अमेरिका इस्रायल के पीछे खड़ी हैं – इस्रायल विरोधी देशों को अमेरिका की चेतावनी

तेल अवीव – इस्रायल पर हमला करने का विचार भी ना करें। इस्रायल की सुरक्षा के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध हैं, यह संदेश अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने दिया। साथ ही हमास के विरोध में शुरू इस युद्ध में अमेरिका इस्रायल के पीछे खड़ी होने की बात भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने स्पष्ट की। लेकिन, ९/११ के हमले के बाद गुस्से में आकर अमेरिका ने युद्ध शुरू करने की जो गलती की थी, उसे इस्रायल ना दोहराए। हमास और पैलेस्टिनी जनता को आंकने में गलती करके निरपराध पैलेस्टिनियों को मौत में न धकेले, ऐसा आवाहन भी अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने किया।

इस्रायल-हमास युद्ध के बीच में अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन इस्रायल पहुंचे। इस्रायल के बाद राष्ट्राध्यक्ष बायडेन जॉर्डन का दौरा करने वाले थे। वहां जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला (दूसरें) और इजिप्ट के राष्ट्राध्यक्ष फतेह अल-सिसी और पैलेस्टिन के राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास से चर्चा करने का उनका कार्यक्रम था। लेकिन, गाजा के अस्पताल पर हमला होने के बाद अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष का जॉर्डन दौरा रद्द किया गया है। इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू से उन्होंने चर्चा की और संयुक्त वार्तापरिषद को भी संबोधित किया।
अमेरिका इस्रायल के पीछे खड़ी हैं - इस्रायल विरोधी देशों को अमेरिका की चेतावनीहमास ने इस्रायल पर किए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करके राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने हमास के हिरासत में होने वाले इस्रायली और अमेरिकी नागरिकों को लेकर गंभीर चिंता जताई। साथ ही इस युद्ध में अमेरिका इस्रायल के पीछे ड़टकर खड़ी रहेगी, ऐसी गवाही भी बायडेन ने दी। इसके लिए अमेरिकी युद्धपोत भूमध्य समुद्र में तैनात किए गए हैं, इसका एहसास भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने कराया। इस वजह से इस्रायल पर हमला करने का विचार भी कोई भी देश ना करें, ऐसी कड़ी चेतावनी अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने दी। इससे पहले खड़े हुए संकट के दौर में भी अमेरिका इस्रायल के पीछे ड़टकर खड़ी रही थी और इस बार भी अमेरिका इस्रायल की सुरक्षा के लिए सर्वतोपरी सहायता प्रदान करेगी, ऐसा बायडेन ने कहा है।

इस्रायल जैसे देश के आकार पर गौर करें तो हमास ने किया हमला अमेरिका पर हुए ९/११ के हमले से कई ज्यादा भयंकर तीव्रता का हमला होता है। ९/११ के बाद गुस्से में आकर अमेरिका ने कुछ गलतियां की थी। हमास के हमले के बाद इस्रायल वैसी ही गलतियां ना करें, ऐसी सलाह बायडेन ने दी। हमास यानी कोई पैलेस्टिनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संगठन नहीं हैं। इस वजह से इस्रायल ने हमास और पैलेस्टिनियों में फरक करना होगा। गाजा में पैलेस्टिनियों को मानवी सहायता प्रदान करने के लिए हमने रखी मांग इस्रायल ने स्वीकार की है, यह कहकर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने इसपर संतोष जताया।

साथ ही इस रक्तरंजित संघर्ष को रोकने के लिए द्विराष्ट्रवाद की संकल्पना का स्वीकार करना होगा, इसके बाद इस्रायली और पैलेस्टिनियों का शांति से सहजीवन शुरू होगा, यह हमें विश्वास होने का बयान अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने किया। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन इस्रायल से यह उम्मीद व्यक्त कर रहे थे तभी, इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने अपने देश की भूमिका स्पष्ट शब्दों में पेश की। हमास इस्रायली नागरिकों का खून अधिक से अधिक मात्रा में बहाने की कोशिश कर रही हैं। ऐसे में हमास पर कार्रवाई करते समय इस्रायल जितना हो सके उतनी अधिक मात्रा में निरपराध नागरिकों की मौत ना हो, ऐसी कोशिश कर रहा हैं। यही हमास और इस्रायल के बीच का फरक है, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने स्पष्ट किया।

साथ ही गाजा पर इस्रायल की जारी सैन्य कार्रवाई किसी भी स्थिति में बंद नहीं होगी। हमास को खत्म किए बिना इस्रायल शांत नहीं होगा, ऐसी चेतावनी इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन ने राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के साथ संयुक्त वार्तापरिषद को संबोधित करते समय दी। इस्रायली नागरिकों की हत्या करके अपने ही नागरिकों का ढ़ाल की तरह इस्तेमाल कर रहें हमास के आतंकवादी एक ही समय पर दो युद्ध अपराध कर रहे हैं, इसपर भी प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने ध्यान आकर्षित किया।

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