चीन को रोकने के लिए सशस्त्र सीमा बल ने भारत-भूटान सीमा पर किया नई चौकियों का निर्माण

नई दिल्ली – डोकलाम के निकट सरहदी इलाके में चीन ने दुबारा लष्करी गतिविधियां शुरू करने की खबरें प्रसिद्ध हुई थीं। भारत ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लिया हुआ दिख रहा है। भारत-भूटान और चीन की सीमाएं एक-दूसरे से जुड़नेवाले इलाके में भारत के ‘सशस्त्र सीमा बल’ (एसएसबी) ने करीबन २२ नई चौकियां स्थापित की हैं। इस वजह से भारत के साथ भूटान की सुरक्षा भी सुनिश्‍चित हुई है।

china-india-bhutanवर्ष २०१७ में डोकलाम में भूटान के सरहदी क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश करनेवाले चीन के सैनिकों को भारतीय सेना ने रोका था। भूटान की सीमा में घुसपैठ करके निर्माण कार्य करने की चीन की सेना की कोशिश भारतीय सैनिकों ने नाकाम की थी। इस वजह से दोनों देशों में संघर्ष शुरू होने की संभावना निर्माण हुई थी। उस समय भारत और चीन के सैनिक ७० दिनों तक एक-दूसरे के आमने-सामने थे। आखिर में चीन ने वहां से वापसी की और दोनों देशों में निर्माण हुआ तनाव खत्म हो गया।

लेकिन, लद्दाख की प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन का तनाव बढ़ा है और ऐसे में चीन ने दुबारा डोकलाम के निकट अपने क्षेत्र में लष्करी गतिविधियां शुरू करने की खबरें प्राप्त हुई थीं। भारत और भूटान में रक्षा विषयक समझौता हुआ है और इसके अनुसार भूटान के संरक्षण का ज़िम्मा भारत ने उठाया है। इसी वजह से चीन की गतिविधियों पर नज़र रखनेवाले भारत ने अपनी सीमा के साथ ही भूटान की सुरक्षा के लिए आवश्‍यक सावधानी बरती हुई दिख रही है।

इसके अनुसार ‘एसएसबी’ ने इस सीमा पर २२ नई चौकियों का निर्माण किया है। समुद्री सतह से तकरीबन १२ हज़ार फीट उंचाई के इस क्षेत्र में ‘एसएसबी’ ने लगभग ७३४ चौकियों का निर्माण करने का उद्देश्‍य सामने रखा था। इनमें से ७२२ चौकियां स्थापित करने का काम पूरा हुआ है और अब मात्र १२ चौकियों का निर्माण शेष है। जल्द ही इन चौकियों का निर्माण कार्य भी पूरा होगा, ऐसा कहा जा रहा है। अब स्थापित की गई २२ चौकियों का निर्माण कार्य विक्रमी समय में पूरा होने की जानकारी ‘एसएसबी’ के अफसर ने साझा की। साथ ही ठंड़ के मौसम में लद्दाख की तरह यहां पर भी तापमान शुन्य से नीचे चला जाता है। ऐसी स्थिति में इन चौकियों का निर्माण कार्य पूरा हुआ है, इस ओर ‘एसएसबी’ के अफसर ने ध्यान आकर्षित किया।

लद्दाख की सीमा पर चीन के साथ निर्माण तनाव ध्यान में रखककर ‘एसएसबी’ ने यहां की सीमा पर तैयारी अधिक बढ़ाई है। यहां का एक भी सैनिक कानून और सुव्यवस्था के अलावा अन्य किसी भी सेवा के लिए तैनात नहीं किया गया है, यह जानकारी ‘एसएसबी’ के अफसर ने साझा की। भारत पर दबाव बढ़ाने के लिए चीन एक बार फिरसे डोकलाम का विवाद निर्माण करके वहां पर घुसपैठ कर सकता है, ऐसा अनुमान व्यक्त किया जा रहा था। चीन की सेना ने डोकलाम के करीब लष्करी गतिविधियां करके यह अनुमान सच्चाई में उतरने की संभावना अधिक बढ़ाई थी। लेकिन, इस पर प्रत्युत्तर देने के लिए भारत ने तैयार की है, यह बात ‘एसएसबी’ ने स्थापित किए इन नई चौकियों से स्पष्ट हो रही हैं।

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