हॉंगकॉंग की सरहद के निकट चीन ने सेना की गतिविधियां बढाई

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/हॉंगकॉंग: चीन की सेना ने हॉंगकॉंग की सीमा के निकट संचलन करके तनाव बढाया है| साथ ही चीन ने अमरिका के दो युद्धपोतों को ‘पोर्ट कॉल’ देने से इन्कार करने का समाचार है| इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन के वरिष्ठ सांसदों ने हॉंगकॉंग के सभी नागरिकों को ब्रिटेन अपना राष्ट्रीयत्व प्रदान करें, यह सनसनी खेज मांग की है| इस वजह से हॉंगकॉंग के प्रदर्शनों की गुंज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनाई देने लगी है और इससे चीन की बेचैनी और भी बढती दिखाई देने लगी है|

पिछले सप्ताह से हॉंगकॉंग में लगातार प्रदर्शन हो रहे है और जनतंत्र की पुकार कर रहे प्रदर्शनकारियों ने हवाई अड्डा, पुलिस ठाना, सरकारी दफ्तरों समेत रेल यातायात भी रोक रखी है| हॉंगकॉंग के वकील एवं अस्पतालों के कर्मचारी भी इन प्रदर्शनों में शामिल हुए| इस वजह से शहर में रोज का काम पूरी तरह से बंद हुआ है| हॉंगकॉंग पुलिस की कार्रवाई के सामने प्रदर्शनकारी झुक नही रहे है और उलटा उन्हीं पर हमलें होने की घटना बढने लगी है|

ऐसी स्थिति में चीन की हुकूमत लगातार हॉंगकॉंग के प्रदर्शनों में हस्तक्षेप करने के संकेत दे रही है| पिछले कुछ दिनों में चीन के वरिष्ठ अधिकारियों ने एवं प्रसारमाध्यमों ने प्रस्तुत किए दावे चीन के हस्तक्षेप की संभावना होने का समर्थन कर रहे है| चीन ने हॉंगकॉंग के प्रदर्शनकारियों की हिंसा की संभावना ‘आतंकी गतिविधियों की शुरूआत’ ऐसी की है और यह काफी बडी कार्रवाई की चेतावनी हो सकती है, यह डर भी अब व्यक्त किया जाने लगा है|

दो दिन पहले चीन के प्रसार माध्यमों ने हॉंगकॉंग की सीमा के निकट ‘शेन्झेन’ में टैंक और हथियारी गाडियां दाखिल होने का व्हिडिओ और फोटो प्रसिद्ध किए थे| इसके बाद २४ घंटों में ही ‘सैटेलाइट इमेजरी’ क्षेत्र की एक कंपनी ने ‘शेन्झेन’ का एक फोटो प्रसिद्ध किया है| यह फोटो शेन्झेन के एक स्टेडियम का है और इस फोटो में कई हथियारी गाडियां वहा पर तैनात होने की बात दिखाता है|

वर्णित गाडियां एवं उसके सथ तैनात की गई टुकडी चीन के ‘पीपल्स आर्म्ड पुलिस’ इस अर्धसैनिक बलों का हिस्सा है| चीन में प्रदर्शन और दंगाह के विरोध में कार्रवाई करने के लिए अर्ध सैनिक बलों का इस्तेमाल होता है| ‘पीपल्स आर्म्ड पुलिस’ की शेन्झेन में की गई तैनाती थोडे समय के लिए है और पहले ही तय होने का दावा चीन के अधिकारी ने किया है| लेकिन, हॉंगकॉंग एवं चीन से जुडे विश्‍लेषकों ने यह हॉंगकॉंग में बडी कार्रवाई करने की तैयारी हो सकती है, यह डर भी व्यक्त किया है|

हॉंगकॉंग में हस्तक्षेप करने की कोशिश यदि अमरिका और पश्‍चिमी देशों ने की तो, उसपर चीन प्रत्युत्तर देगा, यह धमकी पहले भी चीन ने दी थी| इसके नुसार चीन ने अपनी भूमिका आक्रामक करने के संदेत अमरिका को दिए है| चीन ने इन युद्धपोतों का हॉंगकॉंग में दिया गया ‘पोर्ट कॉल’ ठुकराने की जानकारी सामने आ चुकी है| अमरिका की ‘यूएसएस ग्रीन बे’ यह युद्धपोत अगले शनिवार के दिन हॉंगकॉंग पहुंचनेवाली थी| ‘यूएसएस लेक एरी’ यह मिसाइलों से सज्जित युद्धपोत अगले महीने में हॉंगकॉंग पहुंचने वाली थी| लेकिन इन दोनों अमरिकी युद्धपोतों को चीन ने हॉंगकॉंग में रुकने की अनुमती देने से इन्कार किया है, यह जानकारी अमरिकी नौसेना की ‘पैसिफिक फ्लीट’ ने दी है|

इसी दौरान, ब्रिटेन की संसद में विदेश समिती के प्रमुख टॉम ट्युगेनधैट ने हॉंगकॉंग के सभी नागरिकों को ब्रिटेन की नागरिकता देने की मांग रखकर सनसनी फैलाई है| हॉंगकॉंग की हिंसक स्थिति की पृष्ठभूमि पर हॉंगकॉंग की जनता को भरोसा दिलाने के लिए यह विकल्प उचित साबित होगा, यह दावा ब्रिटेन के सांसदों ने किया है| चीन ने कब्जा करने से पहले वर्ष १९९७ तक हॉंगकॉंग ब्रिटेन के नियंत्रण में था| इसी कारण हॉंगकॉंग की जनता की सुरक्षा और स्वायत्तता पर होनेवाला अतिक्रमण नजरअंदाज करना ब्रिटेन को मुमकिन नही है, यह दावे ब्रिटेन में किए जा रहे है| इसी पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन के सांसदों ने यह मांग रखकर चीन पर दबाव बढाया है| ऐसे में चीन ने भी हॉंगकॉंग से दूर रहने की चेतावनी ब्रिटेन को दी है|

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