अमरीका एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में अराजकता फैलाने की कोशिश में जुटी है – चीन की आलोचना

बीजिंग/मनिला – अमरीका अपने स्वार्थी हितसंबंधों की सुरक्षा करने के लिए एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रही है, ऐसी आलोचना चीन ने की है। अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओब्रायन ने हाल ही में वियतनाम और फिलिपाईन्स की यात्रा की। इस दौरान ओब्रायन ने, साउथ चायना सी में जारी विवाद में अमरीका एशियाई देशों के पीछे ड़टकर खड़ी होने का वादा किया था। इसके खिलाफ चीन ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की हुई दिख रही है।
एशिया-पैसिफिक
पिछले कुछ वर्षों में साउथ चायना सी के क्षेत्र में, चीन की गतिविधियों में भारी बढ़ोतरी हुई है। कृत्रिम द्विप का निर्माण करने के साथ रक्षा तैनाती में की गई बढ़ोतरी, नए कानून एवं पड़ोसी देशों को लगातार धमकाने जैसी हरकतों के ज़रिये चीन पूरे ‘साउथ चायना सी’ पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन, कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर चीन के खिलाफ बढ़ रहा असंतोष और अमरीका के साथ विश्‍व के शीर्ष देशों ने अपनाई आक्रामक नीति की वजह से चीन की इन कोशिशों को झटके लगे हैं। इसी बीच, साउथ चायना सी का हिस्सा होनेवाले आग्नेय एशियाई देशों ने भी चीन के खिलाफ तीव्र भूमिका अपनाना शुरू किया है।
एशिया-पैसिफिकइस भूमिका के पीछे, अमरीका और मित्रदेशों ने सहायता प्रदान करने का किया वादा अहम घटक साबित होता है। अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओब्रायन ने वियतनाम और फिलिपाईन्स का किया दौरा भी उसी का हिस्सा है। ‘अमरीका इस क्षेत्र में हमेशा के लिए उपस्थित रहेगी और आपके पीछे ड़टकर खड़ी होगी। अमरीका यह क्षेत्र छोड़कर नहीं जाएगी। ताकत के बल पर शांति स्थापित करना, यही एकमात्र मार्ग चीन को रोकने के लिए उपयोगी साबित होगा। इसी रास्ते से इस क्षेत्र में शांति बनी रहेगी’, इन शब्दों में अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने आग्नेय एशियाई देशों के साथ पूरे सहयोग का वादा किया। इस दौरान अमरीका ने फिलिपाईन्स को करीबन दो करोड़ डॉलर्स के मिसाइल एवं अन्य हथियार प्रदान किए।

एशिया-पैसिफिक

अमरिकी सुरक्षा सलाहकार ने किया वादा और प्रदान किये हथियार, इससे चीन की काफी बौखलाहट हुई दिख रही है। फिलिपाईन्स में स्थित चीन के दूतावास ने अमरीका पर सीधे अराजकता फैलाने का आरोप किया है। साथ ही, अमरीका शीतयुद्ध के समय की मानसिकता से बाहर नहीं निकली है और साउथ चायना सी में संघर्ष भड़काने की कोशिश कर रही है, यह आरोप भी उन्होंने रखा। अमरीका सिर्फ अपने हितसंबंधों की पूर्ति करने की कोशिश कर रही है, यह दावा भी चीनी दूतावास के निवेदन में किया गया है।

इसी बीच, आग्नेय एशियाई देशों में प्रमुख देश होनेवाले इंड़ोनेशिया ने भी चीन की हरकतों को चुनौती देने का अहम निर्णय किया है। इसके अनुसार, इंड़ोनेशियन नौसेना का प्रमुख दल ‘साउथ चायना सी’ के ‘नातुना आयलैण्ड’ के क्षेत्र में तैनात किया जा रहा है। इंड़ोनेशिया के नौसेनाप्रमुख एडमिरल युदो मार्गोनो ने यह जानकारी साझा की। चीन ने साउथ चायना सी के इसी क्षेत्र पर दावा जताया है और इस वजह से इंड़ोनेशिया का यह निर्णय बड़ी अहमियत रखता है।

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