आख़िरकार अमरीका और फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्षों की चर्चा संपन्न

पॅरिस/वॉशिंग्टन – सोमवार को फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्युअल मॅक्रॉन के साथ अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन कोई चर्चा हुई। इससे पहले हमने मॅक्रॉन को बधाई देने के लिए फोन किया था, लेकिन उन्होंने हमारे साथ बात नहीं की, ऐसी शिकायत अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने की थी। अन्तर्राष्ट्रीय माध्यमों ने इसकी दखल लेकर, यह बात अमरीका और फ्रान्स के संबंधों पर रोशनी डालनेवाली होने के दावे किए थे। इस कारण सोमवार को दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों में हुई चर्चा अहम साबित होती है।

अमरीका और फ्रान्सफ्रान्स में संपन्न हुए चुनावों में मॅक्रॉन को बड़ी सफलता मिली है। दुनिया भर के प्रमुख देशों ने मॅक्रॉन को इसके लिए बधाई के संदेश भेजे थे। हमने मॅक्रॉन को बधाई देने के लिए फोन किया। लेकिन वे आइफ़ेल टॉवर पर मज़े में अपना वक़्त गुज़ार रहे थे। उनके साथ हमारी बात नहीं हो सकी, ऐसा ताना अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने मारा। युक्रेन के मुद्दे पर फ्रान्स ने पूरी तरह से रशिया के विरोध में भूमिका अपनाना नकारा है। इससे फ्रान्स और अमरीका के मतभेद जगज़ाहिर हुए हैं। ऐसी परिस्थिति में अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने की हुई टिप्पणी दोनों देशों के संबंधों पर रोशनी डालनेवाली साबित होती है, ऐसे दावे माध्यमों द्वारा किए जा रहे थे।

इस पृष्ठभूमि पर, सोमवार को राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और मॅक्रॉन की चर्चा संपन्न हुई। लेकिन इस चर्चा के बाद भी युक्रेन तथा अन्य मुद्दों पर अमरीका और फ्रान्स का एकमत होने की कुछ खास संभावना नहीं है। ख़ासकर युक्रेन में हुए विध्वंस को नरसंहार नहीं कहा जा सकता, ऐसा कहकर राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन ने, वैसे दावे करनेवालों को खरी खरी सुनाई थी। युक्रेन में हुए विध्वंस का हमें खेद प्रतीत हो रहा है, लेकिन उसे वंशसंहार कहना गलत साबित होगा, ऐसा बताते हुए मॅक्रॉन ने इस बारे में अपनी ठोस भूमिका रखी थी। साथ ही, युक्रेन का युद्ध शुरू होने के बाद रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के साथ मॅक्रॉन की कई बार चर्चा संपन्न हुई थी।

इस चर्चा को हालांकि बहुत बड़ी सफलता नहीं मिली है, फिर भी फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष का रशियन राष्ट्राध्यक्ष के साथ हुआ संवाद अमरीका तथा रशिया के विरोध में होनेवाले अन्य पश्चिमी देशों को चुभने की बात बार-बार सामने आई थी। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष के संदर्भ में किए बयानों को यह पृष्ठभूमि प्राप्त है। इसी बीच, मॅक्रॉन को मिली सफलता युरोपीय महासंघ पर सकारात्मक परिणाम करनेवाली साबित होती है। युक्रेन का युद्ध भड़का है, ऐसे में इस बारे में सुस्पष्ट भूमिका अपनानेवाले राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन का नेतृत्व फ्रान्स के लिए और युरोपीय महासंघ के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण बात साबित होनेवाली है।

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