पाकिस्तान की अंदरुनी राजनीति में गरमाहट – लष्करप्रमुख जनरल बाजवा के विरोध में याचिका दाखिल दायर

इस्लामाबाद – पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा इस्लामधर्मी नही है और वह अहमदिया है| इस वजह से उन्हें इस पद पर रहने का अधिकार नही है| यह दावा करके उनके विरोध में पाकिस्तान के पेशावर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई है| पाकिस्तानी सेना के भूतपूर्व मेजर खलिद शाह ने यह याचिका दायर की है| पाकिस्तान की गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ के प्रमुख नरल रिझवान अख्तर ने जनरल बाजवा संबंधी यह जानकारी प्रदान की थी| पर, उन्होंने यह जानकारी सार्वजनिक नही की, यह आरोप इस याचिका में रखा गया है|

पाकिस्तानी सेना में दरार निर्माण होने की खबरें बीच में प्रसिद्ध हुई थी| प्रधानमंत्री इम्रान खान और सेनाप्रमुख बाजवा के बीच कडे मतभेद होने की बात सामने आयी थी| इस वजह से इम्रान खान ने दो दिन छुट्टी भी ली थी, यह दावा हुआ है| तभी, पाकिस्तान के सेनाप्रमुख बाजवा ने इम्रान खान को हमेशा के लिए छुट्टी पर भेजने की तैयारी शुरू की है, यह चर्चा भी शुरू हुई थी| इसी बीच इस्लामाबाद में मौलाना फझलुर रेहमान ने जोरदार प्रदर्शन करके इम्रान खान को झटका दिया था| पर, यकायक यह प्रदर्शन बंद करने का निर्णय फझलुर रेहमान ने किया| क्यों की, जल्द ही प्रधानमंत्री इम्रान खान को पद से हटाने का वादा फझलुर रेहमान से हुआ है, ऐसी खबरें भी प्राप्त हो रही है|

इसी वजह से प्रधानमंत्री इम्रान खान और सेनाप्रमुख जनरल बाजवा के बीच बने मतभेद काफी हदतक जा चुके है, यह संकेत भी प्राप्त हो रहे है| ऐसी स्थिति में जनरल बाजवा इस्लामधर्मी नही है और वह अहमदिया होने का आरोप करनेवाली याचिका पेशावर उच्च न्यायालय में दायर की गई है| पाकिस्तान ने अहमदिया लोगों को इस्लामधर्मी समझने से इन्कार किया है|

अहमदियों को पाकिस्तान में कादियानी कहा जाता है और इस पंथ के सभी लोग पाकिस्तान के शत्रु है, यह आम समझ देश में है| इम्रान खान ने अपनी सरकार के आर्थिक सलाहकार के तौर पर अतिफ मियान की नियुक्ती की थी| पर, वह कादियानी होने से उन्हें इस पद पर नही रख सकते, यह बवाल शुरू हुआ ता| जनतम की मांग के सामने झुककर इम्रान खान मियान का इस्तीफा लेने के लिए विवश हुए थे|

कादियानीयों के विरोध में पाकिस्तानी जनता के मन में रोष और तिरस्कार की भावना है और इसका झटका पाकिस्तान के इस अल्पसंख्यांक समुदाय को लग रहा है| इसी वजह से सेनाप्रमुख बाजवा इसी पंथ से जुडे होने का हो रहा आरोप पाकिस्तान में खलबली मचा रहा है| इसके पीछे पाकिस्तानी सेना में शुरू अंदरुनि सियासत है और सरकार विरोध में सेना ऐसे संघर्ष का भी परिपाक हो सकता है, यह संकेत प्राप्त हो रहे है|

पाकिस्तान के कुछ कादियानी उच्चपदस्थ है और उन्होंने अपनी यह जानकारी छुपाकर रखी है, यह आरोप चरमपंथी विश्‍लेषक झैद हमीद ने हाल ही में किया है| पर, कादियानी यह पाकिस्तान के शत्रु है और उन्हें सेना एवं आयएसआय में प्रवेश ना दे| क्यों की इससे पाकिस्तान के लिए बडा खतरा होगा, ऐसा झैद हमीद ने कहा था|

इसके अलावा कादियानी लोगों को इस्रायल एवं भारत की सहायता प्राप्त हो रही है, यह आरोप करके इस समुदाय की निष्ठा पाकिस्तान से नही जुड सकती, यह दावा झैद हमीद ने किया है| पाकिस्तान के भारत में नियुक्त भूतपूर्व राजदूत अब्दुल बसित को दी मुलाकात के दौरान झैद हमीद ने किए इस दावों की पृष्ठभूमि पर पाकिस्तानी सेना के भूतपूर्व मेजर खलिद शाह ने यह याचिका दायर की है| 

पाकिस्तानी सेना में दो गुट बने है और इनमें से एक गुट सेनाप्रमुख कमर जावेद बाजवा के विरोध में है| इस वर्ष के अगस्त महीने में जनरल बाजवा को लष्करप्रमुख बने रहने के लिए तीन वर्ष अतिरिक्त समय दिया गया था| इसके बाद यह अंदरुनि राजनीती और भी तीव्र बनी है और अब इन दोनों गुटों में जारी संघर्ष न्यायालय तक जा पहुंचा दिख रहा है|

इसी बीच पिछले कुछ दिनों से प्रधानमंत्री इम्रान खान और सेनाप्रमुख जनरल बाजवा के बीच विवाद शुरू होने के दावे पाकिस्तान के कुछ माध्यम कर रहे है| जनरल बाजवा के साथ हुई भेंट के बाद प्रधानमंत्री इम्रान खान ने दो दिन छुट्टी ली थ, इस ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ध्यान आकर्षित कर रहे है|

पाकिस्तानी सेना ने ही उस समय के प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ को हटाने के लिए इम्रान खान के साथ अपना समर्थन खडा किया था| पर, प्रधानमंत्री बनने के बाद इम्रान खान सभी मोर्चों पर बडे नाकाम साबित होते दिख रहे है| आर्थिक मोर्चे पर जनता की कडी निराशा करनेवाले इम्रान खान के कार्यकाल के दौरान टमाटर के दाम प्रति किलो चार सौ और प्याज का दाम १०० रुपयों तक जा पहुंचा है| ऐसे में भारत ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाकर इसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया है| फिर भी इम्रान खान की सरकार कुछ भी कर नही सकी है, यह आलोचना हो रही है|

भारत के विरोध में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनयिक मुहीम शुरू करनेवाले पाकिस्तान की सरकार को बडी असफलता हाथ लगी है| इसपर पाकिस्तान के सेनाप्रमुख नाराज है और यही स्थिति बनी रही तो इम्रान खान देश को डुबो देंगे, यह डर सेनाप्रमुख बाजवा अब इम्रान खान को हटाने की तैयारी कर रहे है, यह बातचीत पाकिस्तान में हो रही है|

कुछ पाकिस्तानी पत्रकारों ने इससे जुडी खबरें प्रसिद्ध करके सनसनी फैलाई है| विपक्ष के नेता मौलाना फझलुर रेहमान से जल्द ही इम्रान खान को हटाने का वादा मिला है और इस वजह से उन्होंने सरकार के विरोध में शुरू किए प्रदर्शन बंद किए, यह दावा पत्रकार कर रहे है|

ऐसे में जनरल बाजवा के विरोध में पाकिस्तानी सेना का एक गुट इम्रान खान का इस्तेमाल करके बाजवा की विकेट हथियाने की तैयारी कर रहा है, यह संकेत पेशावर उच्च न्यायालय में दाखिल याचिका से प्राप्त हो रहे है|

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