अमरिका ने ही पाकिस्तान का विश्वासघात किया है- पाकिस्तानी लष्कर प्रमुख से बकबक

इस्लामाबाद: अमरिका ने सहायता बंद कर के पाकिस्तान पर किए गंभीर आरोपों की वजह से सारे पाकिस्तान में अमरिका ने अपना विश्वासघात करने की भावना है, ऐसी दलील पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने अमरिका के सामने प्रस्तुत की है। अमरिका के सेंट्रल कमांड प्रमुख जोसेफ व्होटल इन से फोन पर किए चर्चा में पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख ने यह खेद व्यक्त किया है। पाकिस्तान ने आतंकवाद विरोधी युद्ध में दिया योगदान अमरीका सदा याद रखें एवं पाकिस्तान को सम्मानजनक बर्ताव दे, ऐसी अपेक्षा जनरल बाजवा ने उस समय व्यक्त की है।

नए वर्ष की शुरूआत से ही अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने आतंकवादियों का समर्थन करने वाले पाकिस्तान पर निशाना साधा है। पाकिस्तान को अब्जो डॉलर्स की सहायता कर के भी अमरिका के हिस्से केवल विश्वासघात एवं धोखाधड़ी आई है, ऐसा आरोप राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया था। उस के बाद अमरिका ने पाकिस्तान के २५ करोड़ डॉलर्स से अधिक वित्त सहायता रोकी एवं २ अब्ज डॉलर्स की लष्करी सहायता रोकने का भी निर्णय घोषित किया था। इस पर पाकिस्तान से प्रतिक्रिया आई है और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने अमरिका के साथ गुप्तचर विभाग द्वारा किए जाने वाले सहयोग रोकने का निर्णय लिया है।

एक तरफ पाकिस्तान ऐसी स्वाभिमानी भूमिका लेने का चित्र निर्माण कर रहा है। पर वास्तव में पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख अमरिका के रक्षा दल प्रमुख को विनती करने की बात सामने आई है। जनरल व्होटल के साथ हुई चर्चा में पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख ने अपने देश में अमरिका ने विश्वासघात करने की भावना होने की बात स्पष्ट की है। इस समय आज तक पाकिस्तान ने अमरिका को दिए सेवा का दाखिला दिया है और पाकिस्तान को सम्मानजनक बर्ताव दे, ऐसी मांग पाकिस्तान की लष्कर प्रमुख ने की है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा असिफ ने अमरिका के साथ पाकिस्तान के संबंध खत्म होने का दावा कुछ दिनों पहले किया था। पर अभी भी पाकिस्तान अमरिका से बहुत अपेक्षा रखे हुए हैं, ऐसा जनरल बाजवा ने किए मांग से दिखाई दे रहा है। जनरल व्होटल ने पाकिस्तानी लष्कर प्रमुख को समझाने का आश्वासन दिया है। दोनों देशों में फिलहाल निर्माण हुई समस्या तत्कालिक, होकर आने वाले समय में इसका निवारण होगा, ऐसा दिलासा जनरल व्होटल ने दिया है। पर ट्रम्प प्रशासन ने पाकिस्तान के बारे में स्वीकारी हुई ठोस भूमिका देखते हुए, आने वाले समय में अमरिका एवं पाकिस्तान में संबंध और बिगड़ेंगे ऐसी आशंका दिखाई दे रही है।

पाकिस्तान जबतक अफगानिस्तान में स्थित तालिबान एवं हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों पर कारवाई नहीं करेगा, तब तक अमरिका से पाकिस्तान को किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं मिलेगा, ऐसी घोषणा ट्रम्प प्रशासन से की जा रही है। तथा पाकिस्तान में आने वाले समय में का आतंकवादियों पर कठोर कारवाई नहीं की, तो अमरिका पाकिस्तान में घुसकर एकतरफा कारवाई करेगा, ऐसा इशारा अमरिका से दिया जा रहा है। अमरिका से मिल रहे इशारे को देखते हुए ‘मसूद अजहर’ जैसे आतंकवादी ने पाकिस्तान अगर अमरिका की बात सुनता है, तो उस के भयंकर परिणाम होंगे ऐसी धमकियां दे रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.