छत्तीसगढ के सुकमा में एक जवान शहीद; रक्षादलों के साथ मुठभेड में १५ माओवादी ढेर

रायपूर, दि. १७ : छत्तीसगढ के सुकमा ज़िले के बिजापूर के जंगल में रक्षा दलों ने करीब १५ माओवादियों को ढेर कर दिया है| इस ‘ऑपरेशन’ में छत्तीसगढ पुलीस के स्पेशल टास्क फोर्स का (एसटीएफ) के जवान शहीद हुए हैं| पिछले पाँच दिनो से शुरू रहा यह ‘ऑपरेशन’ अबतक खत्म न हुआ होकर, बिजापूर के जंगल में बडी जाँचमुहिम हाथ ली गयी है| माओवादीविरोधी इस मुहीम में पहली ही बार रक्षा दलों को वायुसेना के लडाकू हेलिकॉप्टर ‘एमआय-१७’ द्वारा मदद उपलब्ध करायी गयी|

सुकमा२४ अप्रैल के दिन सुकमा के चिंतागुफा इलाके में करीबन ३०० माओवादियों ने गश्त पर रहनेवाले ‘सीआरपीएफ’ के जवानों पर हमला किया था| इस हमले में २५ जवान शहीद हुए थे| इस भीषण हमले के बाद माओवादियों के खिलाफ रणनीति में आक्रामक बदल किये होकर, यह मुहिम और ज़्यादा तीव्र की जायेगी, ऐसे केंद्रीय गृहमंत्रालय ने घोषित किया था| इसके बाद, माओवादियों का प्रभाव रहे ज़िलों में रक्षा दलों ने संयुक्त कार्रवाई हाथ में ली| साथ ही, वायुसेना के हेलिकॉप्टर्स में से सप्लाई और आपत्कालीन परिस्थिति में लगनेवाली मदद बढायी गयी है|

बिजापूर के जंगल में १२ मई से माओवादियों के खिलाफ ‘ऑपरेशन’ शुरू हुआ है| बिजापूर के जंगल में माओवादियों के कारनामों की जानकारी रक्षा दलों को मिली थी| इसके बाद ‘सीआरपीएफ’, ‘डिस्ट्रिक्ट रिझर्व्ह गार्ड’ (डीआरजी), ‘कोब्रा’, ‘एसटीएफ’ के जवानों ने सुकमा ज़िले की सीमा पर रहे इस जंगल में व्यापक कार्रवाई हाथ में ली होकर, करीबन ३०० जवान इस ऑपरेशन में शामील हुए थे|

१४ मई की सुबह, रक्षा दल और माओवादियों के बीच पहली बडी मुठभेड़ हुई और उसके बाद फिर शाम को माओवादी और सुरक्षा दल आमनेसामने आये| इस वक्त रक्षादलों ने माओवादियों को घेरते हुए उनपर ज़ोर से हमला किया| इसमे कुछ माओवादी घायल हुए| दोनों मुठभेड में मिलाकर १५ माओवादी ढेर होने की जानकारी सीआरपीएफ के विशेष महासंचालक (मध्य विभाग) कुलदिप सिंग ने दी|

ढेर हुए माओवादियों के शव अबतक मिले नहीं हैं| लेकिन करीबन १५ माओवादी ढेर होने की जानकारी स्थानिक सूत्रों से मिली है| इस मुठभेड में रक्षा दल का एक जवान शहीद हुआ, तो दो जवान घायल हुए थे| इन जवानों को अस्पताल पहुँचाने के लिए वायुसेना के ‘एमआय-१७’ हेलिकॉप्टर की मदद ली गयी| भाग जानेवाले माओवादी, ढेर हुए अपने साथीदारों के शव लेकर गये, ऐसा कहा जाता है| इन माओवादियों को ढूँढ निकालने के लिए बिजापूर के जंगल में व्यापक मुहिम हाथ में ली गयी है|

इन दौरान पिछले २० दिनों में २०० जगह माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है| इनमे ७२ माओवादियों को हिरासत में लिया गया है| ‘कोब्रा’ पथक ने पिछले तीन सप्ताह में ९८ ऑपरेशन्स करते हुए २६ माओवादियों को गिरफ्तार किया है| मंगलवार के दिन सुकमा में आठ माओवादियों को हिरासत में लिया गया था| अबतक गिरफ्तार किये माओवादियों से बडी मात्रा में विस्फोटक बरामत किये हैं|  गिरफ्तार किये गये माओवादियों में, सुकमा हमले में शामील हुए १५ माओवादियों का समावेश है|

माओवादियों के कुछ लीडर्स ने पिछले कई दिनों में आत्मसर्मपण किया है| बुधवार के दिन पोडीयम पंडा नाम के एक माओवादी ने आत्मसर्मपण किया| यह माओवादी भी सुकमा हमले में शामिल था, ऐसी जानकारी सामने आयी है| पिछले छह सालों से यंत्रणाएँ इस माओवादी को ढूँढ रहीं थीं|

पोडीयम पंडा यह माओवादी व व्यापारियों के बीच की कड़ी है, ऐसे कहा जाता है| पिछले सालभर से उसे आत्मसर्मपण करना था| लेकिन इसकी जानकारी माओवादियों को मिल गयी| इसी कारण उसपर नज़र रखने के लिए कुछ माओवादियों को कहा गया था| लेकिन पंडा पर नज़र रखनेवाले पाँच माओवादी, अब शुरू रहे कई ऑपरेशनों के दौरान गिरफ्तार हुए| इसी कारण पंडा को आत्मसर्मपण करने का अवसर मिला| इससे माओवादियों के नेटवर्क के बारे में आधिक जानकारी प्राप्त हो सकती है|

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