युक्रेन और बेलारुस के बीच युद्ध भड़केगा – युक्रेन के संसद सदस्य की चेतावनी

मॉस्को – युक्रेन और बेलारुस के बीच पूरा युद्ध भड़क सकता है, ऐसी चेतावनी युक्रेन की सत्ताधारी पार्टी के संसद सदस्य ने दी है। बेलारुस के तानाशाह अलेक्झांडर लुकाशेन्को ने रशिया को इस संदर्भ में आश्वासन दिया होने का दावा येगॉर चेर्नेव्ह ने किया। रशिया युक्रेन पर ठेंठ आक्रमण नहीं कर सकता, इसलिए राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने यह विकल्प चुना होने का आरोप भी चेर्नेव्ह ने किया। पिछले ही महीने में ‘अटलांटिक कौन्सिल’ इस अमरिकी अभ्यास गुट ने प्रकाशित किए एक लेख में भी, बेलारुस यह युक्रेन के लिए बढ़ता खतरा साबित हो रहा है इस बात पर गौर फरमाया गया था।

Belarus-Armyबेलारुस में पिछले अगस्त महीने से राष्ट्राध्यक्ष लुकाशेन्को के विरोध में आंदोलन जारी है। इस आंदोलन पर की कार्रवाई को लेकर पश्चिमी देशों ने लुकाशेन्को पर प्रतिबंध लगाए हैं। उनसे बाहर निकलने के लिए बेलारुस के राष्ट्राध्यक्ष ने रशिया से सहायता ली है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने बेलारुस के साथ रक्षा तथा व्यापारी समझौते किए हैं। इसके बदले में बेलारुस में रशियन सेना की तैनाती बढ़ा दी गई होकर, नजदीकी समय में रशियन क्षेपणास्त्र यंत्रणा भी बेलारुस में तैनात होने के संकेत मिले हैं।

रशिया से मिलने वाली सहायता के बल पर लुकाशेन्को ने युक्रेन के विरोध में आक्रामक पैंतरा अपनाया है। कुछ महीने पहले बेलारुस ने युक्रेन के साथ होनेवाली सीमा बंद करने का फैसला किया था। युक्रेन के मार्ग से बेलारुस में आतंकवादी तथा हथियारों की घुसपैंठ कराई जा रही है, ऐसा आरोप राष्ट्राध्यक्ष ने किया था। युक्रेन द्वारा अपनी हुकूमत के विरोध में संघर्ष करने के लिए विद्रोहियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा होने का दावा भी उन्होंने किया है। साथ ही, उसके बाद रशिया की ‘एस-400’ यह प्रगत क्षेपणास्त्र यंत्रणा युक्रेन सीमा के नज़दीक तैनात करने के भी संकेत दिए हैं।

Yegor-Chernevयह सारा घटनाक्रम युक्रेन और बेलारुस के बीच तनाव बढ़ानेवाला साबित हुआ है। इस तनाव का रूपांतरण बड़े युद्ध में हो सकता है, ऐसी चेतावनी युक्रेन के सांसद ने दी। लुकाशेन्को ने अपनी हुकूमत बनाए रखने के लिए पुतिन के साथ, युक्रेन पर आक्रमण करने का ‘डील’ किया होने का आरोप भी येगॉर चेर्नेव्ह ने किया। युक्रेन पर ठेंठ हमला करने का खतरा रशिया नहीं मोलेगा, इसलिए बेलारुस के माध्यम से हमले की संभावना अधिक है, ऐसा भी चेर्नेव्ह ने कहा है। लेकिन बेलारूस के पास लड़ाकू विमान और क्षेपणास्त्र ना होकर, उसके सिवाय युक्रेन के विरोध में संघर्ष संभव नहीं है, ऐसा दावा भी उन्होंने किया।

पिछले कुछ महीनों में रशिया और युक्रेन के बीच तनाव भी बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। युक्रेन द्वारा नाटो की सदस्यता प्राप्त करने के लिए जारी गतिविधियाँ, रशिया की इंधनवाहिनी, बढ़ते लष्करी अभ्यास तथा पूर्व यूक्रेन में होनेवालीं मुठभेड़ों, ये इसके पीछे के कारण होने की बात सामने आई है। कुछ ही दिन पहले, युक्रेन ने बार-बार नाटो का सदस्य होने के बारे में खुलेआम इच्छा ज़ाहिर करना यह रशिया की सुरक्षा के लिए खतरा होने की चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव्ह ने दी थी।

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