|

अमरिका और मित्र देशों से अपनी मिसाईल सुरक्षित रखने के लिये उत्तर कोरिया ने पहाडी क्षेत्र में यह भूमिगत डिपो तैयार किये है, यह दावा अमरिकी गुप्तचर संगठनों ने इसके पहले भी किया था| इस में ‘सकनमोल’ डिपो का भी समावेश था| ‘सकनमोल’ डिपो दक्षिण कोरिया के सरहद के नजदिक है| इस वजह से उत्तर कोरिया ने यहां पर मिसाईल रखने पर दक्षिण कोरिया से प्रतिक्रिया प्राप्त हो सकती है|

इस के पहले भी अमरिकी अभ्यासकों के गुट ने उत्तर कोरिया छिपकर अपना एटमी और मिसाईल कार्यक्रम शुरू रख रहा है, यह दावा किया था| लेकिन, ‘सीएसआयएस’ ने सैटेलाईट के जरिये प्राप्त किये फोटोग्राफ्स सामने रखकर उत्तर कोरिया की दिक्कत बढाई है|

इस वर्ष जून महिने में सिंगापूर में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जॉंग-उन इनकी ऐतिहासिक मुलाकात हुई थी| इस मुलाकात के बाद उत्तर कोरियन सल्तनत ने ऐटमी और मिसाईल कार्यक्रम बंद करने की घोषणा की थी| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने उत्तर कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने अपनाई इस भूमिका का स्वागत किया था|

पिछले महिने में उत्तर कोरिया ने एटमी और मिसाईल कार्यक्रम पिछे लेने की तैयारी भी दिखाई थी| इस के लिये उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय माध्यमों को आमंत्रित किया था| साथ ही दक्षिण कोरियाई नेतृत्त्व के साथ चर्चा करके सरहद पर तैनात सेना वापस बुलाने के संकेत भी उत्तर कोरिया के तानाशाह ने दिये थे|

लेकिन अमरिका और दक्षिण कोरिया के साथ हुई बातचीत में तय हुए मुद्दों का उत्तर कोरिया भंग कर रहा है, ऐसी जानकारी सामने आ रही है| इस बातचीत के पृष्ठभुमि पर उत्तर कोरिया को इन मिसाईल डिपो की जानकारी उजागर करना जरुरी था| लेकिन अमरिकी अभ्यास गुटने इन ठिकानों की सैटेलाईट के जरिये प्राप्त फोटोग्राफ्स सामने लाकर उत्तर कोरिया को घेरा है|

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