अमरिका के ईरान विरोधी मोर्चे में इस्रायल शामिल होने का असर भयंकर होगा – ईरानी रक्षामंत्री ने धमकाया

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेहरान – ‘अमरिका के नेतृत्व में पर्शियन खाडी में ईरान के विरोध में मोर्चा बनाने का काम शुरू है| इस मोर्चे में कई देशों की नौसेना का समावेश होना है| इन गतिविधियों की वजह से पहले ही इस क्षेत्र की असुरक्षितता में बढोतरी हुई है| ऐसे में इस मोर्चे में इस्रायल शामिल होता है तो इसका गंभीर खाडी के देशों को भुगतने होंगे’, यह धमकी ईरान के रक्षामंत्री ‘आमिर हतामी’ ने दी है| साथ ही अमरिका के इस मोर्चे को जवाब देने के लिए ईरान ने अपने मित्रदेशों के साथ स्वतंत्र गठबंधन करने की तैयारी की है और हतामी ने यही संकेत दिए है|

पिछले कुछ सप्ताहों से ईरान ने पर्शियन खाडी से सफर कर रहे तीन ईंधन टैंकर पर कब्जा किया है| इसमें ब्रिटेन का टैंकर भी शामिल है| पूरी पर्शियन खाडी पर हमारी हुकूमत होने का दावा करके इसके आगे भी इस समुद्री क्षेत्र से सफर करनेवाले विदेशी ईंधन टैंकर पर कार्रवाई करने की धमकी ईरान ने दी थी| वही, अमरिका ने व्यापारी यातायात के नजरिए से काभी अहम होनेवाले इस समुद्री क्षेत्र में विदेशी जहाजों की सुरक्षा के लिए मित्रदेशों को युद्धपोत रवाना करने का निवेदन किया था|

अमरिका के इस निवेदन को सकारात्मक प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है और ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया ने अपने युद्धपोत रवाना करने का ऐलान भी किया है| वही, सौदी अरब और अरब मित्रदेश भी अमरिका के नेतृृत्व में पर्शियन खाडी के मोर्चे में शामिल होने के लिए तैयार है| पर्शियन खाडी में अमरिका के इस ईरानविरोधी मोर्चे में इस्रायल भी शामिल हो रहा है और इससे ईरान ने बडा क्रोध व्यक्त किया है|

‘पर्शियन खाडी में नौसेना का मोर्चा बनाने के अमरिका ने किए ऐलान से पहले ही इस क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा बना है’, यह आरोप इरान के रक्षामंत्री हतामी ने किया| ‘अमरिका की इस मोर्चे में इस्रायल शामिल हुआ तो यह उकसानेवाला होगा और इसके बाद खाडी के देशों को गंभीर परिणामों का सामना करना होगा| इसके लिए पूरी तरह से अमरिका ही जिम्मेदार होगी’, यह भी हतामी ने कहा है|

अमरिका-इस्रायल के इस मोर्चे को जवाब देने के लिए ईरान ने भी कुवैत, ओमान और कतार इन अपने मित्रदेशों का मोर्चा तैयार किया है| इन तिनों देशों के रक्षामंत्री के साथ ईरान के रक्षामंत्री ने हाल ही में बातचीत की है| इस बातचीत के दौरान अमरिका के विरोध में ईरान के मोर्चे में शामिल होने का निवेदन हतामी ने किया| इस वजह से पर्शियन खाडी में अमरिका और ईरान के नेतृत्व में नौसेना के मोर्चे एकदुसरे के विरोध में खडे होते दिखाई दे रहा है|

इस दौरान, ईरान दुसरे देशों के जहाजों का ‘जीपीएस’ हैक कर रहा है, यह आरोप अमरिका ने किया है| अमरिका और ब्रिटेन के युद्धपोतों के नाम से ‘फेक मेसेज’ भेजकर ईंधन के टैंकर कब्जे में करने का काम ईरान कर रहा है, यह आरोप अमरिका ने किया है| नजदिकी दौर में इसके विरोध में अमरिका कार्रवाई करेगी, यह संभावना भी व्यक्त हो रही है|

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