ईरान के और एक अधिकारी की संदिग्ध मौत

तेहरान – ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के अधिकारियों के संदिग्ध मौत का सत्र अभी भी जारी है। रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ की एरोस्पेस कमांड़ के लेफ्टनंट पद के अधिकारी की मौत हुई है। इस हफ्ते एरोस्पेस कमांड से संबंधित तीसरे अधिकारी की संदिग्ध मौत हुई है। ईरान के माध्यम इन हमलों के लिए इस्रायल को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं।

ईरान के सोशल मीडिया पर शुक्रवार को एक पोस्टर प्रसिद्ध हुआ। इसमें ‘वहाब प्रेमारझिया’ नामक अधिकारी की दुर्भाग्यवश मौत होने की बात कही गई थी। ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ की एरोस्पेस कमांड में काम करनेवाले वहाब की ईरान के माराघेह शहर में मौत हुई। ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ ने वहाब की मौत से संबंधित कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की है।

इस हफ्ते के शुरू में ही रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के एरोस्पेस विभाग के दो सैनिक मारे गए थे। अपने सैनिक विभिन्न युद्धाभ्यास के दौरान शहीद हुए, ऐसा ईरान का कहना है। लेकिन, ड्रोन की तकनीक पर काम कर रहे अपने इन दोनों सैनिकों की मौत से संबंधित जानकारी रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ छुपा रहा है, यह दावा किया जा रहा है। साथ ही ईरान के शत्रु ने रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ के सैनिकों की जान लेने की आशंका ईरान के माध्यम व्यक्त कर रहे हैं।

इससे पहले साल २०२० में इराक के बगदाद हवाई अड्डे के क्षेत्र में ईरान की कुदस्‌ फोर्सेस के प्रमुख कासिम सुलेमानी अमरीका के ड्रोन हमले मे मारे गए थे। अमरीका की इस कार्रवाई के लिए इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद ने सहायता की, ऐसा आरोप ईरान लगा रहा है। इसके अलावा साल २०२० के नवंबर में ईरान के प्रमुख वैज्ञानिक मोहसिन फखरीझादेह की राजधानी तेहरान में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके लिए भी ईरान ने मोसाद को ज़िम्मेदार ठहराया था।

पिछले दो महीनों में ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित वैज्ञानिक एवं रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ और कुदस्‌ फोर्सेस से संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों पर हमले किए जा रहे हैं। साथ ही ईरान की सेना से संबंधित ठिकानों पर संदिग्ध विस्फोट होने की बात सामने आयी थी। इस्रायल ने ईरान के खिलाफ शुरू किए हुए छुपे युद्ध का यह एक हिस्सा होने का दावा किया जा रहा है। 

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