ईरान पर नज़र रखने के लिए इस्रायल ने ‘रेड सी’ में तैनाती बढ़ाई

ऐटलिट – इस्रायल की नौसेना ने ‘रेड सी’ क्षेत्र में अपने विध्वंसकों की तैनाती बढ़ाई है। इस्रायल का रक्षा बल अपने इस तैनाती का कारण स्पष्ट करने से अभी दूर रहा है। लेकिन, इस्रायल के मालवाहक जहाज़ और र्इंधन टैंकरों की सुरक्षा के लिए ईरान के खतरे को ध्यान में रखकर यह तैनाती बढ़ाई गए है, यह दावा इस्रायल के पूर्व नौसेना अधिकारी कर रहे हैं।

‘रेड सी’हिंद महासागर और भूमध्य समुद्र को जोड़नेवाले ‘रेड सी’ का क्षेत्र सामरिक नज़रिये से बड़ा अहम समझा जाता है। इस संकरे समुद्री क्षेत्र से विश्‍व की कुल १० प्रतिशत व्यापारी यातायात होती है। एशियाई देशों की दिशा में यात्रा करनेवाले इस्रायल के व्यापारी जहाज़ भी इसी समुद्री क्षेत्र से यात्रा करते हैं।

लेकिन, बीते कुछ महीनों से इस समुद्री क्षेत्र से यात्रा कर रहे इस्रायली, सौदी और यूएई के मालवाहक जहाज़ एवं र्इंधन टैंकरों पर हमले हुए हैं। इन हमलों के पीछे ईरान और ईरान से जुड़े हौथी के विद्रोही होने का आरोप लगा था।

इस्रायल और अन्य देशों के मालवाहक जहाज़ों पर हमले करने के साथ ही ईरान इस समुद्री क्षेत्र में हथियारों की अवैध तस्करी करने में जुटा होने की बात भी स्पष्ट हुई थी। लेबनान के आतंकी हिज़बुल्लाह संगठन के लिए हथियार लेकर जा रहा ईरान का जहाज़ इस्रायल ने कब्ज़े में लिया था। ईरान ने इन आरोपों से इन्कार किया था।

लेकिन, इस्रायल ने इस समुद्री क्षेत्र में विध्वंसकों की तैनाती बढ़ाकर ईरान से उभरे खतरे को मिटाने की गतिविधियाँ शुरू की हुई दिख रही हैं। इस्रायल के पूर्व नौसेना अधिकारी वाईस एडमिरल एली शारवित ने भी ‘रेड सी’ की यातायात को ईरान का खतरा बढ़ने की ओर ध्यान आकर्षित किया। साथ ही अपने समुद्री यातायात की स्वतंत्रता के लिए इस्रायल ने यह तैनाती की है, ऐसा भी उन्होंने कहा है।

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