इदलिब, अलेप्पो एवं हमा प्रांत में सीरियन सेना और आतंकियों में कडा संघर्ष

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरदमास्कस/बैरूत – सीरियन सेना ने कुछ घंटे पहले ही इदलिब से अस्साद विरोधी बागियों को खदेड कर लष्करी नजरिए से काफी अहम होनेवाले ‘होबेत’ शहर पर कब्जा किया| लेकिन, सीरियन सेना की यह जीत ज्यादा देर तक नही रह सकी| पिछले चोबिस घंटों में आतंकियों ने इदलिब समेत अलेप्पो और हमा इन तीन प्रांतों पर कब्जा करने के लिए सीरियन सेना की ठिकानों पर ३० से भी अधिक राकेट के हमलें किए| इसके बाद संबंधित क्षेत्र में शुरू हुआ संघर्ष और भी तीव्र होने का दावा स्थानिय माध्यम कर रहे है|

पिछले कुछ दिनों से इदलिब पर कब्जा करने के लिए सीरियन सेना ने बागियों के विरोध में शुरू किए संघर्ष को सोमवार के दिन बडी सफलता प्राप्त हुई| इदलिब को हमा प्रांत से जोडनेवाले होेबत शहर पर सीरियन सेना ने कब्जा करने का ऐलान हिजबुल्लाह से जुडी वृत्तसंस्था ने किया| इस संघर्ष में सीरियन सेना के २३ सैनिक मारे गए थे| होबेत का कब्जा करने से अगले दिनों में सीरियन सेना को खान शेखौन एवं अलेप्पो से जुडनेवाला रास्ता खला होने का दावा सीरियन सेना और हिजबुल्लाह से जुडी वृत्तसंस्था ने किया था|

लेकिन, अगले कुछ घंटों में सीरियन सेना पर जोरदार हमलें हुए| इदलिब समेत पडोस के अलेप्पो और हमा इन दोनों प्रांतों के सीरियन सेना के अड्डों पर आतंकियों ने हमलें किए| सोमवार से पिछले चौबिस घंटों में आतंकियों ने इन तिनों प्रांत में सीरियन सेना के ठिकानों को ३० बार लक्ष्य किया| इस हमलें में सीरियन सेना का बडा नुकसान होने का दावा किया जा रहा है| लेकिन, सीरियन सेना इस विषय पर प्रतिक्रिया देने से दूर रही है| रशिया की सरकारी यंत्रणाओं ने यह जानकारी प्रसिद्ध की है|

इस दौरान, हमने रखा युद्धविराम का प्रस्ताव ठुकरानेवाले आतंकियों के विरोध में बडी कार्रवाई की करने का इशारा सीरियन सरकार ने दिया है|

टैंक और लष्करी गाडियों के साथ रशियन युद्धपोत सीरिया की दिशा में रवाना

बैरूत – रशिया की ‘एझोझ १५१’ यह एम्फिबियस युद्धपोत सीरिया के ‘तार्तूस’ बंदरगाह की दिशा में रवाना हुई है| टैंक, पोलादी वाहन एवं हथियारों का बडा भंडार के साथ रशिया की यह युद्धपोत जल्द ही सीरिया पहुंचे गी|

रशिया ने सीरिया के लिए कितने हथियार भेजे है, यह बात स्पष्ट नही हुई है| लेकिन, ‘एझॉझ १५१’ इस युद्धपोत में दस टैंक या १२ पोलादी गाडियों के साथ सफर करने की क्षमता है| इस वजह से सीरिया में आतंकविरोधी संघर्ष तीव्र करने के लिए रशिया यह हथियार सीरिया में तैनात कर रही है, यह दावे किए जा रहे है|

 

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