अमरीका ने स्टेल्थ ‘एफ-३५’ विमान से किया ‘न्यूक्लियर ग्रॅव्हिटी बम’ का परीक्षण

नेवाड़ा – पिछले कुछ सप्ताहों में आन्तर्महाद्विपीय और बैलेस्टिक मिसाइलों के परीक्षण के साथ शक्ति प्रदर्शन कर रहीं अमरीका ने, ‘न्यूक्लियर ग्रॅव्हिटी बम’ का परीक्षण करके सनसनी मचाई है। विश्‍व में सबसे प्रगत समझे जा रहें स्टेल्थ ‘एफ-३५’ विमान से इस बम का परीक्षण किया गया। यह ऐतिहासिक परीक्षण होने का दावा अमरिकी अधिकारी कर रहे हैं। वहीं, बीते कुछ सप्ताहों से अमरीका द्वारा किया जा रहा यह परीक्षण, ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में प्रभाव बढ़ा रहें चीन के लिए चेतावनी होने का दावा किया जा रहा है।

स्टेल्थ ‘एफ-३५’अमरीका की वायुसेना ने दो दिन पहले माध्यमों के लिए वीडियो जारी किया। नेवाड़ा के ‘तोनोपाह’ में बने अड्डे पर ‘बी ६१-१२’ नामक ‘न्युक्लियर ग्रॅव्हिटी बम’ का परीक्षण किया हुआ इस वीडियो में दिखाया गया है। अमरिकी वायुसेना के प्रगत स्टेल्थ ‘एफ-३५ ए’ विमान ने आवाज़ से भी तेज़ गति से उड़ान भर कर १०,५०० फिट उंचाई से यह बम गिराया। मात्र ४२ सेकंड़स्‌ में ‘बी ६१-१२’ बम ने, नेवाड़ा में निर्धारित अपने लक्ष्य को सटिकता के साथ निशाना किया। ‘बी ६१-१२’ बम आधे किलो टन से ५० किलो टन भार के परमाणु विस्फोटकों के साथ हमला कर सकता है।

स्टेल्थ ‘एफ-३५’इस परीक्षण के साथ ही, ‘बी६१-१२’ यह न्युक्लियर ग्रॅव्हिटी बम अमरीका की वायुसेना के ‘एफ-३५’ पर तैनात होने के लिए तैयार हुआ है। इससे पहले ‘एफ-१५ई स्ट्राईक इगल’ नामक प्रगत लड़ाकू विमानों के साथ ही, ‘बी-२’ नामक ‘बॉम्बर’ विमान से भी इस बम का सफल परीक्षण किया गया था। इनमें से ‘एफ-१५’ और ‘बी-२’ ये दोनों विमान सबसोनिक यानी ध्वनि की गति से उड़ान भर सकते हैं। वहीं, ‘एफ-३५’ पूरी तरह से स्टेल्थ और सुपरसोनिक यानी ध्वनि से भी अधिक गतिमान होने की बात पर अमरिकी वायुसेना ने ग़ौर फ़रमाया है।

स्टेल्थ ‘एफ-३५’

कुछ दिन पहले ही पैसिफिक महासागर क्षेत्र में सफर करनेवाले अमरिकी युद्धपोत ने, बैलेस्टिक मिसाइल को निशाना करने का सफल युद्धाभ्यास किया था। वहीं, लगभग तीन सप्ताह पहले अमरिकी वायुसेना ने हवाई द्विप से ‘मिनिटमन’ नामक आन्तर्महाद्विपीय मिसाइल का परीक्षण किया था। इस समुद्री क्षेत्र में चीन की नौसेना की बढ़ती गतिविधियों को मद्देनज़र रखते हुए, अमरीका ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बीते महीने से लगातार मिसाइल एवं बम का परीक्षण करके चीन को चेतावनी दी है, ऐसा कहा जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.