यासीन मलिक को सज़ा सुनाने के बाद पाकिस्तान आगबबूला

इस्लामाबाद – यासीन मलिक को सज़ा सुनाने के बाद पाकिस्तान ने आग उगलना शुरू किया है। यह भारतीय जनतंत्र और न्याय व्यवस्था के लिए काला दिवस होने का बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने किया। इसी दौरान पाकिस्तान की सेना ने यासीन मलिक की सज़ा का निषेध किया है। ऐसी दमन नीति से कश्मीर जनता की भारत विरोधि आवाज़ दबाना मुमकिन नहीं होगा, ऐसा पाकिस्तानी सेना ने कहा है।

यासीन मलिक२५ मई को पाकिस्तान के विपक्षी नेता इम्रान खान ने राजधानी इस्लामाबाद में आज़ादी मार्च का ऐलान किया था। इसके बाद पाकिस्तान में अराजकता फैलेगी क्या, ऐसे सवाल किए जा रहे थे। पाकिस्तान की सरकार ने इम्रान खान के सैंकड़ों सहयोगियों की गिरफ्तारी करके किसी तरह स्थिति को काबू किया है। ऐसी स्थिति में भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यासीन मलिक की सज़ा को लेकर भारत के जनतंत्र और न्याय व्यवस्था की आलोचना कर रहे हैं, यह बात हास्यास्पद है।

यासीन मलिकपाकिस्तान की सेना ने भी यासीन मलिक पर लगाए गए आरोप झूठे होने के दावे करके उसकी सज़ा का विरोध किया। साथ ही इसके ज़रिये भारत कश्मीरी जनता की आवाज़ दबा नहीं सकता, ऐसा दावा करके पाकिस्तानी सेना ने अपना निषेध दर्ज़ किया। पाकिस्तान के माध्यम भी यासीन मलिक के लिए रुदन कर रहे हैं। इसी बीच यासीन मलिक की पत्नी मुशाल मलिक ने उसे सज़ा सुनाने से पहले ही वार्तापरिषद का आयोजन करके पूरा पाकिस्तान भारत का विरोध करे, ऐसा उकसानेवाला आवाहन किया था।

२५ मई को इम्रान खान द्वारा आयोजित आज़ादी मार्च रद करें और सब लोग कश्मीर के लिए सड़कों पर उतरें। पाकिस्तान के अंदरुनि राजनीतिक में कश्मीरियों की बलिदान नहीं होना चाहिये, भारत इसका लाभ उठाएगा, यह दावा मुशेल मलिक ने किया था। इसी बीच पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति को देखकर भारत के विरोध में कोई भी देश पाकिस्तान का साथ देने की स्थिति में नहीं है। कुछ देश या ओआईसी जैसे संगठन पाकिस्तान को जुबानी राहत देंगे। लेकिन, इसके आगे पाकिस्तान को किसी से भी रिस्पान्स नहीं मिलेगा, ऐसा इशारा इस देश के ज़िम्मेदार कर रहे हैं।

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