‘आतंकवाद और क्रिकेट एकसाथ मुमक़िन नहीं’ : केंद्रीय क्रीडामंत्री ने बीसीसीआय को फटकारा

नई दिल्ली, दि. २९ : आतंकवाद और क्रिकेट हाथ में हाथ लेकर चल नहीं सकते, इन शब्दों में क्रीडामंत्री विजय गोयल ने, भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मालिका नामुमक़िन है, ऐसा डटकर कहा है| भारतीय क्रिकेट नियामक मंडल (बीसीसीआय) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के बीच दुबई में चर्चा होने की खबर है| इस चर्चा की पृष्ठभूमि पर, भारत और पाकिस्तान में क्रिकेट मालिका शुरू होगी, ऐसी चर्चा शुरु हुई थी| लेकिन क्रीडामंत्री गोयल ने, सरकार को बिना जानकारी दिये बीसीसीआय इस तरह का फ़ैसला नहीं कर सकती, ऐसा फटकारा है|

‘आतंकवाद और क्रिकेट४ जून को इंग्लंड में चॅम्पियन्स ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान संघ में मैच होने वाला है| इसमें उभय देशों के साथ दुनिया भर के क्रिकेटप्रेमियों का ध्यान लगा है| इस पृष्ठभूमि पर, दुबई में बीसीसीआय और पीसीबी की चर्चा संपन्न हुई| पिछले कुछ सालों सो पाकिस्तान भारत के साथ क्रिकेट मालिका की माँग कर रहा है| लेकिन क्रिकेट और आतंकवाद एक साथ चल नहीं सकते, ऐसी दृढ़ भूमिका भारत सरकार ने अपनायी थी| जब तक पाकिस्तान भारत में आतंकवादी भेज रहा है, तब तक इस देश के साथ क्रिकेट नामुमक़िन है, ऐसा प्रतिपादन केंद्रीय क्रीडामंत्री विजय गोयल ने और एक बार किया है| साथ ही, दुबई में बीसीसीआय और पीसीबी की बैठक के मामले में बात करते हुए क्रीडामंत्री ने, बीसीसीआय केंद्र सरकार को बिना पूछे पाकिस्तान के साथ सीरीज खेलने का फ़ैसला ना करें, ऐसा सुनवाया है| लेकिन चॅम्पियन्स ट्रॉफी जैसी बहुराष्ट्रीय स्पर्धा में भारत और पाकिस्तान के दौरान होनेवाले मैच पर सरकार ऐतराज़ नहीं लेगी, ऐसा भी क्रीडामंत्री ने स्पष्ट किया|

इसी दौरान, दुबई की इस बैठक के बारे में बोलते हुए बीसीसीआय के पदाधिकारियो ने, यह केवल चर्चा थी और इस प्रकार की चर्चा के लिए सरकार की अनुमति की ज़रूरत नहीं है, ऐसा कहा है| फिलहाल पाकिस्तान क्रिकेट की हालत खराब हुई है| कोई भी देश पाकिस्तान का दौरा करने के लिए राज़ी नहीं| इस वजह से पाकिस्तान क्रिकेट का बड़ा नुकसान हो रहा है| साथ ही, भारत जैसे कट्टर प्रतिस्पर्धी देश ने भी पीठ फेरने की वजह से पाकिस्तान क्रिकेट घाटें में जा रहा है|

‘सन २०१५ से लेकर २०२३ तक की कालावधि में पाकिस्तान के साथ करीब पाँच मालिका खेलने का समझौता भारत ने किया था| इसका पालन भारत नहीं कर रहा है| इस वजह से पाकिस्तान का जो नुकसान हो रहा है, उसके लिए बीसीसीआय ने करीब छह करोड़ डॉलर का हरजाना पाकिस्तान को देना चाहिए’ ऐसी माँग पीसीबी द्वारा हो रही है| इस पृष्ठभूमि पर, बीसीसीआय और पीसीबी की बैठक संपन्न हुई थी, ऐसा कहा जाता है| भारतीय संघ को पाकिस्तान में खेलना नहीं है और पाकिस्तानी संघ को भारत में खेलने के लिए न्यौता भी नहीं देना है, तो तीसरे देश में भारत और पाकिस्तान की सीरीज खेली जा सकती है, ऐसा प्रस्ताव पीसीबी ने पहले ही दिया था| लेकिन भारत सरकार ने इस मामले में अपनायी ठाम भूमिका की वजह से दोनो देशों के बीच फिलहाल द्विपक्षीय मैच नहीं हो रहे हैं|

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