रशिया-यूक्रेन शांति वार्ता के लिए फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन की कोशिशों से अमरीका बेचैन

वॉशिंग्टन/पैरिस – फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन पिछले कुछ दिनों से रशिया-यूक्रेन शांति वार्ता आयोजित करने की गतिविधियां शुरू करने की कोशिश में होने की खबरें लगातार प्रसिद्ध हो रही हैं। रशिया पर प्रभाव रखने वाले चीन की सहायता से यह शांति वार्ता आयोजित करने के लिए फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष ने पहल की है। लेकिन, अमरीका को भरोसे में लिए बिना फ्रान्स ने शुरू की हुई इन कोशिशों के कारण अमरिकी दायरे में बेचैनी होने का दावा शीर्ष अखबार ने किया है। 

रशिया-यूक्रेन शांति वार्ताअप्रैल महीने के शुरू में फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष ने चीन का दौरा किया था। यह दौरा रशिया-यूक्रेन शांति वार्ता की प्रक्रिया फिर से शुरू करने के लिए होने की जानकारी सामने आ रही है। रशिया पर प्रभाव बना सकते हैं ऐसे देशों में चीन का समावेश है और इस देश के सहयोग से शांति वार्ता की प्रक्रिया शुरू करना ही राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन का इरादा है। चीन की सहायता से फ्रान्स ने शुरू की हुई गतिविधियों पर रशिया ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी। 

रशिया-यूक्रेन शांति वार्ताराष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने अपने सलाहकारों को चीनी अधिकारियों से सीधे संपर्क बनाकर रशिया-यूक्रेन शांति प्रक्रिया के मुद्दे पर बातचीत करने के निर्देश दिए हैं। इससे संबंधित निर्णय करते समय मैक्रॉन ने अमरीका या यूरोप के अन्य प्रमुख देशों से बातचीत नहीं की है। इस वजह से अमरीका के साथ ब्रिटेन, जर्मनी और पोलैण्ड भी काफी बेचैन होने की बात कही जा रही है।

फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष ने पिछले वर्ष रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। पुतिन के साथ कई बार फोन पर बातचीत करने की जानकारी भी राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने प्रदान की थी। लेकिन, उस समय मैक्रोन की कोशिशों को कामयाबी नहीं मिली थी। लेकिन, रशिया के साथ बातचीत जारी रखना ज़रूरी हैं, ऐसी भूमिका मैक्रॉन ने पेश की थी।

मैक्रॉन इस भूमिका पर अभी भी कायम होने की बात दिख रही है और चीन के साथ हो रही कोशिश इसकी पुष्टि करती है।

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