ईरान में अस्थिरता फैलाने की मंशा रखनेवाली अमरीका को प्रत्युत्तर मिलेगा – ईरान के विदेशमंत्री की चेतावनी

तेहरान/दुबई – ‘हमारे लिए ईरान का परमाणु समझौता काफी अहम है, ऐसा संदेश अमरीका राजनयिक स्तर पर दे रही है। लेकिन, ईरान में शुरू हिंसा को समर्थन प्रदान करके अमरीका बिल्कुल इससे विपरित भूमिका अपना रही है। यह मामला ईरान अस्थिर करने की कोशिशों का हिस्सा बनता है। अमरीका ने पहले भी ऐसी कोशिश की थी और इसमें उसे नाकामयाबी प्राप्त हुई थी। इस बार अमरीका की साज़िश पर ईरान का जोरदार प्रत्युत्तर मिलेगा’, ऐसी चेतावनी ईरान के विदेशमंत्री हुसेन आमिरअब्दोल्लाहियान ने दी है।

कुर्दवंशी युवती माहसा अमिनी की ईरान के कारागृह में मौत हुई। ईरान में जारी हिज़ाब की सख्ती के विरोध में लड़ रहीं माहसा की हत्या होने का आरोप लगाकर, पिछले नौ दिनों से ईरान में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के सैनिकों पर हमलें करने के मामलें सामने आए हैं। ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी के विरोध में भी नारे लगाए गए। इसी बीच अमरीका के ड्रोन हमले मे मारे गए ईरान की सेना के हिरो कासेम सुलेमानी के पोस्टर्स भी प्रदर्शनकारियों द्वारा फाड़ दिये जाने की घटनाएँ हुई हैं।

ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने इन प्रदर्शनकारियों को ‘दंगाई’ घोषित किया है। साथ ही, इस हिंसा के लिए ज़िम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, ऐसी चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने दी थी। लेकिन, ये प्रदर्शन ईरान की हुकूमत के सामने खड़ी चुनौतियाँ बढ़ा रहे हैं। इसपर पूरे विश्‍व से बयान प्राप्त हो रहे हैं और ब्रिटेन एवं नॉर्वे ने प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है। इस वजह से आगबबुला हुए ईरान ने, इन दोनों युरोपीय देशों के राजदूत को समन्स थमाया है। इसी दौरान अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी ईरान में हो रहें इन प्रदर्शनों को परमाणु समझौते से जोड़ा है।

‘ईरान परमाणु अस्त्र से सज्जित ना हो, इसके लिए अमरीका राजनयिक बातचीत को अहमियत दे रही है। इसके बावजूद, ईरान अपने देश में महिलाओं पर कर रहें अत्याचारों का मुद्दा उठाने से अमरीका को कोई भी रोक नहीं सकता’, ऐसा सुलिवन ने समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार मे कहा था। साथ ही, माहसा अमिनी पर कार्रवाई करनेवाले रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ पर लगाए प्रतिबंधों की याद भी सुलिवन ने दिलायी। ऐसें में, ईरान की हुकूमत के खिलाफ हो रहें इन प्रदर्शनों को पूरे विश्‍व में पहुँचाने के लिए इस देश के इंटरनेट पर लगाए प्रतिबंध हटाने का बयान भी सुलिवन ने किया।

इसके बाद ईरान ने अमरीका की तीव्र आलोचना की। ‘शांति से प्रदर्शन करना हर एक देश के नागरिक का अधिकार हैं। लेकिन, दंगाईयों को समर्थन प्रदान करके अमरीका, परमाणु समझौते को लेकर राजनयिक स्तर पर दे रहें संदेश के बिल्कुल विरोधी भूमिका अपना रही है’, ऐसा आरोप ईरान के विदेशमंत्री आमिरअब्दोल्लाहियान ने लगाया। ‘अमरीका की यह कोशिश ईरान को अस्थिर करनेवाली है और अमरीका ने इस तरह की नाकाम कोशिश पहले भी की थी। लेकिन, इस बार ईरान अस्थिर करने की अमरीका की कोशिशों पर ज़ोरदार प्रत्युत्तर मिलेगा’, ऐसी चेतावनी ही ईरान के विदेशमंत्री ने दी।

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