विल्डर्स और ली पेन जैसे नेता यदि हार भी गयें, तो भी युरोपीय महासंघ के खिलाफ असंतोष की लहर क़ायम : ब्रिटीश अभ्यासगुट

लंदन, दि. १२ : ‘पूरे युरोपीय महासंघ के खिलाफ असंतोष की लहर फैली हुई है| महासंघ को विरोध करनेवालीं आक्रामक विचारधारा की पार्टियाँ संबंधित देशों में सार्वमत की माँग कर सकती हैं| फ्रान्स, नेदरलैण्ड और इटली इन देशों में यह मुमकिन है| इन देशों में आक्रामक विचारधारा की पार्टियों के प्रमुख राजनीतिक पार्टियों पर दबाव ला रहे हैं| ये दबाव इतने बडे पैमाने पर हैं कि इन पार्टियों के नेताओ को यदि देश का नेतृत्व करने का अवसर नहीं मिला, तो भी सार्वमत की माँग क़ायम होगी, ऐसी कड़ी चेतावनी ब्रिटीश अभ्याससमूह के प्रमुख ने दी|

युरोपीय महासंघअगले तीन महीने में युरोप के फ्रान्स और नेदरलैण्ड इन दो देशों में चुनाव होनेवाले हैं| इन दोनों देशों में युरोपीय महासंघ के समर्थक रहनेवालीं प्रस्थापित राजनयिक पार्टियों को कड़ी चुनौती मिलनेवाली है| पिछले कुछ दिनों में किये गये विभिन्न प्रकार के सर्वेक्षणों में, फ्रान्स में ‘फ्रंट नैशनल’ पार्टी की मरिन ली पेन और नेदरलैण्ड में ‘पार्टी फॉर फ्रीडम’ के गीर्ट विल्डर्स जीत के नजदीक रहने की जानकारी दी गई है| लेकिन कुछ विशेषज्ञों तथा गुटों ने, ये दोनो नेता निर्विवाद जीत हासिल नहीं कर सकते, ऐसा कहा है|

इस पृष्ठभूमि पर, ब्रिटन के ‘इन्स्टिट्यूट ऑफ इकौनोमिक अफेअर्स’ के प्रमुख मार्क लिटलवूड की चेतावनी महत्वपूर्ण मानी जाती है| लिटलवूड ने यह दावा किया है कि युरोपीय जनता में महासंघ के विरोध में असंतोष ज़्यादा से ज़्यादा तीव्र बनता जा रहा है| ‘युरोप की जनता कई दिनों से सार्वमत की माँग कर रही है| सत्ताधारी पर्टियों के लिए इस माँग को अनदेखा करना मुश्किल होनेवाला है| नेदरलैण्ड और फ्रान्स जैसे महासंघ के सदस्यदेश यदि महासंघ से बाहर हो गये, तो बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड सकता है| इसके कारण महासंघ की आबरू मिट्टी में मिलेगी, ऐसी फटकार लिटलवूड ने लगायी है| इन देशों के साथ ही यदि अन्य देश बाहर हो जाते हैं, तो बहुत बड़ी आफत आ सकती है| इन देशों के साथ अन्य देशों ने भी बाहर निकलने का निर्णय लिया, तो महासंघ को परिवर्तन करने पर मजबूर होना पड़ेगा और इसकी रचना भी बदलेगी, ऐसा भी ‘इन्स्टिट्यूट ऑफ इकौनॉमिक अफेअर्स’ के प्रमुख ने कहा|

लिटलवूड ने दी चेतावनी की गीर्ट विल्डर्स ने पुष्टि की है| एक इंटरव्यू के दौरान विल्डर्स ने, युरोपिय महासंघ का अंत होने की प्रक्रिया को कोई भी रोक नहीं सकता, ऐसा धमकाया है| युरोपीय महासंघ की तुलना प्राचीन रोमन साम्राज्य से कर उन्होंने कुछ नेता इसका अंत प्रलंबित करने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसा कहा जाता है| इसके साथ ही, ‘राष्ट्रवादी निती’ का प्रभाव युरोप में बढ़ रहा है| फिलहाल युरोप के नेता यह बात समझ नहीं पाये हैं, ऐसी आलोचना उन्होंने की| चुनाव के बाद यदि नेदरलैण्ड्स में प्रस्थापित राजनयिक पार्टियों ने मुझे नकारा, तो यह कोशिश उनपर ही उलटेगी और देश में क्रांति की शुरुआत होगी, ऐसी धमकी विल्डर्स ने दी|

इसी दौरान, ब्रिटन में ‘डेलि एक्सपेस’ अखबार में प्रकाशित हुई एक खबर में, युरोप में झेक रिपब्लिक, स्वीडन, इटली, फ्रान्स जैसे देशों में चरमपंथीय आक्रामक विचारधारा की पार्टियो को मिलनेवाला समर्थन बढ़ रहा है, ऐसा दावा किया गया है|

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