‘चीन उत्तर कोरिया के सब्र का अंत ना देखें’ : उत्तर कोरिया की चेतावनी

वॉशिंग्टन, दि. ४ : उत्तर कोरिया के प्रक्षोभक एटमी और प्रक्षेपास्त्र परीक्षणों पर उत्तर कोरिया और चीन में तनाव निर्माण हो चुका है| उत्तर कोरिया के एटमी बम से, अमरीका की अपेक्षा चीन को अधिक ख़तरा है, ऐसी आलोचना चीन के सरकारी मुखपत्र ने की| लेकिन ‘एटमी मसले पर बेतुकी बातें कहकर चीन उत्तर कोरिया के सब्र का परीक्षण ना लें, अन्यथा चीन को गंभीर नतीजों का सामना करना पड़ सकता है’ ऐसा उत्तर देकर कोरिया ने धमकाया| साथ ही, उत्तर कोरिया चीन की दोस्ती के लिए भीख नहीं माँगेगा’, ऐसा भी उत्तर देते हुए भी कोरिया ने फटकारा|

सब्र का अंतउत्तर कोरिया में ‘प्यूंगे-री’ इस एटमी परीक्षण की जगह पर संदेहजनक गतिविधियाँ बढ़ गई हैं| हफ्ते भर पहले अमरीका के एक अभ्यासगुट ने सॅटेलाईट के जरिए कुछ फोटोग्राफ्स खींचें, जिनमें एटमी परीक्षण के लिए ज़रूरी सभी पड़ाव पार किए गए हैं ऐसा दिखाई देता है| इस कारण उत्तर कोरिया किसी भी समय एटमी परीक्षण कर सकता है| उत्तर कोरिया ने इस बार एटमी परीक्षण किया, तो इस देश पर सैनिकी कार्रवाई के अलावा दूसरा विकल्प नहीं है, ऐसे स्पष्ट संकेत अमरीका ने इससे पहले ही दिए थे|

अमरीका ने अपना विमानवाहक युद्धपोत कोरियन क्षेत्र में तैनात किया है| साथ ही, ‘टॉमाहॉक’ रॉकेट्स से लैस अमरिकी विध्वंसक जहाज भी इस युद्धपोत समेत इस क्षेत्र में है| इस तनाव की पृष्ठभूमि पर, चीन ने उत्तर कोरिया में बसे अपने नागरिकों को तुरन्त वापस लौटने के आदेश दिए हैं| एक चिनी नागरिक ने अमरीका में बसे ‘रेडिओ फ्री एशिया’ को यह जानकारी दी|

‘उत्तर कोरिया हर दिन ऐसी चेतावनी देकर दूसरे देशों को उकसाया ना करें’ ऐसा चीन के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ‘गेंग शुआंग’ ने कहा था| साथ ही, अमरीका भी अपनी कार्रवाइयों द्वारा उत्तर कोरिया को चुनौती ना दें, ऐसा आवाहन भी चीन के विदेशमंत्रालय ने किया|

चीन के विदेशमंत्रालय ने उत्तर कोरिया पर की इस आलोचना के बाद ‘ग्लोबल टाईम्स’ इस मुखपत्र ने भी उत्तर कोरिया की ज़ोरदार आलोचना की और उत्तर कोरिया के बारे में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने अपनायी नीति का स्वागत किया| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के तानाशाह ‘किम जॉंग-उन’ से मिलकर बातचीत करने की तैयारी दिखाई| उनके इस फैसले से कोरियन क्षेत्र का तनाव कम हो सकता है, ऐसा दावा चीन के मुखपत्र ने किया था|

फिर भी उत्तर कोरिया एटमी परीक्षण से पीछे नहीं हटेगा, ऐसा दावा ‘ग्लोबल टाईम्स ने किया| साथ ही, ‘उत्तर कोरिया जब कभी शक्तिशाली एटमी परीक्षण करता है, उस समय अमरीका से भी पहले चीन के उत्तरी पूर्व इलाके को ख़तरा हो सकता है| इसलिए उत्तर कोरिया का एटमी परीक्षण रोकने के लिए चीन प्रतिबंधों के मार्ग का स्वीकार कर सकता है’, ऐसा दावा ग्लोबल टाईम्स ने किया|

चीन के मुखपत्र ने की आलोचना पर उत्तर कोरिया ने भी ज़ोरदार आलोचना की| ‘अमरीका का युद्धपोत तैनात करने के लिए उत्तर कोरिया का एटमी कार्यक्रम ज़िम्मेदार होने का दावा यह अर्थशून्य इल्ज़ाम है, ऐसा ‘केसीएनए’ इस उत्तर कोरिया की समाचार एजन्सी ने कहा है| साथ ही, चीन ने दिये ‘एटमी कार्यक्रम या दोस्ती’ इस प्रस्ताव की भी ‘केसीएनए’ ने आलोचना की| ‘उत्तर कोरिया एटमी बम के निर्माण पर अड़िग होकर, उससे पीछे नहीं हटेगा| साथ ही, चीन की दोस्ती के लिए भी हाथ नहीं फैलाएगा’ ऐसा उत्तर देकर कोरिया की समाचार एजन्सी ने फटकारा|

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