नागरिक एवं घुसपैठ की पहचान करानेवाली – ‘एनआरसी’ की पहली सूची आसाम सरकार द्वारा प्रसिद्ध

गुवाहाटी: आसाम सरकार द्वारा मूल नागरिक एवं घुसपैठ की पहचान करनेवाली ‘एनआरसी’ ‘नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन’ की सूची प्रसिद्ध की है। फिलहाल ३ करोड़ २९ लाख की जनसंख्या होनेवाले इस राज्य में १ करोड़ ९० लाख नागरिकों का एनआरसी में समावेश है। इसकी जानकारी उजागर होने के बाद बचे हुए सारे लोग अवैध घुसपैठ होने की चर्चा शुरू हुई थी। पर सन २०१८ के अप्रैल महीने में दूसरी सूची हुई प्रसिद्ध होने वाली है, ऐसी जानकारी आसाम सरकार ने दी है।

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पिछले कई वर्षों से आसाम में बांगलादेशी घुसपैठियों की संख्या बढ़ी है। इस घुसपैठ की वजह से देश की सुरक्षा को गंभीर चुनौती हो रही है और आसाम में सामाजिक संघर्ष निर्माण होने की बात सामने आ रही है। इस पृष्ठभूमि पर आसाम में घुसपैठ की पहचान होने के लिए राज्य सरकार ने एनआरसी की सूची प्रसिद्ध करने की प्रक्रिया की है। सर्वोच्च न्यायालय ने दिए निर्देश के अनुसार पहली सूची ३१ दिसंबर २०१७ के पहले प्रसिद्ध की गई है। इस सूची के अनुसार नागरिकों की पहचान कराने की प्रक्रिया पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा देखरेख होने की बात कही है।

सन १९७१ में हुए भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद स्वतंत्र बांगलादेश निर्माण हुआ था। पर उससे पहले लाखों बांगलादेशी शरणार्थी पाकिस्तान के अत्याचार से भारत में दाखिल हुए थे। उस समय से भारत में बांगलादेशी घुसपैठ शुरू है। पिछले कई वर्षों में यहां हो रही घुसपैठ भयंकर रुप धारण कर रही है, ऐसी बात स्पष्ट हुई है। इस घुसपैठ की वजह के मूल निवासी के अधिकारों पर तकलीफ होने की वजह से राज्य में संघर्ष बढ़ रहा है। इस घुसपैठ के विरोध में आंदोलन शुरु हुए हैं। आसाम की मूल पहचान मलिन हो रही है, ऐसा आरोप भी हो रहा है।

इस पृष्ठभूमि पर एनआरसी की सूची तैयार की जा रही है। इसके लिए आसाम में ४२०० केंद्र शुरू किए गए थे। इस केंद्र द्वारा नागरिकों के दस्तावेज की छन्नी करके उनकी पहचान की जा रही है। उसमें १ करोड़ ९० लाख लोगों के नागरिकत्व सिद्ध हुए हैं। अभी भी यह प्रक्रिया शुरु होकर आने वाले समय में नई सूची प्रसिद्ध होने वाली है, ऐसी जानकारी आसाम सरकार ने दी है। आसाम में घुसपैठ करनेवाले बांगलादेशी जनता की संख्या अब तक सामने नहीं आई है। फिर भी आने वाले समय में एनआरसी की सूची की वजह से घुसपैठ की पहचान एवं संख्या स्पष्ट हो सकेगी।

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